आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है. साल 2013 से वह विभिन्न अपराधों के आरोप में जेल में बंद हैं. राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में भी सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम.
नई दिल्ली: केंद्र ने आसाराम के खिलाफ जोधपुर की एक अदालत से बुधवार 25 अप्रैल को फैसला सुनाए जाने से पूर्व राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है. उधर, जोधपुर में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है. साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा गया है. इन तीन राज्यों में बड़ी संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं.
गृह मंत्रालय का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर भेजा गया है.
जोधपुर की अदालत मामले में बुधवार 25 अप्रैल को फैसला सुनाने वाली है. राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देशों के मुताबिक निचली अदालत मामले के सिलसिले में जोधपुर सेन्ट्रल जेल परिसर में अपना फैसला सुनाएगी.
कानून और व्यवस्था के लिए आसाराम के अनुयायियों को खतरा मानते हुए जोधपुर पुलिस ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
डीजीआई (जेल) विक्रम सिंह ने बताया, ‘हमने फैसला सुनाए जाने के दिन के लिए सभी प्रबंध किए हैं. जेल परिसर में अदालत कक्ष में अदालत के कर्मचारियों सहित मजिस्ट्रेट, आसाराम और सह आरोपी, बचाव एवं अभियोजन पक्ष के वकील मौजूद रहेंगे.’
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है. यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी.
पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार अदालत ने कहा, ‘यह नहीं कहा जा सकता कि आसाराम के अनुयायी बाधा या अस्वस्थ वातावरण नहीं बनाएंगे. जो बड़ी मुश्किल और जोधपुर शहर के लिए असुविधाजनक स्थिति पैदा कर सकती है. यह कानून व्यवस्था की समस्या है.
आसाराम पर गुजरात के सूरत में भी बलात्कार का एक आरोप है. वहां दो लड़कियों ने आसाराम और बेटे नारायण साई के खिलाफ बलात्कार और बंदी बनाकर रखने का आरोप लगाया है.
आसाराम 2013 से विभिन्न अपराध के चलते जेल में हैं. अगर बलात्कार का आरोप सिद्ध हो जाता है तो लगभग 10 साल की सजा होगी. तीन गवाहों की मौत को नजर में रखते हुए शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
जोधपुर कोर्ट ने सुनवाई के दौरान जोधपुर जेल परिसर में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. आसाराम मामले की कवरेज को लेकर जेल परिसर में मीडिया के प्रवेश को लेकर एक याचिका भी दायर की गई है.
शाहजहांपुर स्थित पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी गई है.
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है. आसाराम के शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर आश्रम पर भी नजर रखी जा रही है.
इसके अलावा बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन पर भी पूरी तरह निगरानी रखी जा रही है तथा बाहर से आने वाले संदिग्ध लोगों की तलाशी लेकर पूछताछ की जा रही है.
सिंह ने बताया कि शहर में स्थित होटलों को भी निर्देश दिए गए हैं कि बाहर से आने वाले व्यक्ति की पूरी जांच पड़ताल करके ही उसे ठहराएं तथा कोई संदिग्ध मिलने पर पुलिस को सूचित करें. आसाराम के शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर आश्रम पर भी नजर रखी जा रही है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)