भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन जनादेश के ख़िलाफ़. राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, के चंद्रशेखर राव, चंद्रबाबू नायडू, सीताराम येचुरी, अखिलेश यादव, मायावती, पिनाराई विजयन समेत अन्य नेताओं के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने की उम्मीद है.
बेंगलुरु: जेडीएस नेता कुमारस्वामी 23 मई की शाम साढ़े चार बजे प्रदेश सचिवालय में कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्यपाल वजुभाई वाला कुमारस्वामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.
कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी मौजूद रहेंगी. कई गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय दलों के प्रमुख भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल रहेंगे.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने की उम्मीद है.
कर्नाटक में हमारा पहला उद्देश्य विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और विश्वास मत हासिल करना है: खड़गे
नई दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक के मुद्दे पर कहा है कि हमारे पहला उद्देश्य विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और विश्वासमत हासिल करना है. इन दोनों के बाद ही बाकी बातों पर चर्चा होगी.
Our first objective is speaker’s election, vote of confidence the next. Other things will be discussed only after these two are sorted: Mallikarjun Kharge, Congress on distribution of portfolios in Congress-JD(S) government in #Karnataka pic.twitter.com/t7xui4YJeZ
— ANI (@ANI) May 22, 2018
इसी बीच उपमुख्यमंत्री पद को लेकर जेडीएस और कांग्रेस के बीच मतभेद की खबरें चर्चा में हैं. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस दो उप मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है. एक लिंगायत समुदाय से और दूसरा दलित होगा. लेकिन जेडीएस इसे मान नहीं रही है. डीके शिवकुमार का नाम भी चर्चा में चल रहा है. गृह मंत्रालय, डीजीपी, मुख्य सचिव को लेकर भी विवाद है.
Senior Congress leader DK Shivakumar met Congress Vijayanagara MLA Anand Singh at Hilton hotel in Bengaluru’s Domlur. #Karnataka pic.twitter.com/xFny038AOu
— ANI (@ANI) May 22, 2018
इसी बीच कर्नाटक में कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार विजयनगर से विधायक आनंद सिंह से मिलने हिल्टन होटल पहुंचे हैं.
सरकार चलाने के लिए बनेगी समन्वय समिति
नई दिल्ली: कर्नाटक में बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला किया कि राज्य में सरकार चलाने के लिए एक समन्वय समिति बनेगी.
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों ने को बताया कि सरकार चलाने के लिए एक समन्वय समिति बनाई जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष भी कांग्रेस कोटे से होगा. जेडीएस नेता कुंवर दानिश अली ने इसकी पुष्टि की है कि समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस समिति में दोनों पार्टियों के पांच से छह सदस्य शामिल होंगे.
दूसरी तरफ, उपमुख्यमंत्री तथा कांग्रेस कोटे से मंत्रियों की संख्या पर कोई फैसला नहीं हुआ है. दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की बेंगलुरू में बैठक होगी जिसमें उप मुख्यमंत्री और सत्ता साझेदारी से जुड़े दूसरे मुद्दों पर फैसला होगा. मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘एच डी कुमारस्वामी जी के साथ गर्मजोशी भरी और सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई. हमने कर्नाटक में राजनीतिक हालात और परस्पर हित से जुड़े दूसरे मामलों पर चर्चा की. मैं बुधवार को उनके शपथ ग्रहण में शामिल होऊंगा.’
सोनिया और राहुल से मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने दोनों ने शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता स्वीकार कर लिया है. इस मुलाकात के बारे में दानिश अली ने कहा, ‘सोनिया जी और राहुल जी के साथ हमारे नेता ने एक शिष्टाचार मुलाकात की. कुमारस्वामी ने कहा कि पहले जो हुआ सो हुआ, अब हम दोनों दलों को साथ मिलकर चलना है और कर्नाटक और देश को एक नई दिशा देनी है. कुमारस्वामी ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया जिसे कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं ने स्वीकार कर लिया.’
माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से किसी नेता को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और इसके लिए जी परमेश्वर सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. इस बीच ऐसी अटकलें भी हैं कि कांग्रेस अपने दो नेताओं को उप मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, लेकिन जेडीएस इसके लिए तैयार नहीं है.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस कोटे से दो लोग उप मुख्यमंत्री बनेंगे, तो दानिश अली ने कहा, ‘इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता.’ सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस उपमुख्यमंत्री के अलावा सरकार में अपने लिए कुल 20 मंत्री पद चाहती है.
सोनिया और राहुल के साथ कुमारस्वामी की मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली. उन्होंने इससे पहले यहां बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की और कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनाने की योजनाओं पर चर्चा की. जेडीएस ने कर्नाटक चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कांग्रेस के साथ गठबंधन किया और चुनाव पूर्व उसका बसपा के साथ गठबंधन था.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन जनादेश के खिलाफ: अमित शाह
नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को जनादेश के खिलाफ बताते हुए उसे अपवित्र करार दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायेगी.
कर्नाटक में भाजपा के फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित नहीं कर पाने के बाद सोमवार को पहली बार अध्यक्ष अमित शाह मीडिया के सामने आए. कर्नाटक के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का हृदय से आभार जताते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन पर जोरदार हमला बोला.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह एंटी कांग्रेस मैनडेट है. उनके आधे से ज्यादा मंत्री हारे हैं. मुख्यमंत्री खुद हारे हैं. दूसरी सीट से भी सिद्धारमैया बहुत कम अंतर से जीते हैं. यह बताता है कि जनादेश कांग्रेस विरोधी है. पूर्ण बहुमत किसी के पास नहीं है. अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं करते तो कर्नाटक के जनता के जनादेश के रूप में काम नहीं होता. इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. विशेषरूप से कांग्रेस के खिलाफ मैनडेट के बाद हमने यह दावा किया था. कर्नाटक का परिणाम बताता है कि जनता ने कांग्रेस को नकारा है. भाजपा लगभग 13 सीटें नोटा से भी कम मार्जिन से हारी है. यह बताता है कि बीजेपी को मैनडेट देने के लिए जनता ने पूरा प्रयास किया है.
कांग्रेस की ओर से लगाए गए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर अमित शाह ने कहा कि हम पर तो हॉर्स ट्रेडिंग का गलत आरोप लगा है लेकिन इन्होंने तो पूरा अस्तबल बेच खाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गैर लोकतांत्रिक तरीके से अपने सारे विधायकों को होटल के कमरे में बंद किया अगर वो जनता के बीच जाते तो उन्हें जनता का मूड पता चल जाता. आज भी जब कांग्रेस अपने विधायकों को बाहर छोड़ेगी तो जनता उनसे जवाब मांगेगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को विजयी जुलूस और जश्न मनाने का मौका तक नहीं दिया. अगर ऐसा होता तो भाजपा अपना विश्वास मत हासिल कर लेती.
एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के खिलाफ हिंदू महासभा पहुंची सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी कर रहे जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ हिंदू महासभा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने अपनी याचिका में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के राज्यपाल के फैसले को रद्द करने की मांग की और एचडी कुमारस्वामी व अन्य के शपथ ग्रहण पर रोक की मांग की थी.
Hindu Mahasabha has filed a petition before the Supreme Court challenging the oath taking ceremony and appointment of H D Kumarswamy as the Karnataka Chief Minister,stating it is unconstitutional.
— ANI (@ANI) May 22, 2018
याचिका में यह भी कहा गया है कि चुनाव के परिणाम आने के बाद पोस्ट पोल एलायंस मतदाताओं के साथ धोखा है और ये असंवैधानिक है. जब इस याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की गई तो दूसरे पक्ष के वकील ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि सारे हलफनामे फर्जी हैं और जिन्होंने याचिका दाखिल की है वो हिंदू महासभा के सचिव नहीं हैं. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम मेंशनिंग को रद्द कर रहे हैं.
धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन के लिए चिरप्रतिद्वंद्वी से हाथ मिलाया: डी शिवकुमार
बेंगलुरु: वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक में धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाने के वास्ते जेडीएस से हाथ मिलाने के लिए उन्हें कड़वा घूंट पीना पड़ा.शिवकुमार ने कहा कि 1985 से ही वह गौड़ा परिवार के खिलाफ लड़ते आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं संसदीय चुनाव में सीनियर गौड़ा से हार गया था. उनके बेटे और बहु के खिलाफ चुनाव जीता. खूब राजनीति हुई. ढेर सारे मामलों से मैं दो चार हुआ लेकिन पार्टी और राष्ट्र के हित में हमें यहां धर्मनिरपेक्ष सरकार लाना है. यह राहुल गांधी का फैसला था.’
उन्होंने कहा , ‘… इसलिए हमने यह रुख अपनाया और मुझे कड़वा घूंट पीना पड़ा. यह मेरा कर्तव्य था.’
कार्यकर्ताओं ने राहुल को दी कर्नाटक में ‘राजनीतिक विजय’ की बधाई
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राहुल को कर्नाटक में मिली ‘राजनीतिक विजय’ की बधाई दी.
पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया, ‘राहुल गांधी आमतौर पर हफ्ते में एक दिन पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलते हैं, लेकिन ये मुलाकात इसलिए खास थी क्योंकि यह कर्नाटक में पार्टी को भाजपा पर मिली राजनीतिक विजय के ठीक बाद हुई.’
उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक की कामयाबी से पूरी पार्टी में उत्साह है. कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष को पहले इस कामयाबी की बधाई दी और फिर अपने मुद्दे उनके समक्ष रखे.’
कुमारस्वामी के शपथग्रहण में कांग्रेस नेताओं के साथ मंच साझा करेंगे येचुरी
नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में एचडी कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी कांग्रेस नेताओं के साथ मंच साझा करेंगे. कुमारस्वामी ने येचुरी को व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया है.
येचुरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली आए भावी मुख्यमंत्री ने मुझे फोन किया. मैंने कहा कि औपचारिकता की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने मुझे शपथग्रहण समारोह में आमंत्रित किया. मैं 23 मई को बेंगलुरु में इसमें शामिल होऊंगा.’
दिल्ली में माकपा पोलित ब्यूरो की बैठक में पार्टी ने समारोह में शामिल होने के लिए येचुरी को प्रोत्साहित किया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारी पार्टी की बैठक में हमने भाजपा को हराने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष बलों को एकजुट करने की राजनीतिक लाइन अपनाई.कांग्रेस सहित सभी धर्मनिरपेक्ष बलों के साथ येचुरी के मंच साझा करने में कोई समस्या नहीं है.’
कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे पिनाराई विजयन और अरविंद केजरीवाल
तिरूवनंतपुरम/नई दिल्ली: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन कर्नाटक में 23 मई को मुख्यमंत्री पद के लिए जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होंगे. मुख्यमंत्री कार्यालय सूत्रों ने बताया कि विजयन समारोह में शरीक हो रहे हैं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एवं जद (एस) प्रमुख देवगौड़ा और उनके बेटे कुमारस्वामी का न्यौता स्वीकार कर लिया है.
कुमारस्वामी जेडीएस-कांग्रेस गठजोड़ का नेतृत्व कर रहे हैं. वह दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे. गौरतलब है कि जेडीएस केरल में माकपा नीत एलडीएफ में सहयोगी दल है.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. एक अधिकारी ने बताया, ‘केजरीवाल, एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होंगे. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने आमंत्रित किया है.’
सूत्रों ने बताया कि कुमारस्वामी ने खुद केजरीवाल को फोन किया और उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया.
पहली बार कर्नाटक में एक मंच पर दिख सकते हैं मायावती, अखिलेश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक-दूसरे से हाथ जरूर मिलाया है लेकिन मायावती और अखिलेश यादव अभी तक एक मंच पर साथ नहीं दिखे हैं. कर्नाटक में जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में गठित होने जा रही सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में दोनों के एक साथ नजर आने की प्रबल संभावना है.
बहुजन समाज पार्टी के सहयोग से समाजवादी पार्टी द्वारा फूलपुर और गोरखपुर संसदीय क्षेत्रों के उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद अखिलेश यादव ने मायावती के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी, लेकिन किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में अभी तक दोनों साथ नहीं नजर आए हैं. यह पहला मौका होगा जब बुधवार को दोनों किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में साथ हो सकते हैं.
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को बुधवार को कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे. बसपा के एक नेता ने बताया कि कुमारस्वामी ने सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती से दिल्ली में मुलाकात की थी और वह कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह में जाएंगी.
कर्नाटक में विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव 11 जून को
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने कर्नाटक में विधान परिषद की 11 सीटों पर प्रस्तावित द्विवार्षिक चुनाव आगामी 11 जून को कराने का फैसला किया है.
आयोग की ओर से मंगलवार को जारी चुनाव कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई. इसके अनुसार राज्य में विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल 17 जून को समाप्त हो रहा है. इससे पहले इन सीटों पर चुनाव प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है. आयोग द्वारा इस बाबत 24 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी की जायेगी.
इसके साथ ही इन सीटों पर चुनाव प्रक्रिया शुरू होने पर उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे. नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई निर्धारित की गई है.
नामांकन पत्रों की जांच एक जून को की जाएगी जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि चार जून है. इसके बाद 11 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और इसी दिन शाम पांच बजे मतगणना कर चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जायेगा. आयोग द्वारा 15 जून तक चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)