कर्नाटक में भाजपा कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के दिन को ‘जनविरोधी दिवस’ के रूप में मना रही है. येदियुरप्पा बोले-जेडीएस और कांग्रेस के गठबंधन का आधार भूख, लालच और सत्ता है. इस तरह का गठबंधन तीन महीने से ज्यादा नहीं चलेगा.
![Dharmasthala: JD(S) leader and Karnataka chief minister-designate H D Kumaraswamy visits Manjunatha Swamy temple ahead of the swearing-in ceremony, at Kshetra Dharmasthala in Dharmasthala, Karnataka, on Tuesday](https://hindi.thewire.in/wp-content/uploads/2018/05/kumarswamy.jpg)
बेंगलुरु: कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व कर रहे एचडी कुमारस्वामी बुधवार शाम मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई नेता और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शरीक होंगे.
जेडीएस प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के तीसरे पुत्र कुमारस्वामी को राज्यपाल वजुभाई वाला विधानसौध के सामने शाम साढ़े चार बजे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.
शपथ ग्रहण समारोह के लिए बड़ा मंच बनाया गया है. समारोह में कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के शरीक होने की उम्मीद है. इसके जरिए 2019 के आमचुनाव से पहले भाजपा को विपक्षी एकजुटता का एक संदेश दिए जाने की उम्मीद है.
वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने इसे जनविरोधी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है. भाजपा ने मंगलवार को बयान जारी करके कहा है कि वह कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन को जनविरोधी और अपवित्र मानती है, इन लोगों ने लोगों के जनादेश को हथिया लिया है.
BJP observing ‘Anti-People’s Mandate Day’ in #Karnataka in view of the swearing-in ceremony of the Janata Dal (Secular)-Congress coalition government. BS Yeddyurappa says, ‘hunger, greed & power is the basis of JD(S)-Congress alliance, such alliance will not even last 3 months’ pic.twitter.com/8OliMHlRaj
— ANI (@ANI) May 23, 2018
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने इस जनविरोधी दिवस प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे. इस दौरान हजारों की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता काला झंडा दिखाकर नई सरकार के गठन का विरोध करेंगे. यह प्रदर्शन पूरे राज्य में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता करेंगे.
इससे पहले सरकारी अधिकारियों और जेडीएस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष एवं उनकी मां सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के भी समारोह में शरीक होने की संभावना है.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, बिहार विधानसभा में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और नेकां के नेता फारूक अब्दुल्ला के भी उपस्थित होने की उम्मीद है. बसपा प्रमुख मायावती और सपा नेता अखिलेश यादव भी समारोह में शरीक होंगे. इस बीच, द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने बेंगलुरु की अपनी यात्रा रद्द कर दी है. इसकी बजाय वह तमिलनाडु में तूतीकोरीन जाएंगे, जहां मंगलवार को पुलिस गोलीबारी में नौ लोग मारे गए.
कर्नाटक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि राज्य में पार्टी अध्यक्ष जी परमेश्वर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस के रमेश कुमार अगले विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) होंगे, जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष पद जेडीएस के खाते में जायेगा.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के 22 और जेडीएस से 12 मंत्री होंगे. शुक्रवार को विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण के बाद वे शपथ लेंगे. अधिकारियों ने इससे पहले बताया था कि कुमारस्वामी बृहस्पतिवार को सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे.
कुमारस्वामी एक हफ्ते के अंदर कर्नाटक में शपथ लेने वाले दूसरे मुख्यमंत्री होंगे. दरअसल, भाजपा के प्रदेश प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने 19 मई को शक्ति परीक्षण का सामना किए बगैर इस्तीफा दे दिया था. कुमारस्वामी ने कहा कि विभागों के आवंटन पर शुक्रवार को चर्चा होगी. गठबंधन के सुचारू रूप से कामकाज करने के लिए एक समन्वय समिति गठित की जाएगी.
कुमारस्वामी का यह दूसरा कार्यकाल होगा. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2006 से अक्तूबर 2007 के बीच 20 महीनों तक जेडीएस-भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था. कुमारस्वामी ने स्वीकार किया है कि अगले पांच साल कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार चलाना उनके लिए ‘बड़ी चुनौती’ रहेगी.
गौरतलब है कि 224 सदस्यीय विधानसभा की प्रभावी क्षमता फिलहाल 221 सदस्यों की है. विधानसभा चुनाव में भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)