दक्षिण त्रिपुरा ज़िले के कलाछारा में त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग के एक सदस्य की पीट-पीट कर हत्या. पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी में हुई एक अन्य घटना में एक पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल. 48 घंटों के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवा बंद.
अगरतला: राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बच्चा चोर होने के संदेह में त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग के एक सदस्य सहित तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या की दी गई.
सहायक पुलिस महानिरीक्षक स्मृति रंजन दास ने बताया कि गुरुवार रात दक्षिण त्रिपुरा ज़िले के कलाछारा में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने सुकांत चक्रवर्ती (33) की पीट-पीट कर हत्या कर दी.
इसके अलावा पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी में बच्चा चोर होने के संदेह में एक अन्य व्यक्ति की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. तीसरी घटना सिपाहीजाला ज़िले के बिशालगढ़ में हुई. इसमें चार लोगों के साथ वाहन पर जा रही एक महिला की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई.
दक्षिण त्रिपुरा ज़िले के कलाछारा में मारे गए सुकांत चक्रवर्ती राज्य के सूचना एवं संस्कृति विभाग की एक टीम के सदस्य थे, जो अफवाहों के ख़िलाफ़ अभियान चला रही थी.
दास ने बताया कि चक्रवर्ती पर उस समय हमला किया गया जब उनकी टीम सबरूम से लौट रही थी.
पीट-पीट कर हत्या की घटनाओं को देखते हुये त्रिपुरा पुलिस महानिदेशक एके शुक्ला ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पूरे राज्य में अगले 24 घंटे के लिए एसएमएस और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है.
मुख्यमंत्री बिप्लब देव ने शुक्रवार को लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि राज्य में कोई बच्चा चोर नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए यह माकपा की साज़िश है.
त्रिपुरा में भीड़ ने गुरुवार को बच्चा चोर होने के संदेह में एक व्यक्ति की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस घटना में 3 अन्य लोग घायल हुए हैं.
यह घटना पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी में हुई है. मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फ़रनगर निवासी ज़हीर खान के रूप में की गयी है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक काम के सिलसिले में ज़हीर अपने दो अन्य साथियों, गुलज़ार अहमद और खुर्शीद खान के साथ यहां एक स्थानीय व्यक्ति स्वपन मिया से मिलने आये थे.
सहायक पुलिस महानिरीक्षक (एआईजी) स्मृति रंजन दास ने बताया कि सुबह करीब साढ़े नौ बजे राज्य से बाहर के तीन रेहड़ी वाले कारोबार के सिलसिले में अगरतला आए थे.
एआईजी ने बताया कि उन्होंने बिटरबन क्षेत्र से एक वैन किराए पर ली थी, जब वे लोग उस इलाके में घूम रहे थे तो बच्चा चोर होने के शक में लोगों ने उन पर हमला कर दिया.
दास ने बताया कि इन चारों ने इलाके में स्थित त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के एक शिविर में शरण ली. उस समय करीब एक हजार लोगों ने उनका पीछा किया और शिविर में घुस गए और इनमें से एक जहीर को पीट-पीटकर मार दिया.
भीड़ के हमले में ज़हीर के दोनों अन्य साथी गुलज़ार और खुर्शीद समेत स्थानीय निवासी स्वपन और एक पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. घायलों का अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि टीएसआर जवानों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दो गोलियां हवा में चलाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
घटना के बाद त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक एके शुक्ला ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि जिले में एसएमएस और इंटरनेट डेटा सेवा 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है.
इसके अलावा सिपाहीजाला ज़िला के बिशालगढ़ में गुरुवार को एक अज्ञात महिला की उस समय पीट-पीट कर हत्या कर दी गई जब वह चार लोगों के साथ एक वाहन में जा रही थीं. पिटाई के कारण एक व्यक्ति घायल हो गया.
ज्ञात हो कि सोशल मीडिया पर शहर में बच्चा चोरी करने वाले गिरोह के आने की अफवाह चल रही है. भीड़ के इस हमले के पीछे भी यही अफवाह बताई जा रही है.
इससे पहले इसी क्षेत्र में बुधवार को एक 11 साल के स्कूली बच्चे का शव मिला था, जिसके बाद यह अफवाह चल निकली कि मारकर उसके गुर्दे निकाल लिए गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री बिप्लव देब ने यह स्पष्ट किया कि यह झूठी खबर है और पोस्टमार्टम में बच्चे के गुर्दे ठीक पाए गये थे.
त्रिपुरा पुलिस ने भी इस हत्या की निंदा करते हुए कहा था कि ये पूरी तरह बकवास बातें हैं कि इलाके में कोई बच्चा चोर गैंग सक्रिय है जो किडनी की चोरी करता है.
डीजीपी अखिल कुमार शुक्ला ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और साथ ही समाज में आतंक फैलाने के लिए फेक न्यूज़ का प्रचार-प्रसार न करें. डीजीपी ने चेतावनी भी दी कि फेक न्यूज़ फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
देश के कई राज्यों में फैली है अफवाह
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में बच्चा चोर गैंग के सक्रिय होने की सोशल मीडिया पर अफवाह फैली हुई है.
गुजरात से भी बच्चा चोरी की अफवाह पर हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. कुछ दिन पहले गुजरात के कई शहरों में अफवाह के चलते पीट-पीट कर मारने के मामले सामने आए हैं. अहमदाबाद में बच्चा चुराने के शक में एक भीड़ ने 40 वर्षीय महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी.
इसी उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के पिलखुआ क्षेत्र में बीते 18 जून को ग्रामीणों ने गोहत्या के शक में दो मुस्लिम व्यक्तियों को पीटकर घायल कर दिया था. इनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ज़िले में ग्रामीणों ने बीते 23 जून को बच्चा चोर होने के संदेह में एक विक्षिप्त व्यक्ति को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला था. बिहार के पूर्णिया में इसी महीने डायन होने के आरोप में एक महिला के अपने ही परिजनों ने उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी.
जून महीने में ही झारखंड के गोड्डा ज़िले के बनकट्टी गांव में मवेशी चोरी के आरोप में सिराबुद्दीन अंसारी और मुर्तजा की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है. इसी तरह महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले के वैजापुर तालुका के चंदगांव गांव में बीते आठ जून को लुटेरे होने के संदेह में ग्रामीणों की भीड़ ने दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी.
हाल ही में पश्चिम बंगाल में बच्चा चोर होने के संदेह में मालदा जिले में व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इसके अलावा पिछले महीने असम के कार्बी आंगलांग जिले में बच्चा चुराने के शक में संगीतकार और उसके दोस्त की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)