कर्नाटक के लोकायुक्त पर उनके कार्यालय में चाकू से हमला

आरोपी ने लोकायुक्त में एक भ्रष्ट अधिकारी की शिकायत दर्ज कराई थी. बाद में उसे जानकारी दी गई कि मामला बंद किया जा चुका है. जिसके बाद वह लोकायुक्त से मिलने आया और उन पर हमला कर दिया.

Karnataka chief minister Siddaramaiah greets lokayukta Justice P Vishwanatha Shetty and his wife during the swearing in ceremony at Raj Bhavan in Bengaluru.(PTI File Photo)
Karnataka chief minister Siddaramaiah greets lokayukta Justice P Vishwanatha Shetty and his wife during the swearing in ceremony at Raj Bhavan in Bengaluru.(PTI File Photo)

आरोपी ने एक भ्रष्ट अधिकारी की शिकायत दर्ज कराई थी. बाद में उसे जानकारी दी गई कि मामला बंद किया जा चुका है. जिसके बाद वह लोकायुक्त से मिलने आया और उन पर हमला कर दिया.

Karnataka chief minister Siddaramaiah greets lokayukta Justice P Vishwanatha Shetty and his wife during the swearing in ceremony at Raj Bhavan in Bengaluru.(PTI File Photo)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के साथ लोकायुक्त जस्टिस पी. विश्वनाथ शेट्टी. (फाइल फोटो: पीटीआई)

बेंगलुरु: सात मार्च (भाषा) कर्नाटक के लोकायुक्त पी. विश्वनाथ शेट्टी को एक व्यक्ति ने चाकू से कई बार वार कर उन्हें बुरी तरह लहूलूहान कर दिया. शेट्टी को तुरंत समीप के एक अस्पताल में ले जाया गया. उनकी हालत ख़तरे से बाहर बताई जा रही है.

अधिकारियों और चश्मदीद गवाहों के अनुसार राज्य सचिवालय के समीप बहुमंजिले भवन में स्थित लोकायुक्त कार्यालय में तेजस शर्मा ने शेट्टी पर हमला किया जिससे वह बेहोश हो गए.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने जस्टिस शेट्टी पर तीन बार चाकू से हमला किया. बेंगलुरु पुलिस द्वारा उससे पूछताछ की जा रही है. आरोपी ने लोकायुक्त दफ्तर के रजिस्टर में वकील के तौर पर एंट्री की, इसके बाद वह अंदर गया.

लोकायुक्त पर जानलेवा हमले के चश्मदीद जय अन्ना ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘एक शख्स ने जस्टिस शेट्टी की हत्या की कोशिश की. उसने जज को तीन बार चाकू मारा. इसके बाद वह जमीन पर गिर पड़े. थोड़ी देर में ही पूरे कार्यालय में अफरातफरी मच गई. इस घटना से अंदाजा लगा सकते हैं कि सिद्धारमैया सरकार में उन्हें (लोकायुक्त) कैसी सुरक्षा दी गई थी? यहां बहुत बदतर हालात हैं.’

माल्या अस्पताल जाकर शेट्टी की स्थिति के बारे में पता कर चुके मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संवाददाताओं को बताया कि शर्मा को गिरफ़्तार कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि शर्मा शेट्टी के कार्यालय गया था और उनके शरीर पर तीन-चार जगह चाकू घोंप दिया. उसने लोकायुक्त से शिकायत की थी कि उसने जिस काम के लिए आवेदन दे रखा है, उसे उसकी निविदा नहीं मिली. शेट्टी को लोकायुक्त कार्यालय द्वारा बताया गया कि जांच के बाद मामला बंद कर दिया गया.

मुख्यमंत्री के अनुसार शेट्टी के पेट में गंभीर जख़्म पहुंचा है.

उन्होंने कहा, ‘मैंने उनके इलाज के सिलसिले में डॉक्टरों से बात की. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया है कि प्रथम दृष्टया वह ख़तरे से बाहर हैं.’ उन्होंने कहा कि हमलावर यह कहते हुए कार्यालय आया कि वह शेट्टी से मिलना चाहता है और चेंबर में घुसने के बाद उसने चाकू से उन पर हमला कर दिया.

सिद्धारमैया ने कहा, ‘मुझे हथियार दिखाया गया. चाकू बड़ा है. ऐसा जान पड़ता है कि उसने हत्या करने की कोशिश की है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. ऐसी बात कभी नहीं हुई… मैंने पुलिस महानिदेशक से उसकी पृष्ठभूमि और अन्य चीजों की जांच करने को कहा है.’

सुरक्षा उल्लंघन की ख़बरों पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस से इस पर ग़ौर करने और ज़रूरी क़दम उठाने को कहा है. उन्होंने कहा कि सामान्यत: जो लोग लोकायुक्त से मिलने आते हैं, उन्हें अंदर भेजे जाने से पहले चिट दी जाती है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कई लोग हमसे भी मिलने आते हैं, हमें नहीं पता होता है कि कौन हथियार के साथ आया है.’ उन्होंने कहा कि शेट्टी के चेंबर के बाहर बंदूकधारी खड़ा है और सीसीटीवी भी लगे हैं, ‘(लेकिन) उसने चेंबर के अंदर ऐसा किया.’

उन्होंने कहा कि शर्मा अकेले लोकायुक्त चेंबर में गया था.

राज्य के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा था, ‘मेरे पास जो सूचना है, उसके मुताबिक वकील होने का दावा करने वाला एक व्यक्ति (लोकायुक्त के) कार्यालय गया था और उसने उनपर चाकू से वार किया.’

शेट्टी कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं. वह जनवरी 2017 में राज्य के लोकायुक्त बने थे. उन्होंने वाई. भास्कर राव की जगह ली थी जो उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रहे थे.

 

 

 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री ने आरोपी के बारे में और जानकारी देते हुए कहा, ‘तेजस कर्नाटक के तुमाकुरु ज़िले का एक कांट्रेक्टर था. उसने लोकायुक्त को कुछ टेंडर जारी करने के संबंध में शिकायत की थी.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)