सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक 52 देशों की यात्रा कर चुके हैं. इस दौरान कुल 165 दिन वह विदेशों में रहे हैं.
अपने 48 महीनों के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 41 विदेश यात्राओं के दौरान 50 से ज़्यादा देशों का भ्रमण किया. इन विदेश यात्राओं पर 355 करोड़ रुपये ख़र्च किए गए हैं और इस दौरान प्रधानमंत्री ने कुल 165 दिन विदेशों में गुज़ारे हैं.
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी से इस बारे में पता चला है. 15 जून 2015 से बाद की इन यात्राओं पर कुल 3,55,30,38,465 रुपये ख़र्च हुए.
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस रिपोर्ट के अनुसार, आरटीआई कार्यकर्ता भीमप्पा गदद ने प्रधानमंत्री कार्यालय से इस संबंध में जानकारी मांगी और उसे वेबसाइट के साथ साझा किया.
रिपोर्ट के अनुसार, इन 41 विदेश यात्राओं के दौरान प्रधानमंत्री 52 देशों में गए. इसमें सबसे ज़्यादा आठ दिन उन्होंने फ्रांस, जर्मनी और कनाडा में गुज़ारे. मोदी ने इन तीन देशों की यात्रा अप्रैल 2015 में की थी.
तीन देशों की यह यात्रा मोदी की सबसे ख़र्चीली यात्रा है. इस यात्रा पर कुल 31 करोड़ 25 लाख 78 हज़ार रुपये ख़र्च. साल 2014 में प्रधानमंत्री की भूटान यात्रा पर सबसे कम ख़र्च आया. 15 और 16 जून, 2015 को भूटान यात्रा में कुल दो करोड़ 45 लाख, 27 हज़ार, 465 रुपये ख़र्च हुए.
आरटीआई कार्यकर्ता भीमप्पा ने बताया, ‘मैंने कुछ रिपोर्ट पढ़ी थी, जिसमें मोदी की विदेश यात्राओं की आलोचना की गई थी. इसके बाद मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय से उनकी विदेश यात्राओं के संबंध में जानकारी मांगी थी.’
प्रधानमंत्री की घरेलू यात्राओं के संबंध में जानकारी न दिए जाने पर भीमप्पा निराश हैं. उन्होंने कहा, ‘घरेलू यात्राओं और इस दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर किए गए ख़र्च के बारे में सुरक्षा कारणों की वजह बताकर जानकारी नहीं दी गई. हालांकि मैंने सिर्फ ख़र्च की जानकारी मांगी थी, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से यह कहकर मना कर दिया गया कि एसपीजी सुरक्षा संगठन प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है और आरटीआई से इसे छूट दी गई है.’
भीमप्पा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को इन विदेश यात्राओं से देश को हुए फायदे की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए.