वोटर आईडी मामला: चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, भाजपा की मांग-राजा राजेश्वरी सीट पर रद्द हो चुनाव

कर्नाटक विधानसभा चुनाव राउंडअप: राहुल के प्रधानमंत्री की दावेदारी पर मोदी ने साधा निशाना. ज़ुबान फिसली और सिद्धारमैया कर बैठे मोदी की तारीफ़.

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव राउंडअप: राहुल के प्रधानमंत्री की दावेदारी पर मोदी ने साधा निशाना. ज़ुबान फिसली और सिद्धारमैया कर बैठे मोदी की तारीफ़.

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नई दिल्ली में बुधवार को चुनाव आयोग से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा व अन्य.(फोटो: पीटीआई)

बेंगलुरु: कर्नाटक के राजा राजेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में एक फ्लैट से हजारों की संख्या में ‘फर्जी’ मतदाता पहचान पत्र मिलने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं. भाजपा ने बुधवार को चुनाव रद्द किये जाने की मांग की तो वहीं वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा की अगुवाई में बुधवार को कांग्रेस नेता चुनाव आयोग से भी मिले.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक मुनीरत्न नायडू इस कथित गिरोह के पीछे हैं, जिसका पर्दाफाश भाजपा कार्यकर्ता राकेश ने किया है. जावड़ेकर ने कहा कि पुलिस ने मंगलवार को होलोग्राम के साथ हजारों की संख्या में फर्जी मतदाता पहचान पत्र, लेमिनेशन मशीन और कंप्यूटर जब्त किया.

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह कांग्रेस का फलसफा है… अगर मतदाता आपके लिए वोट नहीं देते हैं तो फर्जी मतदाता बनाइए.’

जावड़ेकर ने साइबर सिक्योरिटी एजेंसी से इस मामले की व्यापक जांच कराने की मांग की. इस घटना को ‘लोकतंत्र का विनाश’ करार देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस राज्य के बाहर के मतदाताओं को यहां का निवासी दिखाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने इस मामले में कथित संलिप्तता के लिए फ्लैट की मालिक मंजुला को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की.

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने हालांकि इस घटना को ‘दिखावा’ करार दिया. उन्होंने दावा किया कि मंजुला भाजपा के साथ जुड़ी हैं और उनके बेटे राकेश ने भाजपा के टिकट पर नगर निगम का चुनाव लड़ा था. शर्मा ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को निश्चित रूप से कार्रवाई करनी चाहिए और पुलिस में मामला दर्ज होना चाहिए.’ भाजपा यह सब हथकंडे अपना रही है क्योंकि हार उसे सामने दिख रही है.

इससे पहले बेंगलुरु में फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिलने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा था कि हमने बेंगलुरु के आरआर नगर के एक फ्लैट से 9,746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए हैं. प्राथमिक जांच में ये सभी वोटर कार्ड वास्तविक लग रहे हैं. हालांकि इसके पीछे का माजरा क्या है यह उचित जांच के बाद ही बताया जा सकता है. निर्वाचन अधिकारी ने आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

आपको बता दें कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई थी और साथ ही मामले की जांच भी की जा रही है. चुनाव आयोग ने कहा है कि वो बारीकी से इस मामले की निगरानी कर रहा है. दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.

राहुल के प्रधानमंत्री की दावेदारी पर मोदी ने निशाना साधा

बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने संबंधी बयान पर बुधवार को निशाना साधते हुए हैरानी जताई कि क्या देश कभी ऐसे ‘अपरिपक्व और नामदार’ नेता को इस पद के लिए स्वीकार करेगा. राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री बनने की अपनी आकांक्षा जाहिर की थी.

यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘ऐसा नामदार जो अपने गठबंधन सहयोगियों में विश्वास नहीं करता… जो कांग्रेस के अंदरूनी लोकतंत्र की परवाह नहीं करता, जिसका अहंकार सातवें आसमान पर पहुंच गया है और जो खुद यह घोषणा कर रहा है कि वह 2019 में प्रधानमंत्री बनेगा.’ उन्होंने कहा , ‘… क्या देश कभी ऐसे अपरिपक्व ‘ नामदार ’ नेता को स्वीकार कर पायेगा ?’

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कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान भाजपा नेता व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: पीटीआई)

राहुल गांधी पर मोदी का यह हमला उनकी प्रधानमंत्री बनने संबंधी टिप्पणी के बाद आया है. एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने कहा था कि अगर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी ‘सबसे बड़ी’ पार्टी के तौर पर उभरती है तो वह प्रधानमंत्री पद स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. मोदी ने कहा कि राहुल का यह बयान इस पद के लिए उनकी जगजाहिर लालसा को दर्शाता है.

उन्होंने कहा , ‘कल (मंगलवार को) कर्नाटक और भारत की राजनीति में कुछ हुआ. अचानक एक व्यक्ति आया और उसने घोषणा की …. कि उसे दूसरों की परवाह नहीं है जो पहले से ही इस कतार में खड़े हैं. सहयोगियों की भी कोई परवाह नहीं.’

चुनावी राज्य कर्नाटक में अपने चुनाव प्रचार अभियान के आखिर पड़ाव में मोदी ने कहा, ‘ऐसे कई नेता हैं जो 40 साल से इंतजार कर रहे हैं … लेकिन वह अचानक आये और अपनी दावेदारी रख दी और कहा मैं ही प्रधानमंत्री बनूंगा.’

कर्नाटक में 12 मई को मतदान होगा. प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद जनसमूह से पूछा कि क्या इससे कांग्रेस अध्यक्ष का ‘अहंकार’ नहीं झलकता. उन्होंने यह भी जानना चाहा कि यह कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी लोकतंत्र को दर्शाता है या नहीं.

फर्जीवाड़ा और भाजपा विरोधी मोर्चे गढ़ने के प्रयासों के बारे में बोलते हुए मोदी ने कहा, ‘बड़ी, बड़ी बैठकें हुई हैं. बड़े-बड़े दिग्गज उन्हें सत्ता से हटाने के लिए बैठकें कर रहे हैं लेकिन उन सबको अंधेरे में रखते हुए राहुल गांधी ने घोषणा कर दी वही प्रधानमंत्री बनेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘क्या यह गठबंधन के बीच ‘अविश्वास’ के स्तर को नहीं दिखाता है.’

कांग्रेस अपना कटाक्ष जारी रखते हुए उन्होंने पार्टी को एक ‘डील पार्टी’ करार दिया. मोदी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह के कार्यकाल में रिमोट कंट्रोल तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास होता था, जबकि उनके चार साल के शासन में रिमोट कंट्रोल जनता के हाथ में है.

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की संस्कृति, सांप्रदायिकता, जातिवाद, अपराध, भ्रष्टाचार और ठेकेदारी ऐसी छह बीमारियां हैं जो कर्नाटक का भविष्य बर्बाद कर रही हैं. मोदी ने वहां मौजूद जनसमूह से कहा कि अब वक्त आ गया है कि कर्नाटक कांग्रेस को ‘अलविदा’ कहे.

…जुबान फिसली और सिद्धारमैया कर बैठे मोदी की तारीफ

बेंगलुरु: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की जुबान फिसल गई और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर बैठे. उन्होंने कहा कि 12 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को पड़ने वाले हर वोट का मतलब होगा कि ‘यह वोट मुझे दिया गया है.’

यह घटना तब हुई जब सिद्धारमैया मांड्या जिले में मालावल्ली में कांग्रेस विधायक नरेंद्र स्वामी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे और वह नरेंद्र स्वामी को दो बार गलती से नरेंद्र मोदी बोल गए. सिद्धारमैया ने कहा, ‘यदि सड़कों का काम हुआ है, पक्की सड़कें, पानी निकासी, पेयजल सुविधाएं वहां हैं, यदि मकानों का निर्माण हुआ है तो यह सब नरेंद्र मोदी और हमारी सरकार की वजह से है.’

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कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस नेता व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया. (फोटो: पीटीआई)

उनके पास खड़े लोगों ने जब उन्हें उनकी गलती की तरफ ध्यान दिलाया तो उन्होंने भूल सुधार किया और कहा , ‘माफी चाहता हूं नरेंद्र स्वामी.’ उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र महत्वपूर्ण है. यहां स्वामी हैं, मोदी वहां गुजरात के लिए हैं. नरेंद्र मोदी झूठे हैं और नरेंद्र स्वामी सच्चे हैं.’

नरेंद्र स्वामी के लिए प्रचार जारी रखते हुए सिद्धारमैया दूसरी बार फिर गलती कर बैठे. उन्होंने कहा, ‘हर किसी को यह समझ लेना चाहिए कि नरेंद्र मोदी को पड़ा हर वोट…मुझे वोट करने जैसा है.’ स्वामी सहित उनके पास खड़े लोगों ने फिर उन्हें उनकी गलती की तरफ ध्यान दिलाया. तब उन्होंने फिर से अपनी गलती सुधारी.

सिद्धारमैया की जुबान ऐसे समय फिसली जब चुनाव प्रचार के दौरान उनके और मोदी के बीच वाकयुद्ध चल रहा है.

भाजपा को तौर-तरीके सुधारने का पाठ सिखाएगा कर्नाटक का चुनाव परिणाम: खड़गे

कलबुर्गी (कर्नाटक): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एन मल्लिकार्जुन खड़गे का दावा है कि 12 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम भाजपा को अपना तौर-तरीका बदलने का एक पाठ पढ़ाएगा. उनका मानना है कि इस चुनाव से भारतीय जनता पार्टी को संदेश मिलेगा कि आरएसएस की सलाह पर राजग की अगुवाई वाली पार्टियां जो भी कर रही हैं, लोग उसे स्वीकार नहीं करेंगे.

हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि इस चुनाव में कांग्रेस का मुद्दा विकास के इर्द-गिर्द सिमटा हुआ है लेकिन यह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के खिलाफ एक ‘वैचारिक लड़ाई’ भी है जिसे लोगों का समर्थन मिल रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता खड़गे ने आरोप लगाया, ‘वे ( आरएसएस-भाजपा ) अपना एजेंडा लागू कर रहे हैं. विशेषकर कमजोर वर्ग, अल्पसंख्यक और गरीब तबका भाजपा और आरएसएस समर्थित सरकार के तहत असुरक्षित महसूस कर रहा है.’

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कर्नाटक में चुनावी रैली से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे व अन्य कांग्रेसी नेता. (फोटो: पीटीआई)

उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव ना केवल राज्य हित के लिए बल्कि राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भी ‘ बहुत महत्वपूर्ण ’ है. खड़गे ने कहा, ‘अगर आप भाजपा को यहां (कर्नाटक) शिकस्त नहीं देते हैं तो निश्चित रूप से वे लोकतंत्र को नष्ट कर देंगे. वे संविधान में बहुत कुछ बदलने और अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘हिंदुत्व’ की भी बात कर रहे हैं. (भाजपा के) इन तर्कों को लोग स्वीकार नहीं करेंगे.’

कुछ चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में त्रिशंकु विधानसभा की आशंका जताते जाने पर उन्होंने कहा कि इन सर्वेक्षणों का अनुमान उनके संदर्भ के शर्तों और उनके अपने मानकों पर निर्भर करता है. खड़गे ने कहा कि कर्नाटक विकास , कानून और व्यवस्था, निवेश और रोजगार देने के मोर्चे पर ‘आगे’ है और ऐसे में सत्तारूढ़ पाटी कांग्रेस चुनाव में भी आगे रहेगी.

उन्होंने भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव उन्हें तरीका बदलने और संवैधानिक व्यवस्था के तहत काम करने का पाठ पढ़ाएगा.’ खड़गे ने विश्वास जताया, ‘मुझे नहीं लगता कि जनता हमें निराश करेगी.’

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के गृह जिला में विकास के मुद्दे पर लोगों में है रोष

हासन (कर्नाटक): कर्नाटक के हासन जिले में जहां एक ओर लोगों को इस बात का गर्व है कि भारत के एक पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा उनके जिले से आते हैं वहीं दूसरी ओर विकास कम होने, बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं के कारण लोगों में नाराजगी भी है.

लोगों की मुख्य शिकायत है कि राजनीतिक दिग्गज देवगौड़ा के हासन से पांच बार सांसद रहने, जद (एस) का मजबूत गढ़ होने और उनके वोक्कालिगा समुदाय का दबदबा होने के बावजूद यहां शिवमोगा और बेंगलुरु जैसा विकास देखने को नहीं मिला.

राज्य में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही मतदाताओं ने अपने पसंद के प्रत्याशियों के बारे में चर्चा करनी शुरू कर दी है. जद ( एस ) ने 2013 के चुनाव में हासन जिले की सात में से पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि दो सीटें कांग्रेस के खाते में गई थीं.

सक्लेशपुर विधानसभा क्षेत्र के सथिगाला इलाका निवासी वंजश्री गौड़ा ने को बताया, ‘हम 10 साल से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. कम बारिश के कारण भूजल स्तर नीचे चला गया है और 150 घर दो बोरवेल पर निर्भर है जो ठीक से काम नहीं कर रहा है.’

इसके कारण एक कॉफी बगान में काम करने वाले गौड़ा को रोज पानी लाने के लिए दो किलोमीटर चलना पड़ता है. उन्होंने बताया, ‘जब देवगौड़ा पहली बार (1994) में मुख्यमंत्री बने थे तब हैंडपंपों के साथ ये बोरवेल लगाया गया था. इसके बाद यहां विकास नहीं हुआ.’ उन्होंने कहा कि सड़क भी यहां इसी तरह खराब है.

सक्लेशपुर में जद (एस), कांग्रेस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है और यहां के लोग बेरोजगारी और हाथियों की समस्या से जूझ रहे हैं. इसी तरह हासन विधानसभा में बेरोजगारी और पीने के पानी की समस्या एक बड़ा चुनावी मुद्दा है.

राहुल ने कहा, वह प्रधानमंत्री बनने को तैयार हैं

बेंगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यदि उनकी पार्टी वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में ‘सबसे बड़े दल’ के रूप में उभरती है तो वह प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. चर्चा के दौरान राहुल गांधी से सवाल किया गया कि क्या वह अगले प्रधानमंत्री बनेंगे? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘यह निर्भर करेगा… कांग्रेस का चुनाव में प्रदर्शन कैसा रहता है, यह उस पर निर्भर करेगा… मेरे कहने का अर्थ है, यदि यह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में ऊभरती है तो, हां.’

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)

राहुल ने कहा कि उन्हें ‘पूरा विश्वास’ है कि नरेंद्र मोदी अगले प्रधानमंत्री नहीं होंगे. ‘समृद्ध भारत फाउंडेशन’ की शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यदि कांग्रेस ( गठबंधन में अन्य दलों के साथ ) एक ‘मंच’ के रूप में काम करे तो भाजपा के चुनाव जीतने का कोई सवाल ही नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘यह संभावना बहुत ही कम है कि भाजपा अगली सरकार बनाएगी, इसका दूसरा पहलू यह है कि मोदी का अगला प्रधानमंत्री बनना लगभग असंभव है.’ उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में बने रहने की अनुमति नहीं देगी.

राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव जीतेगी. ‘समृद्ध भारत फाउंडेशन’ देश के उदारवादी , धर्मनिरपेक्ष और गणतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया एक मंच है. इसके न्यासियों में फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल और उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी भी शामिल हैं.

भाजपा ने सोनिया के विदेशी मूल का मुद्दा उठाया

बेंगलुरु: संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की खातिर मंगलवार को राज्य का दौरा करने से पहले भाजपा ने उनके इतालवी नाम एंतोनियो माइनो का संदर्भ देते हुए उनके विदेशी मूल का मुद्दा उठाया.

कर्नाटक भाजपा ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘आज एंतोनियो माइनो अपने आखिरी किले को ध्वस्त होने से बचाने के लिए यहां कर्नाटक आयी हैं. मैड माइनो कर्नाटक को उस इंसान से ज्ञान लेने की जरूरत नहीं है जो भारत के 10 कीमती साल बर्बाद करने के लिए अकेले जिम्मेदार है.’

ट्वीट में कहा गया, ‘और कांग्रेस को अपने ‘आयात ’ संबंधी तंज की याद दिलाने की जरूरत है.’ भाजपा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की हाल की उस टिप्पणी का जवाब दे रही थी जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘उत्तर भारत से आयातित’ नेता बताया था.

यह पहली बार नहीं है जब कर्नाटक चुनाव से पहले सोनिया के विदेशी मूल का मुद्दा उठाया गया है. इससे पहले एक मई को मोदी ने एक चुनाव रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी ‘मां की मातृभाषा’ सहित किसी भी भाषा में कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों के बारे में 15 मिनट बोलने की चुनौती दी थी.

प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुद्दों पर संसद में 15 मिनट बोलने की मंजूरी देने की राहुल की चुनौती का जवाब देते हुए यह कहा था. राहुल ने कहा था कि जब वह बोलेंगे तो मोदी संसद में 15 मिनट भी नहीं बैठ पाएंगे.

मोदी पर कांग्रेस मुक्त भारत का ‘भूत सवार हो गया है’ : सोनिया

विजयपुर (कर्नाटक): संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस मुक्त भारत का ‘भूत सवार हो गया है’ और पिछले चार साल में उनकी एकमात्र उपलब्धि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के अच्छे कामों पर मिट्टी डालने की रही है.

उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग समस्याओं का सामना कर रहे हैं. उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार खत्म करने के ‘पसंदीदा वादे’ को लेकर उनपर सवाल उठाए. यह पिछले दो सालों में उनकी पहली चुनावी रैली थी.

सोनिया ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ‘मोदी जी इस बात को लेकर गर्व महसूस करते हैं कि वह बहुत अच्छे वक्ता हैं. वह एक अभिनेता की तरफ बोलते हैं. अगर उनके भाषण से देश की भूख मिटती है तो मैं कामना करती हूं कि वह और भाषण दें.’

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कर्नाटक के विजयपुर में चुनावी रैली को संबोधित करती सोनिया गांधी.(फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले वाराणसी में एक रोड शो के दौरान एकाएक बीमार पड़ने के बाद से सोनिया चुनाव प्रचार अभियानों से दूर थीं. लिंगायतों के चुनावी प्रभाव वाले उत्तरी कर्नाटक के विजयपुर में सोनिया की रैली को समुदाय तक पहुंचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. यह समुदाय पारंपरिक रूप से भाजपा का समर्थन करता रहा है.

भाजपा ने लिंगायत समुदाय के ताकतवर नेता बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में पेश किया है. सोनिया ने अपने भाषण में कहा, ‘मोदीजी में कांग्रेस मुक्त भारत को लेकर जुनून भरा हुआ है. उन पर कांग्रेस मुक्त भारत का भूत सवार है.’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस मुक्त भारत तो छोड़िए वो अपने सामने किसी को बर्दाश्त नहीं कर सकते. देश हैरान है कि वह जहां भी जाते हैं, गलत बोलते हैं. ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश करते हैं और अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए वह शतरंज के मोहरे की तरह हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों का इस्तेमाल करते हैं.’

उन्होंने पूर्व की येदियुरप्पा सरकार के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप होने की बात करते हुए कहा कि मोदी उनके मॉडल का अनुकरण करेंगे या ‘अपने करीबी सहयोगी के बेटे का’. ऐसा कहते हुए उनका इशारा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की तरफ था. कांग्रेस जय शाह का मुद्दा उठाती रही है जिनपर आरोप हैं कि मोदी के सत्ता में आने के बाद उनकी कंपनी के टर्नओवर में तेजी से उछाल आया.

सिद्धारमैया सरकार की 15 मई को हो जाएगी विदाई: शाह

मंगलुरु: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि 15 मई को सिद्धारमैया की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को ‘घर भेज दिया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि राज्य के लोग देश के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूती देने के लिए मतदान करेंगे.

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कर्नाटक के मंगलुरु में रोड शो करते भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (फोटो: पीटीआई)

शाह ने रोड शो करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दक्षिण कन्नड़ जिले में कई हिंदुओं की ‘हत्या’ कर दी गई और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है.

भाजपा अध्यक्ष ने मंगलुरु दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार वेदव्यास कामत के पक्ष में शहर में रोड शो किया. शहर में रोड शो के बाद शाह ने कावूर में भी एक रैली की. उन्होंने लोगों से बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा को वोट देने की अपील की. शाह ने कहा कि येदियुरप्पा ‘हिंदुओं की हत्यारों को पता लगवाएंगे.’

इसके बाद भाजपा अध्यक्ष ने मंगलुरु (उल्लाल) से भाजपा के उम्मीदवार संतोष राय बोलियार के पक्ष में कोल्या से थोकोकुत्तु के लिए रोड शो निकाला लेकिन पुलिस ने उल्लाल गोलचक्कर के पास यह रैली रोक दी. इससे हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं को निराशा हुई, जो रैली को थोकोकुत्तु तक ले जाना चाहते थे. रैली के दौरान अपने वाहन पर सवार शाह ने एक अखबार के फोटोग्राफर का कैमरा लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं की तस्वीर ली.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)