नितिन गडकरी, कपिल सिब्बल, बिक्रम मजीठिया के बाद केजरीवाल ने मानहानि के मुक़दमे में अरुण जेटली से लिखित माफ़ी मांगी है.
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली की ओर से मानहानि केस का सामना कर रहे अरविंद केजरीवाल और उनके साथी आशुतोष, राघव चड्ढा और संजय सिंह ने उनसे माफी मांग ली है. खुद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद अरुण जेटली ने केजरीवाल, संजय सिंह, राघव चड्ढा और आशुतोष के खिलाफ मानहानि का केस दाखिल किया था.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, राघव चड्ढा और आशुतोष ने पत्र लिख कर वित्त मंत्री से मानहानि मामले में माफी मांगी है.
गौरतलब है कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने अरुण जेटली से माफी मांगी थी, लेकिन जेटली ने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि आरोप लगाने वाले सभी नेता माफी मांगें. अब चारों नेताओं ने अलग-अलग पत्र लिखकर अरुण जेटली से माफी मांगी है.
Delhi CM Arvind Kejriwal, AAP leaders Sanjay Singh,Ashutosh and Raghav Chadha apologize to Union Finance Minister Arun Jaitley in the defamation case he had filed against them pic.twitter.com/CJFqxVD738
— ANI (@ANI) April 2, 2018
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में माफी मांगते हुए कहा, ‘मैंने आप पर डीडीसीए प्रेजिडेंट के कार्यकाल को लेकर दिसंबर, 2015 में आरोप लगाए थे. यह जानकारियां मुझे निजी तौर पर कुछ लोगों ने दी थीं. लेकिन, यह गलत थीं और किसी भी आरोप के समर्थन में सबूत नहीं मिल सके.’
Defamation suit(by FM Arun Jaitley) not being withdrawn, Joint application being filed for decree based on apology by Arvind Kejriwal and other AAP leaders: Sources
— ANI (@ANI) April 2, 2018
हालांकि एएनआई ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है माफी के बाद भी अरुण जेटली आप नेताओं से मानहानि केस वापस लेने के मूड में नहीं हैं.
गडकरी, सिब्बल और मजीठिया से माफी मांग चुके हैं केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने बीते 19 मार्च को मानहानि केस को खत्म करने के लिए भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी माफी मांग ली थी. केजरीवाल ने गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जो साबित नहीं किए जा सके. केजरीवाल की माफी के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी ने अपनी मानहानि का मामला वापस ले लिया.
गडकरी को लिखे एक पत्र में केजरीवाल ने कहा, ‘अपने उस बयान के लिए खेद महसूस कर रहा हूं, जिसे प्रमाणित नहीं किया जा सका और जिससे आप को दुख पहुंचा है. मैं निजी तौर पर आपके खिलाफ नहीं हूं. मैं अफसोस जाहिर करता हूं. हम इस घटना को पीछे छोड़ दें और अदालती कार्यवाही को बंद करें.’
अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल से भी लिखित में माफी मांग चुके हैं.
दिल्ली के मुख्यमंंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के माफी मांगने के बाद कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, ‘हम पर आरोप लगने के बाद, मेरा और मेरे बेटे का नाम बदनाम हुआ था. इसलिए हमने मानहानि का मुकदमा किया था. हमें उनसे (अरविंद केजरीवाल) कोई रंजिश नहीं है. इन लोगों ने उस समय सरकार में आने के लिए हम पर झूठे आरोप लगाए थे. लेकिन उनके माफी मांगने पर हम उन्हें माफ करते हैं.’
यही नहीं केजरीवाल अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया से भी बीते 16 मार्च को माफी मांग चुके हैं. केजरीवाल द्वारा मजीठिया से लिखित में माफी मांगने से पार्टी की पंजाब इकाई बगावत पर उतर आई और पार्टी के पंजाब अध्यक्ष भगवंत मान ने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया था. भगवंत मान के इस्तीफे के पहले ही पंजाब के आप नेताओं ने केजरीवाल के इस कदम पर नाराजगी जताई थी.