कर्नाटक विधानसभा चुनाव राउंडअप: 222 सीटों पर 2,600 प्रत्याशियों के लिए मतदान जारी. 70 प्रतिशत मतदान हुआ.
बेंगलुरु: कर्नाटक में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधानसभा चुनाव के लिए मतदान चल रहा है. प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा मुख्य मुकाबले में हैं हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के जद (एस) ने विधानसभा चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शनिवार को 70 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. चुनाव आयोग ने कहा कि 2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 71.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.
मतदान का प्रतिशत अभी और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि कुछ मतदाता शाम छह बजे के बाद भी मतदान केंद्रों के बाहर पंक्ति में खड़े हुए हैं. निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, सबसे अधिक मतदान चिकबल्लापुरा और रामनगर में 76 प्रतिशत जबकि बेंगलुरु शहर में सबसे कम 48 प्रतिशत दर्ज किया गया.
सुबह सबसे पहले वोट डालने वालों में राज्य भाजपा प्रमुख और पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जी. परमेश्वर शामिल हैं. दोनों नेताओं ने क्रमश: शिवमोगा के शिकारीपुरा और तुमकुरू के यागेरे में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
आज तक के अनुसार सिद्धारमैया ने दावा किया है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी, इसमें कोई शक नहीं है. उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह आश्वस्त हैं.
दूसरी ओर भाजपा के बीएस येदियुरप्पा के जीत के दावे पर सिद्धारमैया ने कहा कि उनका दिमागी संतुलन बिगड़ा हुआ है. येदियुरप्पा ने वोट डालते समय कहा भाजपा 150 से ज्यादा सीट जीतेगी और 17 तारीख को वे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
Former Prime Minister H. D. Deve Gowda casts his vote at polling booth no.244 in Holenarasipura town in Hassan district #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/hfxsJ2v2sC
— ANI (@ANI) May 12, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने पत्नी चेन्नमा के साथ हासन जिले के पदुवलाहिप्पे में अपना वोट डाला. राज्य चुनाव ऑइकॉन क्रिकेटर राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, फिल्म अभिनेताओं रमेश अरविन्द, रविचन्द्रन और मैसूर शाही परिवार के सदस्यों ने भी मताधिकार का इस्तेमाल किया.
हालांकि राज्य में विभिन्न स्थानों पर ईवीएम में आयी तकनीकी दिक्कतों के कारण मतदान में देरी भी हुई.
अधिकारियों ने बताया कि राज्य की 224 सीटों में से 222 सीटों के लिए एक चरण में मतदान कराया जा रहा है. मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ.
ज्ञात हो कि निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के राजाराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर चुनाव टाल दिया है क्योंकि क्षेत्र में एक अपार्टमेंट से बड़ी तादाद में मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए थे. इसके अलावा जयनगर सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधायक बीएन विजयकुमार के निधन के चलते स्थगित कर दिया गया है. इन दोनों सीटों पर अब 28 मई को मतदान कराया जाएगा.
2600 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें से 2400 से अधिक पुरुष और 200 से अधिक महिला उम्मीदवार हैं. कुल 5,06,90,538 मतदाता हैं जिसमें से 2,56,75,579 पुरुष मतदाता और 2,50,09,904 महिला मतदाता और 5,055 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं.
अधिकारियों ने बताया कि पूरे प्रदेश में 58 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं . इनमें से 12,002 मतदान केंद्र ‘संवेदनशील’ हैं जहां साढ़े तीन लाख मतदानकर्मियों को तैनात किया गया है.
मतदान के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है. यह शाम छह बजे तक चलेगा. मतों की गिनती 15 मई को होगी.
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, भाजपा के बीएस येदियुरप्पा और जद (एस) के एचडी कुमारस्वामी सहित प्रदेश के प्रमुख नेता चुनाव मैदान में हैं.
ज्यादातर सर्वेक्षणों एवं ओपिनियन पोल के अनुसार सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा सत्ता के दो प्रबल दावेदार हैं जबकि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का जनता दल सेकुलर किंगमेकर की भूमिका निभा सकता है.
प्रदेश में 1985 के बाद से कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है. उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुआ था.
कांग्रेस, पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है. इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक पार्टी के लिए दूसरी बार दक्षिण में कदम रखने का द्वार होगा.
सिद्धरमैया समेत चार वर्तमान एवं पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में हैं. येदियुरप्पा शिकारीपुरा से, कुमारस्वामी चेन्नापटना और रमनगारा से तथा भाजपा के जगदीश शेट्टार हुबली धारवाड़ से चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं.
वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने 122 सीटें जीती थीं. भाजपा और जद (एस) को 40-40 सीटें मिली थीं. कर्नाटक जनता पक्ष को छह, बडवारा श्रमिकारा रैयतरा को चार, कर्नाटक मक्कल पक्ष, समाजवादी पार्टी और सर्वोदय कर्नाटक पक्ष को एक-एक सीटें मिली थीं और नौ निर्दलीय विजयी रहे थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)