पिछले साल कश्मीर में अपनी जीप के बोनट पर एक नागरिक को बांधकर घुमाने वाले मेजर लीतुल गोगोई को पुलिस ने हाल ही में एक होटल विवाद के बाद एक लड़की के साथ हिरासत में लिया था.
श्रीनगर: सेना प्रमुख बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा कि यदि मेजर लीतुल गोगोई ‘किसी अपराध’ के दोषी पाये जाते हैं तो उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार 23 मई को श्रीनगर में जब मेजर गोगोई 18 साल की एक महिला के साथ किसी होटल में घुसने की कोशिश कर रहे थे तब कहासुनी होने पर उन्हें पुलिस ने कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था.
रावत ने आर्मी गुडविल स्कूल जाते समय पहलगाम में संवाददाताओं से कहा, ‘यदि भारतीय सेना का कोई भी अधिकारी किसी भी अपराध का दोषी पाया जाता है तो हम कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘यदि मेजर गोगोई ने कुछ गलत किया है तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि उन्हें जल्द से जल्द सजा दी जाएगी. यह सजा एक मिसाल कायम करेगी.’
यह भी पढ़े: मेजर गोगोई हमारे घर दो बार बेवजह घुस आए थे: हिरासत में ली गई लड़की की मां
जम्मू कश्मीर पुलिस ने गोगोई से जुड़ी इस घटना की जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के बीरवाह में सेना के 53 आरआर में तैनात गोगोई पिछले साल तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने 9 अप्रैल, 2017 को जिले के चिल-ब्रास गांव के निवासी फ़ारूक़ अहमद डार को सेना की जीप पर बांधा था.
यह घटना श्रीनगर-बडगाम लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दिन की है. गोगोई ने डार को इस तरह से जीप से बांध कर करीब पांच घंटे तक कई गांवों में घुमाया. उन्होंने ऐसा कश्मीरियों को यह चेतावनी देने के लिए किया कि सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने वालों का यही अंजाम होगा.
उस समय 29 मई को सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने यह कहकर डार के मानव कवच के तौर पर इस्तेमाल किए जाने का बचाव किया था कि सेना जम्मू और कश्मीर में एक ‘गंदा युद्ध’ लड़ रही है, जिसे नए तरीकों से लड़े जाने की जरूरत है. बाद में उन्होंने मेजर गोगोई को उग्रवाद विरोधी कार्रवाइयों में उनके योगदान के लिए सेना प्रमुख के प्रशंसा मेडल से सम्मानित भी किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)