पीएनबी घोटाले पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी को लेकर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वह ‘मौनेंद्र मोदी’ बन गए हैं.
नई दिल्ली: माकपा नेता प्रकाश करात ने कहा है कि मोदी सरकार में घोटालेबाज़ों का आसानी से देश छोड़कर भागने का सिलसिला अब एक स्थापित प्रक्रिया में तब्दील हो गया है.
माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रसी’ के ताज़ा अंक में करात ने संपादकीय लेख में पीएनबी घोटाले को अब तक का सबसे निर्लज्ज और चौंकाने वाला घोटाला बताया.
उन्होंने पीएनबी घोटाला मामले का हवाला देते हुए कहा, ‘मोदी सरकार में जैसा चलन बन गया है उसी के अनुसार नीरव मोदी, उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी और अन्य परिजन जनवरी के पहले सप्ताह में आसानी से देश छोड़ कर चले गए. इन लोगों को आपराधिक धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा बुलाया जाता इससे पहले ही ये लोग यहां से रवाना हो गए.’ उन्होंने कहा कि ललित मोदी और विजय माल्या के मामले में भी ऐसा ही हुआ.
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा नेता नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के क़रीबी भी है.
करात ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान की ख़रीद में गड़बड़ी के आरोपों के बाद नीरव मोदी का कथित घोटाला सामने आने पर मोदी सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त कार्यकाल का दावा ख़ुद ही ग़लत साबित हो गया है.
बैंकिंग तंत्र को संकट में डालने वाली ग़ैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की लगातार बढ़ती समस्या के लिए उन्होंने सांठगांठ के ज़रिये पूंजी बनाने वाले कारोबारियों तथा भ्रष्ट राजनेताओं के गठजोड़ को ज़िम्मेदार ठहराया.
इस बीच माकपा पोलित ब्यूरो ने राजस्थान में आंदोलनरत किसानों के ख़िलाफ़ राज्य की वसुंधरा राजे सरकार की कार्रवाई को दमनकारी बताते हुए इसकी तीखी आलोचना की है.
पार्टी पोलित ब्यूरो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसान सभा के सैकड़ों किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ पुलिस ने फ़र्ज़ी मामले दर्ज कर इन्हें गिरफ़्तार कर लिया.
माकपा ने राजस्थान सरकार की इस कार्रवाई को हक़ की मांग कर रहे किसानों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताते हुए कहा कि इससे वसुंधरा राजे सरकार का असली चेहरा उजागर हो गया है.
नीरव-पीएनबी घोटाले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर येचुरी ने सवाल उठाए
त्रिशूर (केरल): माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने 11,400 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि वह ‘मौनेंद्र मोदी (मौन मोदी)’ बन गए हैं.
येचुरी ने कहा कि 2012 में मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को संप्रग शासन में विभिन्न मुद्दों पर उनकी चुप्पी के लिए उन्हें ‘मौन मोहन सिंह’ बताया था, लेकिन अब वह (नरेंद्र मोदी) स्वयं ‘मौनेंद्र मोदी’ बन गए हैं.
माकपा के 22वें केरल राज्य सम्मेलन में अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री घोटाले पर कुछ नहीं बोल रहे. बल्कि बच्चों को परीक्षाओं के बारे में संबोधित कर रहे हैं.’
यह चार दिवसीय सम्मेलन आज से ही शुरू हुआ है.
उन्होंने कहा कि बैंक घोटाले को कथित तौर पर अंजाम देने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन में भाग लिया था, इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री भी शामिल हुए थे.
भाजपा नीत राजग सरकार पर हमला बोलते हुए वाम नेता येचुरी ने कहा कि इस सरकर ने बड़े कॉरपोरेटों के बैंकों से लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये के क़र्ज़ को माफ़ कर दिया लेकिन किसानों को क़र्ज़ माफ़ी नहीं दी.
उन्होंने दावा किया कि डिजिटल लेन-देन को अपनाने से देश की अनौपचारिक अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है जिसका जीडीपी में आधे से अधिक योगदान है. संघ को आड़े हाथों लेते हुए येचुरी ने कहा कि उसने जनतांत्रिक संगठनों का पूरा नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)