दलित की ज़मीन हथियाने के मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर केस

अदालत के आदेश पर भारतीय दंड संहिता और एससी/एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केंद्रीय मंत्री और 32 अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया.

/
गिरिराज सिंह (फोटो: पीआईबी)

अदालत के आदेश पर भारतीय दंड संहिता और एससी/एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केंद्रीय मंत्री और 32 अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफ़ा.

Shri Giriraj Singh taking charge as the Minister of State for Micro, Small & Medium Enterprises (I/C), in New Delhi on September 04, 2017.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह. (फोटो साभार: पीआईबी)

पटना: एक दलित की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने के मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया गया है. पटना ज़िले के दानापुर पुलिस थाने के प्रभारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति विशेष अदालत के आदेश पर दो फरवरी को गिरिराज सिंह और 32 अन्य के ख़िलाफ़ एक प्राथमिकी दर्ज की गई.

पुलिस को आरोपियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करने के लिए निर्देश दिए जाने की मांग को लेकर शिकायतकर्ता ने अदालत में एक आवेदन दाख़िल किया था.

नवादा से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री हैं.

असोपुर गांव के शिकायतकर्ता राम नारायण प्रसाद ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उनकी दो एकड़ छह डेसिमल ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया. उन्होंने बताया कि विरोध करने पर उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया.

थाना प्रभारी ने बताया, ‘अदालत के आदेश के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता और एससी/एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच जारी है.’

ज़मीन हथियाने का मामला दर्ज होते ही बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफ़े की मांग की क्योंकि भाजपा उनकी पार्टी जदयू की सहयोगी है.

न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया, ‘ज़मीन हथियाने के मामले में अब एक केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ मामला दर्ज हुआ है. अब भाजपा के नेता क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहां हैं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गिरिराज सिंह को बर्ख़ास्त कर देना चाहिए.’

हालांकि गिरिराज सिंह ने इस बात का जवाब एक ट्वीट से तुरंत दिया. उन्होंने लिखा, ‘तेजस्वी के ट्वीट के बाद मुझे इस मामले की जानकारी मिली. ऐसा लगता है कि इस कार्रवाई के सूत्रधार वही है लेकिन मैं इस मामले से जुड़े सारे तथ्य जाने बिना कुछ नहीं कहूंगा. हालांकि न्यायपालिका को पूरा सहयोग करने का मैं आश्वासन देता हूं. पिता के दोषी साबित होने के बाद तेजस्वी को अपनी पार्टी को बचाने पर ध्यान देना चाहिए.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)