उत्तर प्रदेश में भाजपा की बड़ी जीत के बाद आरएसएस विचारक एमजी वैद्य ने कहा है कि यह जनादेश राम मंदिर के निर्माण के लिए मिला है.
बीते दिनों नागपुर में संघ विचारक वैद्य ने कहा, ‘भाजपा ने अपने घोषणा-पत्र में भी राम मंदिर निर्माण की बात कही है. भाजपा को मिला जनादेश इसी संकल्प का नतीजा है.’
वैद्य ने यह भी कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी माना है कि विवादित स्थल पर राम मंदिर था और खुदाई में भी मंदिर के अवशेष मिले थे.
वैद्य कहते हैं, ‘अगर सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर का मामला नहीं सुलझा पा रही है, तो एनडीए सरकार को इस मामले को सुलझाने के लिए कोई कानून लाना चाहिए.’
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर के विवादित मामले संवैधानिक रूप से हल करने की बात कही थी. पार्टी के दिग्गज नेता सांसद योगी आदित्यनाथ और विनय कटियार भी मंदिर निर्माण को लेकर जब तब बयान देते रहे हैं.
भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत पर सहयोगी दल शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भी कहा है, ‘भगवान राम का 14 वर्षों का वनवास समाप्त हुआ, अब तो अयोध्या में राम मंदिर बनान चाहिए.’
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी जीत के बाद तुरंत ट्वीट कर कहा, ‘21 मार्च को मैं सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले में जल्द सुनवाई के लिए अर्ज़ी दाखिल करूंगा और उम्मीद है कि इस बार उत्तर प्रदेश सरकार मेरा विरोध नहीं करेगा.’
केंद्रीय मंत्री और भाजपा की उत्तर प्रदेश में स्टार प्रचारक उमा भारती ने भी एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कह चुकी हैं, ‘भाजपा ने राम मंदिर मसले पर चुनाव नहीं जीता है. भाजपा को सिर्फ विकास के मुद्दे पर प्रचंड बहुमत मिला है. हम राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं, पर संवैधानिक तरीके से.’
उधर, फैज़ाबाद से भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने राम मंदिर के मामले पर जीत के बाद दफ़्तर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘राम मंदिर से पहले अयोध्या का विकास होगा. राम मंदिर के निर्माण का काम अयोध्या के संत समाज का काम है और भाजपा उसमें सिर्फ सहभागिता निभाएगी.’
(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)