मामले के आठ आरोपियों में से एक विशाल का दावा था कि जब अपराध हुआ, वो मेरठ में परीक्षा दे रहा था. विशाल ने बताया था कि 15 जनवरी को परीक्षा की अटेंडेंस शीट पर उसने हस्ताक्षर भी किए थे. फॉरेंसिक जांच में हस्ताक्षर फ़र्ज़ी पाए गए.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के आरोपी विशाल जंगोत्रा के हस्ताक्षर मेरठ में परीक्षा उपस्थिति पुस्तिका पर दर्ज हस्ताक्षर से मेल नहीं खाए. फॉरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.
गौरतलब है कि विशाल ने दावा किया था कि घटना के समय वह अपराध स्थल पर नहीं, बल्कि मेरठ में था.
जांच दल के अधिकारियों ने बताया कि सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल) की रिपोर्ट में कहा गया है कि विशाल के हस्ताक्षर मेरठ में परीक्षा उपस्थिति पुस्तिका के हस्ताक्षर से मेल नहीं खाए हैं. इस रिपोर्ट को जम्मू कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दिया गया है.
इस बीच, क्राइम ब्रांच ने विशाल के तीन दोस्तों को नोटिस जारी कर रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट में कहा गया है कि उपस्थिति पुस्तिका में विशाल ने नहीं, बल्कि किसी और ने हस्ताक्षर किए हैं.
जांच अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट में उल्लेख है कि अटेंडेंस शीट पर हस्ताक्षर विशाल ने नहीं किए थे, विशाल की जगह किसी और ने वहां हस्ताक्षर किए थे.
कठुआ गैंगरेप और हत्याकांड के आठ आरोपियों में से एक विशाल जंगोत्रा का दावा था कि जब अपराध हुआ, वो मेरठ में था. उसने जांचकर्ताओं को बताया था कि उसने 15 जनवरी को परीक्षा के पहले अटेंडेंस शीट भी साइन की थी.
एक अधिकारी ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने वह अटेंडेंस शीट सीएफएसएल को भेज दी थी क्योंकि जांच इस ओर इशारा कर रही थी कि शीट पर विशाल के किसी दोस्त ने हस्ताक्षर किए थे क्योंकि जम्मू से मेरठ के बीच उसकी ट्रेन लेट थी और वह मेरठ परीक्षा खत्म होने के बाद पहुंचा था.
क्राइम ब्रांच मामले में मेरठ के कॉलेज में विशाल की जगह उपस्थिति पुस्तिका में हस्ताक्षर करने वालों को घेरने के लिए अपनी जांच का दायरा बढ़ा चुका है. अधिकारियों को शक है कि विश्वविद्यालय में से ही किसी ने 15 जनवरी को परीक्षा हो जाने के बाद भी विशाल को अपनी उत्तर पुस्तिका लिखने की अनुमति दी थी क्योंकि उसकी ट्रेन जम्मू से मेरठ देरी से पहुंची थी.
अधिकारियों का यह भी आरोप है कि आरोपी जानबूझकर एक एटीएम में गया था और कैमरे की तरफ देखता हुआ दिखा था ताकि घटनास्थल पर अपनी अनुपस्थिति दर्ज करा सके.
अपने आरोप-पत्र में, क्राइम ब्रांच ने जिक्र किया है कि विश्वविद्यालय ने कथित तौर पर आरोपी सांझीराम से बड़ी राशि ली थी.
चार्जशीट में कहा गया है कि इस पहलू पर आगे जांच की जरूरत है क्योंकि संबंधित कॉलेज और विश्वविद्यालय से दस्तावेज इकट्ठा किए जाने हैं. आगे की जांच पूरी करने के बाद पूरक आरोप-पत्र दायर किया जाएगा.
विशाल जंगोत्रा मेरठ के एक कॉलेज से बैचलर ऑफ एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने कठुआ बलात्कार हत्या कांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर निकाली रैली
वहीं, जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता लाल सिंह ने मामले की सीबीआई जांच को लेकर दबाव बनाने के लिए कठुआ जिले में रविवार को लखनपुर से हीरानगर तक विशाल रैली की अगुवाई की.
सिंह और एक अन्य भाजपा नेता चंद्रप्रकाश गंगा ने अप्रैल माह में राज्य की महबूबा मुफ्ती सरकार से इस्तीफा दे दिया था. उससे पहले उन्होंने इस बलात्कार-हत्याकांड के सिलसिले में क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए आठ व्यक्तियों के पक्ष में एक रैली में हिस्सा लेकर विवाद को जन्म दे दिया था.
इस्तीफा देने के बाद सिंह ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए पूरे जम्मू क्षेत्र में एक अभियान शुरु किया और दर्जनों रैलियां, कैंडल लाइट मार्च निकाले और प्रदर्शन किया.
रविवार को सिंह और उसके सैकड़ों समर्थकों ने पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र लखनपुर से हीरानगर तक ‘डोगरी स्वाभिमान रैली’ निकाली. वे और उनके समर्थक नंगे पांव 35 किलोमीटर पैदल चले तथा उन्होंने सीबीआई जांच के समर्थन में नारे लगाए.
सिंह ने कहा कि यह रैली उन लोगों के लिए जवाब है जिन्होंने जम्मू क्षेत्र के डोगरा को बलात्कारी समर्थक, घृणा करने वाले और सांप्रदायिक करार दिया है. एक ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि आरोपियों को बचाने के लिए सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)