कर्नाटक: येदियुरप्पा बोले- कल लूंगा शपथ, कुमारस्वामी ने कहा- 100 करोड़ में विधायक ख़रीद रही भाजपा

कांग्रेस के 12 विधायक पार्टी ऑफिस में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे हैं.

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येदियुरप्पा, सिद्धारमैया और कुमारस्वामी (बाएं से दांए). (फोटो साभार: पीटीआई/फेसबुक)

कांग्रेस के 12 विधायक पार्टी ऑफिस में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे हैं.

येदियुरप्पा, सिद्धारमैया और कुमारस्वामी (बाएं से दांए). (फोटो साभार: पीटीआई/फेसबुक)
येदियुरप्पा, सिद्धारमैया और कुमारस्वामी (बाएं से दांए). (फोटो साभार: पीटीआई/फेसबुक)

 

बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस लगातार मोर्चेबंदी कर रहे हैं. इस बीच चुनाव में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुन लिया है.

वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक में कांग्रेस के 78 में से 66 विधायक पार्टी के ऑफिस में हुई बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. दूसरी ओर जेडीएस ने नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में एचडी कुमारस्वामी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है.

इसके बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि जेडीएस विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया जा रहा है. ये कालाधन कहां से आ रहा है? इनकम टैक्स के अधिकारी कहां हैं?

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से विधायकों को मंत्री बनाने का भी लालच दिया जा रहा है. हम नहीं चाहते खरीद-फरोख्त हो. केंद्र अथॉरिटी का गलत इस्तेमाल कर रहा है.

कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैंने 2004 और 2005 में भाजपा के साथ जाने का फैसला किया था, ये मेरे पिता के करियर पर एक धब्बा है. ईश्वर ने मुझे इस धब्बे को हटाने का मौका दिया है. इसलिए मैं कांग्रेस के साथ जा रहा हूं.’

जेडीएस विधायक दल के नेता ने इस खबर को भी गलत बताया कि उनकी मुलाकात प्रकाश जावड़ेकर और भाजपा नेताओं से हुई है. उन्होंने कहा कि वे और कांग्रेस के नेता राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.

हालांकि इन सबके बीच निगाहें राज्यपाल पर टिकी हैं कि सरकार बनाने के लिए वे पहले किसको बुलाएंगें. राज्यपाल के पास अभी दो विकल्प हैं, पहला ये कि वे सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को पहले बुलाएं और बहुमत साबित करने के लिए कहें या फिर जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए न्यौता दें, जोकि बहुमत का दावा कर रहे हैं.

इससे पहले भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि वे कल शपथ लेंगे. सुबह करीब 11 बजे बीएस येदियुरप्पा और प्रकाश जावड़ेकर राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे. वहां भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसी बीच खबर है कि निर्दलीय विधायक आर शंकर ने भी भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है. उन्होंने अपने समर्थन की चिट्ठी येदियुरप्‍पा को सौंप दी है.

इससे पहले भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायक उनकी संपर्क में है. ईश्वरप्पा ने कहा, इसमें कोई शक नहीं कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं. सौ प्रतिशत हम सरकार बना रहे हैं. बस देखते जाइए.

दूसरी ओर कांग्रेस विधायकों के दफ्तर नहीं पहुंचने पर सिद्धारमैया ने कहा,कर्नाटक में हम सरकार बना रहे हैं. सारे विधायक हैं, कोई भी गायब नहीं है. हालांकि कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायकों ने भाजपा के तरफ से आॅफर मिलने की बात स्वीकार की है.

कांग्रेस नेता आमरेगौड़ा पाटिल ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, मेरे पास भाजपा नेताओं का फोन आया था. उन्होंने मुझसे कहा कि हमारे साथ आ जाओ, हम आपको मंत्रालय भी देंगे. लेकिन मैं भाजपा में शामिल नहीं होने वाला. एचडी कुमारस्वामी हमारे मुख्यमंत्री हैं.

वहीं, जेडीएस नेता सरवना ने कहा, हमें नहीं पता वो (भाजपा) क्या ऑफर कर रहे हैं. लेकिन वो हमारे लोगों को फोन करने की कोशिश कर रहे हैं. हम सब एकजुट हैं, कोई भी हमारी पार्टी को नहीं छू सकता.

दूसरी ओर कांग्रेसी विधायकों को किसी रिजॉर्ट पर भेजे जाने संबंधी खबर पर कांग्रेस नेता एनए हारिस ने कहा, हमें लोगों के फैसले की रक्षा करनी है. भाजपा गंदी राजनीति कर रही है. हमें उनके स्तर पर गिरने की जरूरत नहीं है. हमारे पास 118 विधायक हैं. हमें किसी और की जरूरत नहीं है. मुझे किसी ने भी रिजॉर्ट पर नहीं बुलाया.