ऐन मतगणना के दिन नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक बड़े हमले को अंजाम दिया है. इस हमले में सीआरपीएफ के 11 जवान शहीद हो गए हैं.
सीआरपीएफ की 219 बटालियन पर सुबह नौ बजे हुआ ये हमला जिले के भेजी थानाक्षेत्र में आने वाले कोटाचेरु इलाके के पास हुआ. हमले में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है. इस बटालियन में कुल 112 जवान शामिल थे.
अधिकारियों ने बताया कि भेजी क्षेत्र में बन रहे इंजरम भेजी मार्ग की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के दल को रवाना किया गया था. दल जब भेजी और कोटाचेरु गांव के बीच जंगल में था तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी.
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों को पहले कई आईईडी विस्फोट करके घेर लिया गया और फिर भारी गोलीबारी की गई.
हमले में मारे गए जवानों की पहचान इंस्पेक्टर जगजीत सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर एचबी भट्ट और नरेंद्र कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल पीआर मिंडे और कांस्टेबल मंगेश पाल पांडे, रामपाल सिंह यादव, गोरखनाथ, नंद कुमार पात्र, सतीश कुमार वर्मा, के. शंकर और सुरेश कुमार के रूप में हुई है. हेड कांस्टेबल जगदीश प्रसाद विश्नोई और कांस्टेबल जयदेव प्रमाणिक और सलीम गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं.
नक्सलियों ने यह हमला आईईडी से किया था. राजधानी रायपुर से 450 किमी. दूर हुई इस घटना में हमले के बाद नक्सली सुरक्षा बलों के 10 हथियार के साथ दो वीएचएफ रेडियो भी लूट ले गए.
सुकमा देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सुकमा में जान को हुए नुकसान से दुखी हूं. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जताया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)