टांडा से भाजपा विधायक संजू देवी के आंबेडकर की प्रतिमा को भगवा पहनाने पर हुआ विवाद. विधायक बोलीं, भगवा सामान्य रंग, इसे राजनीति से न जोड़ें.
उत्तर प्रदेश के आंबेडकरनगर ज़िले स्थित टांडा से भाजपा विधायक संजू देवी ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को दूध से नहलाकर भगवा वस्त्र पहनाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है.
नवभारत टाइम्स की ख़बर के अनुसार, गुरुवार को विधायक संजू देवी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने टांडा के थिरुआ में बाब साहेब आंबेडकर की प्रतिमा को मंत्रोच्चार कर दूध से नहलाया और फिर प्रतिमा पर तिलक लगाकर उसे भगवा वस्त्र पहना दिए.
इस घटना पर बसपा के पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आंबेडकर के सिद्धांतों पर चलते नहीं है, बस ये सब सिर्फ दिखावे के लिए करते हैं.
वहीं विधायक संजू देवी का कहना था कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के तहत इलाके में सफाई अभियान के बाद आंबेडकर की मूर्ति को दूध से नहलाकर अभिषेक किया गया था.
प्रतिमा को भगवा वस्त्र पहनाने के पीछे विधायक ने तर्क दिया है कि भगवा रंग किसी विशेष धर्म या राजनीतिक पार्टी का रंग नहीं है और इसे राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
मालूम हो कि इससे पहले अप्रैल महीने में बदायूं जिले के कुंवरगांव में कुछ शरारती लोगों ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ दिया था. इसके बाद दोबारा बनाई गयी प्रतिमा को भगवा रंग दिया गया गया था, जिस पर विवाद हुआ. विवाद के बाद इसे फिर से नीला पेंट कर दिया गया था.