छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हफ्ते भर के भीतर बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ द्वारा पिटाई का यह तीसरा मामला है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में ग्रामीणों ने शुक्रवार को बच्चा चोर होने के संदेह में एक विक्षिप्त व्यक्ति को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला है. अंबिकापुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत मेंड्राकला गांव में बच्चा चोर के शक में ग्रामीणों ने एक विक्षिप्त व्यक्ति को कथित रूप से लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि शुक्रवार सुबह मेंड्राकला गांव में 40 वर्षीय एक व्यक्ति कही से घूमते हुए आ गया था. बाहरी व्यक्ति को देखकर ग्रामीण एकत्रित हो गए और उससे पूछताछ करने लगे. जब व्यक्ति ने कोई जवाब नहीं दिया तब ग्रामीणों ने उसे बच्चा चोर समझा और लाठियों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी.
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक भीड़ से जान बचाने के लिए युवक बिलासपुर रोड से लगे घुनघुट्टा नदी में घुस गया लेकिन लोग नहीं माने. उसे नदी से निकाला और पत्थर और डंडे से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद भी कुछ लोग शव को डंडे से पीटते रहे.
इस दौरान भीड़ में से किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. सूचना पर पुलिस पहुंची लेकिन उससे पहले ही ग्रामीण फरार हो गए. पुलिस के अनुसार युवक का सिर पत्थर से कुचला गया था. शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली तब घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि इस घटना में मृत व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस उसकी पहचान करने की कोशिश कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि शहर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर बसे मेंड्राकला और आसपास के गांवों में पिछले लगभग एक सप्ताह से बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई है.
ग्रामीणों के मुताबिक उन्हें जानकारी मिली है कि क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है और वह गांव से बच्चा चुरा लेता है. उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने गांव के लगभग 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस भी इसके आधार पर लोगों की पहचान करने में जुटी है. वीडियो में नजर आ रहा है कि व्यक्ति के मरने के बाद भी एक-दो युवक उसे डंडे से मार रहें हैं.
दैनिक भास्कर की इसी खबर के अनुसार तीन दिन पहले लखनपुर के अंधला में रात के समय घूम रहे एक दूसरे विक्षिप्त को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर पीटा था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया, जिससे उसकी जान बच गई थी. दूसरी घटना बुधवार को दरिमा थाना के गाम बेलखरिखा में हुई थी, जहां एक वृद्ध को लोगों ने बच्चा चोर समझकर पीटा था.
घटना स्थल से मेंड्राकला, उदयपुर ढाब व सिंगीटाना गांव लगे हैं. तीनों गांव लगभग चार सौ से पांच सौ मीटर रेडियस में हैं. घटना स्थल पर पैरों के मिले निशान व वायरल हुए वीडियो में जिस तरह की भीड़ दिख रही है, उससे अनुमान है कि आस-पास के तीनों गांवों के बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना के समय यहां पहुंचे होंगे. पुलिस युवक को देख कर उसके विक्षिप्त होने का अनुमान लगा रही है.
एक ग्रामीण ने बताया कि युवक सुबह मेंड्राकला में पहुंचने के बाद किसी महिला को दौड़ाने लगा था. इसके बाद ग्रामीण उसके पीछे पड़ गए जिसके बाद लोग इसका पीछा करने लगे और उसकी पीट- पीटकर हत्या कर दी गई.
सरगुजा के एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘लोगों को इस तरह की अफवाहों में नहीं आना चाहिए. पुलिस ग्रामीण इलाकों में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है, ताकि बच्चा चोर गिरोह के घूमने की अफवाह में न आएं. इस अभियान का और विस्तार किया जाएगा.’
अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की अफवाह फैलने के बाद पुलिस गांव-गांव जाकर लोगों को ऐसी अफवाह से बचने की सलाह दे रही है. मेंड्राकला गांव में भी पुलिस ने बैठक लेकर अफवाह से बचने और संदेहास्पद व्यक्ति की जानकारी मिलने पर पुलिस में खबर देने के लिए समझाया था.
इसी तरह 19 जून को दैनिक भास्कर में छपी एक ख़बर के अनुसार, छत्तीसगढ़ में गरियाबंद जिले के देवभोग में भी बच्चा चुराने की अफवाह पर लोगों ने एक विक्षिप्त व्यक्ति पर हमला कर दिया वो इशारे में बेगुनाही का सबूत देने की कोशिश करता रहा लेकिन अफवाह से एकत्रित भीड़ ने विक्षिप्त की बेरहमी से पिटाई कर दी. भीड़ ने गुस्से में उसे नग्न अवस्था में बैठाकर बकायदा सोशल मीडिया पर वीडियो फोटो वायरल करना शुरू कर दिया समय पर पुलिस ने पहुंच उसकी जान बचाई.
मालूम हो कि हाल ही में असम के कार्बी आंगलांग ज़िले में दो लोगों की बच्चा चोर समझ कर लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. इसी तरह झारखंड के गोड्डा ज़िले में मवेशी चोर समझकर भीड़ ने दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी.
पश्चिम बंगाल के मालदा ज़िले में भी बच्चा चोर समझकर एक व्यक्ति की पीट-पीट पर हत्या कर दी गई थी. इसी तरह के एक अन्य घटना महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में हुई. यहां लुटेरा समझकर दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.
वहीं उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में भीड़ ने दो लोगों पर इसलिए हमला कर दिया क्योंकि उन्हें शक था कि वे अपने साथ गाय और बछिया को हत्या करने के मकसद से ले जा रहे हैं. भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटे गए दोनों व्यक्तियों में से एक की मौत हो गई है.
वहीं बीते 13 जून को झारखंड में मवेशी चोरी के आरोप में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है. बीते 15 दिनों मे अफ़वाह पर विश्वास कर भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर देने का यह छठा मामला सामने आया है.