उपराज्यपाल को लिखे पत्र में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘आप दिल्ली के उपराज्यपाल हैं. आप आईएएस अधिकारी रहे हैं, लेकिन मैं आपसे आईएएस अधिकारी के चश्मे से चीजों को नहीं देखने का अनुरोध करता हूं.’
नई दिल्ली: आईएएस अधिकारियों के एसोसिएशन की तुलना ‘खाप पंचायत’ से करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर निशाना साधा है.
मुख्य सचिव पर कथित हमले को लेकर आम आदमी पार्टी के मंत्रियों के साथ बैठक का बहिष्कार कर रहे आईएएस अधिकारियों का उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार को समर्थन किया था.
बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा था कि 19 फरवरी को मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर विधायकों द्वारा कथित रूप से किए गए हमले से देशभर में सरकारी कर्मचारी ‘बिल्कुल स्तब्ध’ हैं तथा नौकरशाही पर हतोत्साहित करने वाला प्रभाव पड़ा है.
बैजल के पत्र का हवाला देते हुए सिसोदिया ने कहा कि जब एक आईएएस अधिकारी उपराज्यपाल के पास जाकर यह दावा करता है कि उनसे आम आदमी पार्टी के मंत्री ने बदजबानी की तो वह उनके आंसू पोछते हैं.
सिसोदिया ने बैजल को लिखे एक पत्र में कहा, ‘(दिल्ली मंत्रिमंडल द्वारा) आपसे दो दिन पहले कुछ अधिकारियों को बैठकों में जाने का आदेश देने का अनुरोध किया गया था, लेकिन उसके बाद भी आपने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा, यानी कि आप आईएएस एसोसिएशन के फतवे का खुला समर्थन कर रहे हैं. जिसके तहत कनिष्ठ अधिकारियों को बैठकों में जाने और मंत्रियों से बातचीत करने से जबरन रोका जा रहा है.’
उन्होंने हिंदी में लिखे तीन पन्ने के पत्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को तीन महीने से तनख्वाह का भुगतान नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘आप दिल्ली के उपराज्यपाल हैं. आप आईएएस अधिकारी रहे हैं, लेकिन मैं आपसे आईएएस अधिकारी के चश्मे से चीजों को नहीं देखने का अनुरोध करता हूं. आप तीन साल के उस बच्चे के बारे में विचार कीजिए जो आंगनवाड़ी जाता है, लेकिन उसकी शिक्षिका को तीन महीने से तनख्वाह नहीं मिली है.’
सिसोदिया ने अपने पत्र में उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन भुगतान नहीं होने के लिए जिम्मेदार हैं.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने आईएएस अधिकारियों पर मामला दर्ज करने की मांग करते हुए कहा है कि अधिकारियों ने सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन किया. यह आशंका भी व्यक्त की कि यह केजरीवाल के खिलाफ बड़े षड्यंत्र के हिस्से के रूप में किया जा रहा है.
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि नौकरशाह सेवा नियमों के खिलाफ जाकर अधिकारी राजनीतिक विवाद में शामिल हो रहे हैं.
आप के वरिष्ठ नेता आशुतोष ने कहा कि पार्टी के दो विधायकों को मुख्य सचिव की शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन के साथ मारपीट करने वाले पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
दिल्ली कर्मचारी संगठन के जॉइंट फोरम ने मांग की है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्य सचिव प्रकाश से माफी मांगनी चाहिए.
मुख्य सचिव से कथित मारपीट के बाद आईएस और दिल्ली अंडमान निकोबार सिविल (डीएएनआईसीएस) अधिकारी केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के साथ कोई भी बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)