मायावती ने आरोप लगाया, ‘वोटिंग मशीन ने बीजेपी के सिवाय किसी दूसरी पार्टी के वोट को स्वीकार नहीं किया है. या फिर अन्य पार्टियों के वोट भी बीजेपी के खाते में चले गए हैं.’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद भाजपा को अप्रत्याशित बहुमत हासिल हुआ है. नतीजे की तस्वीर साफ होने तक बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एवीएम मशीनों में भारी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है.
मायावती ने आरोप लगाया, ‘वोटिंग मशीन ने बीजेपी के सिवाय किसी दूसरी पार्टी के वोट को स्वीकार नहीं किया है. या फिर अन्य पार्टियों के वोट भी बीजेपी के खाते में चले गए हैं. पार्टी द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम बहुल इलाकों में भी ज्यादातर वोट बीजेपी को गए हैं. जिससे इस बात को बल मिलता है कि वोटिंग मशीन को मैनेज किया है.’
उन्होंने कहा, ‘2014 के लोकसभा चुनाव के संबंध में भी इसी प्रकार की आशंका जताई गई थी कि वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की गई थी. इतना ही नहीं, यूपी में वोटिंग मशीन के संबंध में यह चर्चा आम रही है कि बटन कोई भी दबाया जाए, वोट बीजेपी को ही जाएगा. जबकि चुनाव आयोग के सामने यह मामला उठाया गया. महाराष्ट्र में भी ऐसी गड़बड़ी सामने आई है.’
उन्होंने पहले भी इस मुद्दे को उठाने की बात याद दिलाते हुए कहा, ‘मैंने चुनाव खत्म होने से पहले भी मैंने इस बात को उठाया था. लेकिन ध्यान नहीं दिया गया. एक पत्रकार ने पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठाया था, आज मुझे लग रहा कि वह सही कह रहा था. लोकसभा, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के परिणामों को देखकर यह मामला गंभीर हो गया है. इसके बारे में और ज्यादा खामोश रहना लोकतंत्र के लिए घातक होगा. 2014 में भी हमने यह मुद्दा उठाया था. मैं भाजपा के केंद्रीय नेताओं को खुली चेतावनी देती हूं कि आप सही में ईमानदार हैं तो चुनाव आयोग को बोलें कि इस चुनाव को रद्द कराकर, पुरानी व्यवस्था के तहत बैलेट पेपर से चुनाव कराएं. उनको घबराना नहीं चाहिए. बैलेट से चुनाव कराएं तो दूध का दूध, पानी का पानी अलग हो जाएगा.’
मायावती ने विपक्षी दलों का भी आह्वान करते हुए कहा, ‘मुस्लिम बहुल इलाकों में भी वोट भाजपा को गया है. मुस्लिम समाज के लोग बोल रहे हैं कि हमने वोट भाजपा को दिया नहीं, तो वह वोट भाजपा को कैसे गया. हमारे जो वोट पड़े वो भाजपा को कैसे ट्रांसफर हो गए. पंजाब में इनकी यह करने की हिम्मत नहीं पड़ी. वहां पकड़े जाते. गोवा वगैरह छोटे राज्यों में ऐसा नहीं किया. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ऐसा किया गया. चुनाव आयोग को हमने चिट्ठी लिखी है, फिर प्रेस को बुलाया है. विपक्षी दलों को साथ आकर इस मुद्दे को उठाना चाहिए. अमेरिका में भी ईवीएम में गड़बड़ी की बात सामने आई. अब वहां भी बैलेट से चुनाव होता है.’