व्यापमं घोटाला: भोपाल के एलएन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख गिरफ़्तार

भोपाल स्थित एलएन मेडिकल कॉलेज पर आरोप है कि 30 सितंबर, 2012 को उसने 40 से ज़्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जबकि काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी.

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(फोटो: पीटीआई)

भोपाल स्थित एलएन मेडिकल कॉलेज पर आरोप है कि 30 सितंबर, 2012 को उसने 40 से ज़्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जबकि काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी.

(फोटो: पीटीआई)
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नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने मध्य प्रदेश प्री-मेडिकल परीक्षा-2012 से जुड़े व्यापमं घोटाले के एक मामले के संबंध में भोपाल के एलएन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख जेएन चौकसे को गिरफ्तार किया है.

सीबीआई ने इस मामले में 23 नवंबर, 2017 को भोपाल की एक विशेष अदालत में एक पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया था. अदालत ने आरोप-पत्र में नामजद किए गए फरार व्यक्तियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था.

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा,  ‘इस वारंट पर आगे की कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने आरोपी को भोपाल में उसके निवास से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपी को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे 24 मार्च, 2018 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.’

आरोप-पत्र में कहा गया है कि आपराधिक साजिश के तहत एलएन मेडिकल कॉलेज ने सह-आरोपी एक अभ्यर्थी के प्रवेश के संबंध में संचालनालय चिकित्सा शिक्षा, भोपाल (डीएमई) को गलत सूचनाएं उपलब्ध कराईं. यह आरोपी छात्र पहले से ही पटना में एमबीबीएस के वर्ष 2011 बैच का छात्र था.

प्रवक्ता ने बताया, ‘मेडिकल कॉलेज ने डीएमई को बताया था कि दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए केवल पांच सीटें रिक्त हैं जबकि 40 से ज्यादा सीटें खाली थीं.’

मेडिकल कॉलेज पर यह भी आरोप है कि 30 सितंबर, 2012 को उसने 40 से ज्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जबकि काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी.

उन्होंने कहा कि कॉलेज ने डीएमई अधिकारियों के साथ गुपचुप सांठगांठ से दाखिला पाए छात्रों की सूची डीएमई को सौंपी जो संचालनालय की आवंटन सूची से अलग थी.