भाजपा विधायक बृजेश सिंह का दावा है कि महाभारत काल में देवबंद का नाम देववृंद था और यह देवों की भूमि है. उनके अनुसार महाभारत काल में पांडव देश-निकाला के समय यहीं रुके थे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद देवबंद से भाजपा विधायक बृजेश सिंह ने देवबंद का नाम बदलकर देववृंद करने की बात कही है. उनका मानना है कि महाभारत काल में देवबंद का नाम देववृंद ही था, जिसे मुग़ल राज में बदलकर देवबंद कर दिया गया था. अभी यह इस्लामी तालीम के सबसे बड़े केंद्र दारुल-उलूम-देवबंद के नाम से जाना जाता है.
विधायक बृजेश सिंह ने दावा किया है कि देवबंद का नाम पहले देववृंद था. होली मिलन के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहाकि महाभारत काल में इसका नाम देववृंद था और यह देवों की भूमि है.
उनके अनुसार महाभारत काल में पांडव देश-निकाला के समय यहीं रुके थे. वे कहते हैं, ‘इसका ताल्लुक महाभारत काल के राखहांडी से जुड़ा हुआ है, जहां पांडवों ने पूजा की थी. यह स्थान महाभारत काल के इतिहास से जुड़ा हुआ है, तो इसे सिर्फ एक इस्लामिक स्कूल के नाम से क्यों पहचाना जाना चाहिए.’
आजतक को दिए अपने बयान में बृजेश कहतें हैं, ‘यह कोई हिंदु-मुस्लिम का मुद्दा नहीं है. मेरे खुद का गांव जोदड़ाजत रणखांडी गांव का हिस्सा है. महाभारत का रण यहीं से शुरू हुआ था. मेरठ के पास हस्तिनापुर से कुरुक्षेत्र के लिए पांडव मेरे गांव से होकर ही गुज़रे थे.’
बृजेश का कहना है कि सरकार के गठन के बाद वे सबसे पहले विधानसभा में देवबंद का नाम बदलने का प्रस्ताव रखेंगे. आरएसएस संगठन में देवबंद को देववृंद ही कहा जाता है. अमर उजाला की ख़बर के अनुसार बजरंग दल ने विधायक बृजेश के बयान का स्वागत किया है.
प्रांत के गौरक्षा अध्यक्ष कुलदीप सैनी ने कहा,’इलाके की पहचान श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर के कारण है.’ देवबंद का नाम बदले जाने के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के सहारनपुर जिला अध्यक्ष विजेंदर कश्यप ने बृजेश सिंह का समर्थन किया है.
विजेंदर ने द वायर से बात करते हुए कहते हैं, ‘विधायक बृजेश सिंह के देवबंद का नाम बदल देववृंद करने वाले बयान का पार्टी समर्थन करती है. देवबंद विधानसभा के मतदाताओं ने बृजेश सिंह को जितवाया और देवबंद का नाम बदला जाना चाहिए यह हमारे पार्टी का संकल्प रहा है. हम चाहते है कि हमारा इलाक़ा अपने ऐतिहासिक गौरव के नाते पहचाना जाना चाहिए.’
जिला अध्यक्ष विजेंदर कश्यप यह भी कहते हैं कि उन्हें दारुल उलूम से कोई दिक्कत नहीं है और देवबंद के मुस्लिम मतदाता ने भी भाजपा को वोट दिया है. वो यह भी मानते है कि नाम बदलने से देवबंद के मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होगी.
देवबंद विधानसभा सीट सहारनपुर जिले में से एक सीट है, जिस पर 65 फीसदी जनसंख्या मुसलमानों की है. बृजेश सिंह को 1,02,000 वोट मिले हैं, उन्होंने बसपा के मजीद अली को 29415 वोटों से हराया है.