बिहार: दो आरटीआई कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष गिरफ़्तार

बिहार के जमुई ज़िले में मारे गए आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या का कारण पंचायत विकास से जुड़ी योजनाओं में लूट खसोट को उजागर करना बताया जा रहा है.

बिहार के जमुई ज़िले में मारे गए आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या का कारण पंचायत विकास से जुड़ी योजनाओं में लूट खसोट को उजागर करना बताया जा रहा है.

Jamui

जमुई: बिहार में जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत बिछुवे गांव में आरटीआई के दो कार्यकर्ताओं की रविवार शाम अज्ञात हमलावारों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

सिकंदरा थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि मृतकों में वाल्मीकि यादव और धमेंद्र उर्फ कारू यादव शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि बिछुआ गांव के मोड़ के समीप रविवार शाम दोनों जब एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर सिकंदरा बाजार से अपने गांव लौट रहे थे तभी पहले से घात लगाए बैठे अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की.

प्रभात ख़बर के मुताबिक, गोलीबारी में वाल्मिकी यादव की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, धर्मेंद्र यादव गंभीर रूप से जख्मी हो गया. ग्रामीम धर्मेद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिकंदरा ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर खेतों से होते हुए बिछुवा गांव की ओर ही भाग निकले.

पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए उन्हें परिजनों को सौंप दिया है.

थाना अध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में बिछुवे पंचायत के मुखिया कृष्णदेव रविदास और जदयू के सिकंदरा प्रखंड अध्यक्ष सुरेश महतो को गिरफ्तार कर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

हत्या का कारण पंचायत विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की राशि में लूट खसोट को लेकर तथा गिरफ्तार महतो के परिवार के साथ धर्मेंद्र का भूमि विवाद बताया जा रहा है.

गौरतलब है कि वाल्मिकी यादव ने सूचना के अधिकार के तहत (आरटीआई) के तहत पंचायत की कई योजनाओं में अनियमितता और लूट का खुलासा किया था. परिजनों की ओर से आशंका जताई जा रही है कि वे इसी कारण वे कुछ लोगों की आंखों में खटकने लगे थे. परिजनों को आशंका है कि इसी कारण दोनों की हत्या कर दी गई.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)