भारत वैश्विक शांति सूचकांक में 163 देशों में 137वें पायदान पर

ऑस्ट्रेलिया के इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी सूचकांक में आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश है. भारत की रैंकिंग में पिछले साल की अपेक्षा चार स्थान का सुधार देखा गया है.

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ऑस्ट्रेलिया के इंस्टिट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी सूचकांक में आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश है. भारत की रैंकिंग में पिछले साल की अपेक्षा चार स्थान का सुधार देखा गया है.

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लंदन: ऑस्ट्रेलियाई विचार मंच ‘इंस्टिट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी)’ द्वारा जारी वैश्विक शांति सूचकांक 2017 में भारत 163 देशों में 137वें पायदान पर है. हालांकि, उसकी स्थिति में चार बीते वर्ष की अपेक्षा चार स्थान का सुधार हुआ है.

2016 में इसी सूचकांक में भारत 141वें पायदान पर था. सुधार की स्थिति इस दौरान हिंसक अपराध के स्तर में कमी के चलते आई है.

सूचकांक के अनुसार, आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश बना हुआ है. आइसलैंड इस स्थान पर 2008 से ही काबिज है. इसके साथ ही पांच सबसे शांतिपूर्ण रैंकिंग वाले देशों में न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल और डेनमार्क शामिल हैं.

सीरिया विश्व का सबसे कम शांति वाला देश है, वह इस स्थान पर पिछले पांच वर्षों से कायम है. अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, इराक और सोमालिया अन्य सबसे कम शांति वाले देशों में शामिल हैं.

इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस ने कहा, ‘भारत की रैंकिंग में चार स्थानों का सुधार मोटे तौर पर कानून प्रवर्तन बढ़ने से हिंसक अपराध के स्तर में आई कमी के चलते हुआ है. इस बीच, कश्मीर में 2016 के मध्य में अशांति बढ़ने से भारत और उसके पड़ौसी पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, बाहरी संघर्ष से दोनों देशों में मृतक संख्या बढ़ गई थी.’

संस्थान ने कहा कि ऐसे देश जिन्होंने पिछले 30 वर्षों में भारी हथियारों की क्षमता में सबसे अधिक वृद्धि प्रदर्शित की वे मुख्य रूप से अस्थिर क्षेत्रों में हैं. यहां पड़ोसी देशों के साथ बहुत अधिक तनाव है.

इनमें मिस्र, भारत, ईरान, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया और सीरिया शामिल हैं.

2017 वैश्विक शांति सूचकांक का परिणाम दिखाता है कि पिछले वर्ष शांति का वैश्विक स्तर 0.27 प्रतिशत खराब हुआ है. 92 देशों में यह खराब हुआ जबकि 71 देशों में इसमें सुधार हुआ.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)