पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी ने मुंबई हमले को सीमा पार आतंकवाद का अपनी तरह का क्लासिक उदाहरण बताया.
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पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी ने सोमवार को कहा कि 26 नवंबर, 2008 को किया गया मुंबई हमला पाकिस्तान स्थित एक आतंकी समूह ने अंजाम दिया था. दुर्रानी ने यह भी कहा कि इस हमले में पाकिस्तानी सरकार की कोई भूमिका नहीं थी.
दुर्रानी राजधानी नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस में आतंकवाद से मुकाबले पर एक गोष्ठी में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित एक आतंकी समूह द्वारा 26 नवंबर को मुंबई में किया गया हमला सीमा पार आतंकवाद का एक क्लासिक घटनाक्रम था.
मुंबई हमलों के दौरान मुंबई पुलिस ने आतंकवादी अजमल कसाब को गिरफ्तार किया गया था, तब पाकिस्तान ने दुर्रानी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से इसलिए हटा दिया गया था क्योंकि उन्होंने मीडिया से कसाब के पाकिस्तानी मूल के होने की पुष्टि कर दी थी.
#WATCH: Former Pakistan NSA Mahmud Ali Durrani says 26/11 attack was carried out by terror group based in Pakistan. pic.twitter.com/cBmzSFnbK2
— ANI (@ANI) March 6, 2017
बहरहाल, इस घातक हमले में 160 से ज़्यादा लोग मारे गए थे. मारे गए लोगों में विदेशी नागरिक भी शामिल थे. भारतीय जांच एजेंसियों ने बताया था कि इस हमले को लश्कर-ए-तोएबा के 10 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था.
इनमें से नौ आतंकवादी हमले के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए थे, जबकि अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था. साल 2012 में मुंबई हमले के आरोप में दोषसिद्ध होने के बाद के कसाब को फांसी दे दी गई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)