शर्मिष्ठा ने कहा, प्रणब ने नागपुर जाकर संघ को फ़र्ज़ी ख़बरें और अफवाहें फैलाने का मौका दिया

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी ने पिता को नसीहत देते हुए कहा कि संघ द्वारा आपका भाषण भुला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी, जिन्हें फ़र्ज़ी बयानों के साथ फैलाया जाएगा.

/
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी. (फोटो साभार: फेसबुक)

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी ने पिता को नसीहत देते हुए कहा कि संघ द्वारा आपका भाषण भुला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी, जिन्हें फ़र्ज़ी बयानों के साथ फैलाया जाएगा.

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी. (फोटो साभार: फेसबुक)
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएएस) के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कई कांग्रेस नेताओं के बयान के बाद अब उनके परिजनों ने ही इस पर सवाल उठा दिए हैं.

मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा ने बुधवार को कहा कि वह (प्रणब) नागपुर जाकर भाजपा एवं आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने और अफवाहें फैलाने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं.

उन्होंने खुद के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जाने की अटकलों को खारिज किया. उन्होंने अपने पिता को सचेत भी किया कि वे बुधवार की घटना से समझ गए होंगे कि भाजपा का ‘डर्टी ट्रिक्स’ विभाग किस तरह से काम करता है.

दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, ‘आशा करती हूं कि प्रणब मुखर्जी को आज (बुधवार) की घटना से इसका अहसास हो गया होगा कि भाजपा का डर्टी ट्रिक्स विभाग किस तरह काम करता है.’

उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि आरएसएस कभी यह कल्पना भी नहीं करेगा कि आप अपने भाषण में उनके विचारों का समर्थन करेंगे. लेकिन भाषण को भुला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी तथा इनको फर्जी बयानों के साथ फैलाया जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘आप नागपुर जाकर भाजपा/आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने, अफवाहें फैलाने और इनको किसी न किसी तरह विश्वसनीय बनाने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. और यह तो सिर्फ शुरुआत भर है.’

प्रणब मुखर्जी नागपुर पहुंचे

बहरहाल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सात जून को आयोजित होने वाले आरएसएस के एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए छह जून को नागपुर पहुंच गए . मुखर्जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हामी भरने के बाद से ही यह चर्चा और विवाद के केंद्र में है.

कांग्रेस के नेता के तौर पर आरएसएस की लगातार आलोचना करने वाले मुखर्जी संघ के मुख्यालय में आयोजित होने वाले ‘संघ शिक्षा वर्ग’ के समापन समारोह में हिस्सा लेंगे. मुखर्जी को आरएसएस के स्वयंसेवकों के लिए आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है.

इस कार्यक्रम में शामिल होने के निमंत्रण पर मुखर्जी की सहमति के बाद से ही कई कांग्रेस नेता उनसे ‘धर्मनिरपेक्षता के हित में’ इसमें शिरकत नहीं करने का आग्रह कर चुके हैं.

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के इस क़दम पर उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी के सवाल उठाने के बाद गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा है, ‘मैंने प्रणब दा से यह उम्मीद नहीं की थी.’

शर्मिष्ठा से पहले कांग्रेस के कई नेता पूर्व राष्ट्रपति के संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले पर सवाल खड़े कर चुके हैं. कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं जयराम रमेश, रमेश चेन्नीथला और सीके ज़ाफ़र शरीफ़ ने चिट्ठी लिखकर मुखर्जी से संघ के कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला बदलने की अपील की थी.

हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)