हरियाणा: लिंगानुपात में सुधार लेकिन बलात्कार की घटनाएं जारी

हरियाणा के जींद में दलित लड़की की बलात्कार के बाद नृशंस हत्या. पानीपत में हत्या के बाद दलित लड़की की लाश के साथ बलात्कार.

हरियाणा के जींद में दलित लड़की की बलात्कार के बाद नृशंस हत्या. पानीपत में हत्या के बाद दलित लड़की की लाश के साथ बलात्कार. फरीदाबाद में अपहरण करने के बाद चलती कार में युवती के साथ सामूहिक बलात्कार.

Sexual Assault

चंडीगढ़: राजधानी दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा से ख़बर आई है कि वहां लिंगानुपात में सुधार हुआ है. प्रति एक हज़ार लड़कों के मुक़ाबले लड़कियों की संख्या 914 हो गई है. हालांकि दो दिन पहले आई इस ख़बर के बीच राज्य में लड़कियों के साथ बलात्कार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.

वर्ष 2015 में हरियाणा में प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्मदर 871 थी और 2016 में प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्मदर 900 हो गई. वर्ष 2017 में लड़कियों की जन्मदर बढ़कर 914 तक पहुंच गई.

कुछ दिन पहले हरियाणा के जींद में एक लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के मामले ने राज्य के लोगों को झकझोर कर रख दिया है. बताया जा रहा है कि बलात्कार की यह घटना दिल्ली के निर्भया कांड जैसी है.

बीते 12 जनवरी को जींद में बुढाखेड़ा के निकट नहर पटरी से नग्न हालत में 15 वर्षीय एक लड़की का क्षत-विक्षत शव मिला है. लड़की के गुप्तांगों और शरीर पर चोट के निशान है.

लड़की कुरूक्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थीं. गांव के संबंधित थाने में नौ जनवरी को लड़की के लापता होने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी. एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया गया है.

रोहतक पीजीआई में शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ. एसके धत्तरवाल ने लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि लड़की के साथ बुरी तरह से दरिंदगी की गई है. शरीर पर चोटों के काफी निशान मिले है.

डॉ. धत्तरवाल ने बताया कि लडकी के शरीर में कोई सख़्त चीज डालने की वजह से उसका लीवर फटा हुआ मिला है. लड़की को पानी में डुबोए रखने की कोशिश भी की गई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को उसी इलाके में रहने वाले एक दलित युवक पर शक है जो लड़की के लापता होने वाले दिन (नौ जनवरी) से गायब है.

रोहतक पीजीआई में फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसके धत्तरवाल ने सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘पोस्टमॉर्टम के दौरान लड़की के शरीर पर घाव के 19 निशान पाए गए. यह एक व्यक्ति का काम नहीं लगता. लड़की के साथ दो से ज़्यादा लोगों ने बलात्कार किया है. लड़की के निजी अंग में कोई वस्तु डालने की भी कोशिश की गई. उसका लीवर भी फटा हुआ मिला था.’

डॉ. धत्तरवाल ने बताया, ‘लड़की के शरीर पर सिर्फ एक फटी हुई शर्ट थी. उसके पूरे शरीर- चेहरा, नाक, होंठ और सीने पर जख़्म के निशान थे. ऐसा लग रहा है कि लड़की ने ख़ुद को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया था. हत्या किसी और जगह करने के बाद शव को नहर के पास फेंक दिया गया था. शव मिलने से दो या तीन दिन पहले लड़की की हत्या कर दी गई थी.’

रिपोर्ट के अनुसार सफीदों (जिंद) के डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि मामले में लड़की के ही गांव के एक लड़के पर शक है. मामले में अब तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है. मामले की जांच जारी है.

लड़की के पिता ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘अपहरण करने के बाद मेरी बेटी के साथ बलात्कार हुआ. मुझे उसके लिए न्याय चाहिए. अगर प्रशासन अपने कर्तव्यों का पालन ठीक ढंग से करता तो इस तरह की घटनाएं नहीं होती.’

पानीपत में हत्या के बाद लाश के साथ बलात्कार

इस घटना के कुछ दिन बाद बीते रविवार को पानीपत ज़िले के उरनाला कलां में एक 11 वर्षीय दलित लड़की की अर्धनग्न लाश मिली. पुलिस ने मामले में प्रदीप कुमार (28) और सागर (22) को गिरफ्तार किया है. लड़की बीते शनिवार को लापता हो गई थी.

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मतलौदा थाने के एसएचओ संदीप सिंह ने बताया, ‘आरोपियों ने लड़की को प्रदीप के घर ले गए थे. पहले उन्होंने लड़की की हत्या की और फिर लाश के साथ बलात्कार किया. आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के लिए लड़की के कपड़े जला दिए थे.’

फरीदाबाद में युवती की अपहरण कर चलती कार में सामूहिक बलात्कार

ओल्ड फरीदाबाद क्षेत्र में बीते शनिवार को 23 वर्षीय युवती का अपहरण करने के बाद उसके साथ चलती कार में सामूहिक बलात्कार किया गया.

अपने बयान में युवती ने बताया कि कार में चार लड़के थे जिनमें से तीन ने उनके साथ बलात्कार किया. बाद उन्हें मथुरा रोड पर सिकरी गांव के पास छोड़ दिया गया जहां से उन्होंने अपने भाई को संपर्क कर घटना की जानकारी दी.

पुलिस ने ओल्ड फरीदाबाद थाने में अपहरण और बलात्कार का केस दर्ज कर लिया है. ओल्ड फरीदाबाद के राजीव चौक से युवती का अपहरण उस वक़्त हुआ जब वह काम से घर लौट रही थीं.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘स्कॉपियो कार में युवती के साथ तीन लोगों ने बलात्कार किया जबकि चौथा आरोपी गाड़ी चला रहा है. युवती ने बताया कि आरोपियों ने उनका मोबाइल छीनकर उसे स्विच आॅफ कर दिया था और कार से उतारने के बाद आरोपियों ने युवती को मोबाइल वापस किया.’

मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में एसआईटी की प्रमुख पूजा डबला ने बताया, ‘युवती शाम साढ़े छह बजे आॅफिस से घर लौट रही थीं जब उन्हें एक कार के अंदर खींच लिया गया. मामले के चारों आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.’

हरियाणा में एक हज़ार लड़कों के मुक़ाबले लड़कियों की संख्या 914 हुई

हरियाणा में पिछले साल लिंगानुपात में सुधार हुआ और प्रति एक हजार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्मदर 914 हो गई.

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा से कहा कि वर्ष 2015 में हरियाणा में प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्मदर 871 थी और 2016 में प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्मदर 900 हो गई. वर्ष 2017 में लड़कियों की जन्मदर बढ़कर 914 तक पहुंच गई.

अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के लिए यह गर्व की बात है क्योंकि वर्ष 2011 के मुकाबले राज्य में लड़कियों की जन्मदर में काफी वृद्धि हुई है. उस समय लड़कियों की जन्मदर प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले 834 थी और तब देश में यह आंकड़ा सबसे ख़राब लिंगानुपात का था.

उन्होंने कहा कि राज्य ने पिछले पांच साल में जन्मदर में 82 अंकों की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है और राज्य के नौ ज़िलों में इन अंकों में 100 यो इससे अधिक का सुधार हुआ है.

अधिकारियों ने कहा कि पिछले पांच साल में जन्मे 5,09,290 बच्चों में से 2,66,064 लड़के और 2,43,226 लड़कियां हैं. लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है और यह 1000 लड़कों के मुकाबले 914 लड़कियों का हो गया है.

वर्ष 2017 में 17 ज़िलों में लिंगानुपात जन्मदर प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले 900 या इससे अधिक लड़कियों की रही. पिछले साल किसी भी ज़िले में यह अनुपात 880 से कम नहीं रहा.

पानीपत प्रति एक हज़ार लड़कों के मुकाबले 945 लड़कियों के जन्म के साथ शीर्ष पर रहा. यमुनानगर में यह आंकड़ा 943 का रहा.

महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, सोनीपत और झज्जर ज़िलों में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लिंगानुपात एक हज़ार के मुकाबले 800 से नीचे का था. अब क्रमश: इन ज़िलों में लिंगानुपात में 136, 91, 88, 96 अंकों का सुधार हुआ है.

अधिकारियों ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत के बाद सरकार ने हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार के लिए कई पहल शुरू की हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)