झारखंड के चतरा ज़िले के राजाकेंदुआ गांव में हुई घटना में नाबालिग की मौत. पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ़्तार किया, चार अन्य की तलाश जारी.
रांची: झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 150 किलोमीटर दूर चतरा ज़िले के इटखोरी के राजाकेंदुआ गांव में सामूहिक बलात्कार के बाद एक किशोरी को ज़िंदा जला दिया गया. इसी तरह के एक अन्य मामले में ज़िले की ही एक युवती को कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद ज़िंदा जला दिया गया.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग से बलात्कार और उसे ज़िंदा जला दिए जाने के मामले में पुलिस ने 20 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया गया है, जिसमें 16 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है, चार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
युवती के साथ तीन मई को देर रात सामूहिक बलात्कार किया गया था और शुक्रवार सुबह उसे ज़िंदा जला दिया गया.
चार मई की देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय से बताया गया कि मुख्यमंत्री रघुबर दास ने चतरा की इस घटना की भर्त्सना की है और दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर आरोपियों की तलाश तेज़ कर दी है.
चतरा के उप कलेक्टर अनवर हुसैन ने बताया कि पीड़िता के परिवार को तत्काल एक लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है.
आरोप है कि आरोपी परिवार ने पीड़िता के परिजनों को पंचायत के माध्यम से 50 हज़ार रुपये देकर मामले को रफ़ा-दफ़ा करने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माने तो आरोपी परिवार ने किशोरी के पिता को भरी पंचायत में पीटा और फिर पीड़िता के घर में घुसकर उसे ज़िंदा जला दिया.
पुलिस उपायुक्त जितेंद्र सिंह ने बताया कि गांव की मुखिया तिलेश्वरी देवी को भी इस संबंध में मामले में गिरफ़्तार किया गया है.
पुलिस ने अधजला शव बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
पीड़ित के पिता ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि उनकी 16 वर्षीय बेटी एक रिश्तेदार के यहां गुरुवार को शादी में शामिल होने के लिए पड़ोस के गांव बंथू गई हुई थी. रात 12 बजे आरोपी धनु अपने सहयोगियों के साथ उनकी बेटी को जबरन उठा लाया. इन लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया.
शुक्रवार सुबह पंचायत बैठी. उसमें मुखिया तिलेश्वरी देवी भी मौजूद थीं जिन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया. दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, पंचायत में आरोपियों ने 50 हज़ार रुपये में सुलह करने का लालच पीड़ित के परिजनों को दिया लेकिन बात नहीं बनी तो परिजनों को मारपीट कर भगा दिया गया.
रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद आरोपी धनु भुइयां अपने रिश्तेदारों के साथ पीड़िता के घर गया और उसे अकेला पाकर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी.
पीड़ित के पिता ने मामले में धमु भुइयां, भगत भुइयां, शंकर भुइयां, मोदल भुइयां, लिटारी भुइयां, मंगर भुइयां, तिलक भुइयां, बद्री भुइयां, देसू भुइयां, विनय भुइयां, जगदीश भुइयां, छोटन भुइयां और संतोष भुइयां मामला दर्ज कराया है.
पुलिस अधीक्षक अखिलेश वी. वारियर और डीएसपी पीतांबर सिंह खैरवार ने शाम को घटनास्थल का मुआयना किया और लड़की के परिजनों से जानकारी ली. उन्होंने आरोपियों के घर की तलाशी भी ली.
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने मामले पर ट्वीट कर कहा, ‘चतरा में हुई हृदय विदारक घटना से काफी आहत हूं. सभ्य समाज में इस तरह की बर्बरता का कोई स्थान नहीं है. प्रशासन को दोषियों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)