यूपी सरकार ने नाइजीरियाई छात्रों पर हमले की जांच के आदेश दिए

उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा में चार नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले की जांच के आदेश दे दिए हैं. इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा में चार नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले की जांच के आदेश दे दिए हैं. इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

Nigerians Attack Greater Noida HT Photos
हमले में घायल नाइजीरियाई छात्र. (फोटो साभार: वीरेंद्र सिंह गोसाईं/एचटी फोटो)

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले को गंभीरता से लिया है. पुलिस से कहा गया है कि वह इस मामले की  जांच करके जल्द से जल्द सरकार को रिपोर्ट दे.

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है, जिसे जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा. सिंह ने कहा कि नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले के दोषी लोगों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

इस बीच, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. मुक़दमा दर्ज किया जा चुका है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

Greater Noida African Student
ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शन करते अफ्रीकी छात्र. (फोटो साभार: Association of African Students in India)

इससे पहले उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सोमवार शाम को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने अफ्रीकी छात्रों पर हमला कर दिया था. यह भीड़ स्थानीय छात्र मनीष खारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद प्रदर्शन कर रही थी. पुलिस ने अब तक मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि सुषमा स्वराज ने यूपी सरकार से इस पूरे मसले पर जवाब मांगा है. वहीं, दूसरी ओर नाइजीरियाई हाई कमीशन के अफसर घायल छात्रों से मिलने अस्पताल भी गए.

साथ ही एसोसिएशन ऑफ अफ्रीकन स्टूडेंट्स इन इंडिया (एएएसआई) ने कहा है कि वो भारत में नस्लवाद के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाएगा. फेसबुक पेज पर जारी बयान के अनुसार, एएएसआई अफ्रीकी यूनियन को भारत से सभी द्विपक्षीय व्यापार बंद करने को कहेगा.

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सोमवार को ग्रेटर नोएडा में लोगों ने एसएसपी और डीएम कार्यालय का घेराव किया और कैंडल मार्च भी निकाला. इस दौरान पुलिस के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की गई. (फोटो साभार: हिंदुस्तान टाइम्स फोटो)

इस बीच अफ्रीकी नागरिकों पर हो रहे हमलों के बीच विचलित कर देने वाला एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियों में एक व्यक्ति को मॉल के भीतर भीड़ द्वारा लातों-घूंसों और स्टील के कूड़ेदानों से पीटा जा रहा है. इसे एसोसिएशन ऑफ अफ्रीकन स्टूडेंट्स इन इंडिया ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर अपलोड किया है.

क्या है मामला

ग्रेटर नोएडा के एनएसजी सोसाइटी निवासी 12वीं का छात्र मनीष खारी 23 मार्च की रात घर से लापता था. बीते 24 मार्च को वह अपनी सोसाइटी के बाहर बेहोशी की हालत में मिला था. उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मनीष के पिता किरण पाल ने अपनी शिकायत में पांच नाइजीरियाई छात्रों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मनीष को ड्रग्स देकर उसकी हत्या कर दी.

इस मामले में नाइजीरियन युवकों पर अगवा करके ड्रग्स देकर हत्या करने का आरोप है. किरनपाल ने कासना कोतवाली में पांच नाइजीरियन उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद शाकिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान, सईद अबू वकार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पहले दो आरोपियों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में रविवार को नाइजीरियाई नागरिकों के दबाव में आकर आरोपियों को छोड़ दिया.

सोमवार रात सैकड़ों की संख्या में लोग मनीष की मौत के लिए ज़िम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परी चौक और अंंसल प्लाजा पर कैंडल मार्च निकाल रहे थे. इसी बीच वहां से गुज़र रहे कुछ नाइजीरियाई छात्रों पर आक्रोशित भीड़ ने हमला कर दिया.

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि स्टडी वीजा लेकर ग्रे नोएडा में पढ़ने आए नाइजीरियाई छात्र मादक पदार्थों का कारोबार कर रहे हैं. घटना के बाद स्थानीय लोगोंं में नाइजीरियाई छात्रों के खिलाफ खासा रोष है. लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने एहतियातन उन सोसाइटी के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया है जहां अफ्रीकी मूल के छात्र रहते हैं.

हमले के मामले में एक नाइजीरियाई छात्र मोहम्मद जरूद्दीन ने सुरेंद्र, अभिषेक, श्याम लोहिया, विपिन खारी सहित 1200 लोगों के ख़िलाफ़ धारा 147, 148, 323, 307, 364 व 7 क्रिमिनल लॉ एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने मंगलवार सुबह अभिषेक, विपिन, श्याम, अनिल और रवींद्र नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से 54 लोगों की पहचान की गई है. इस सिलसिले में जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह ने भी गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

सुषमा से मांगी मदद

अफ्रीकी छात्रों में से एक ने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्ववीट किया था और कहा था कि क्षेत्र में रहना अब जीवन को खतरे में डालने वाला मुद्दा बनता जा रहा है. जिसके बाद सुषमा ने कहा, केंद्र सरकार तुरंत कदम उठा रही है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.

सुषमा ने ट्वीट किए, ‘मैंने ग्रेटर नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंंत्री आदित्यनाथ योगी से बात की. उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.’

विदेश मंत्री सुषमा ने कहा, हम तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं.

राज्य सरकार भी हरकत में

इस मामले पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि नाइजीरियाई छात्रों पर हमला बेहद गंभीर मामला है. इसमें पूरी जांच कराई जाएगी. जल्द ही इस मामले की पूरी रिपोर्ट केंद्र सरकार को उपलब्ध करवाई जाएगी. वहीं गौतमबुद्ध नगर के डीएम एनपी सिंह ने कहा, ‘यह हेट क्राइम नहीं है. न ही किसी नस्ल के खिलाफ किसी तरह का गुस्सा है. कुछ लोगों ने एक युवक की मौत को लेकर अफवाह फैलाई, जिसके बाद यह घटना घट गई.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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