कर्नाटक फ्लोर टेस्ट: दोबारा शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही, येदियुरप्पा कर रहे हैं संबोधित

दोनों लापता कांग्रेसी विधायक विधानसभा में उपस्थित.

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 दोनों लापता कांग्रेसी विधायक विधानसभा में उपस्थित.

Karnataka Vidhana Soudha
कर्नाटक विधानसभा. (फोटो साभार: विकीमीडिया)

बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा में शनिवार को तीन दिन पुरानी येदियुरप्पा सरकार को शक्ति परीक्षण से गुजरना है और इसमें संख्या बल का काफी महत्व है.

लंच के बाद कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा विधानसभा को संबोधित कर रहे हैं. इससे पहले कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने आरोप लगाया कि ईडी, आईबी का गलत इस्तेमाल करके विधायकों को अगवा कर रखा गया. वहीं, कांग्रेस के दोनों कथित लापता विधायक विधानसभा में उपस्थित हैं. कांग्रेस नेता डी. शिवकुमार ने कहा है कि आनंद सिंह और प्रताप गौड़ा पाटील हमारे लिए वोट करेंगे.

भाजपा सरकार के भाग्य का फैसला करने वाला यह शक्ति परीक्षण शाम चार बजे होगा. भाजपा के द्वारा कथित खरीद-फरोख्त के डर से हैदराबाद के एक होटल में ठहरे हुए कांग्रेस और जेडीएस के विधायक शनिवार सुबह शहर लौट आए.


मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और सिद्धारमैया ने विधानसभा की सदस्यता की शपथ ले ली है. साथ ही में बाकी विधायकों के शपथ लेने का सिलसिला चल रहा है.

खबर है कि कांग्रेस के लापता विधायक प्रताप गौड़ा विधानसभा पहुंच गए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने बताया है कि प्रताप गौड़ा लौट आए हैं. वह कांग्रेस विधायक के रूप में शपथ लेंगे और कांग्रेस पार्टी को धोखा नहीं देंगे.

वहीं, आनंद सिंह भी होटल से बाहर निकलते हुए देखे गए हैं.

दूसरी ओर कांग्रेस ने वीडियो जारी कर बीएस येदियुरप्पा पर विधायक को रिश्वत देने का आरोप लगाया है.

 

इससे पहले, समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस के दोनों ‘लापता’ विधायक आनंद सिंह और प्रताप गौड़ा गोल्डफिंच होटल में मौजूद हैं. यह होटल विधानसभा से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. गोल्डफिंच होटल के बाहर कड़ा पहरा है. इनके साथ भाजपा के विधायक जी सोमशेखर रेड्डी भी मौजूद हैं.

एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस विधायक वीएस उगरप्पा ने आरोप लगाया कि भाजपा के बीवाई विजयेंद्र ने कांग्रेस के एक विधायक की पत्नी को फोन कर उनसे अपने पति को येदियुरप्पा के लिए फ्लोर टेस्ट में वोट करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि हम आपके पति को मंत्री पद देंगे या फिर उन्हें 15 करोड़ रुपए नगद देंगे.

वहीं, कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने कहा, ‘बहुमत परीक्षण के बाद भाजपा पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो जाएगी. उन्हें पता है कि उनके पास केवल 104 विधायकों की संख्या है, फिर भी वो जोड़तोड़ की सारी कोशिश कर रहे हैं, हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हमारे सभी विधायक एकजुट हैं. हमारे दो विधायक अभी यहां नहीं हैं, लेकिन जब भी वो आएंगे हमें (कांग्रेस) ही अपना समर्थन देंगे.’

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शक्ति परीक्षण का संचालन सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए विधान सभा के भीतर और इसके आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. विधानसभा की तरफ लोगों के जाने पर रोक लगा दी गई है. सचिवालय के अधिकारियों और कर्मियों को जांच से गुजरने के बाद ही परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है.

कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीट पर चुनाव कराया गया था. इस चुनाव परिणाम में भाजपा 104 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन बहुमत के लिए जरूरी 111 की संख्या से वह पीछे रह गई थी. कांग्रेस को यहां 78 सीटों पर जीत मिली जबकि जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली. परिणाम आने के साथ ही कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन बना लिया था और 117 सीटें होने का दावा किया था. इन विधायकों में बसपा और केपीजेपी के एक-एक विधायक हैं तथा एक निर्दलीय विधायक भी इसमें शामिल हैं.