छत्तीसगढ़: गृहमंत्री के भतीजे पर नाबालिग से बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज

गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के भतीजे शमोध पैकरा पर एक युवती ने शादी का झांसा देकर 4 साल तक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है.

(फोटो साभार: फेसबुक/रामसेवक पैकरा)

गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के भतीजे शमोध पैकरा पर एक युवती ने शादी का झांसा देकर 4 साल तक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है.

(फोटो साभार: फेसबुक/रामसेवक पैकरा)
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा (फोटो साभार: फेसबुक/रामसेवक पैकरा)

कोरबा: एक 21 वर्षीय युवती ने छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के भतीजे पर आरोप लगाया है कि वह 2014 से उसका शारीरिक शोषण कर रहा था. इस दौरान उसने एक बच्ची को भी जन्म दिया जो अब 30 माह की है.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में शमोध पैकरा के बच्चे की मां होने का दावा किया है जो कि अब 30 महीने का हो गया है.

महिला ने शिकायत में आरोप लगाया है कि उसके गर्भवती होने के बाद शमोध उससे विवाह करने के अपने वादे से मुकर गया.

गौरतलब है कि शमोध गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के बड़े भाई का बेटा है.

सूरजपुर के पुलिस अधीक्षक गिरिजाशंकर जायसवाल ने कहा, ‘उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने शमोध पैकरा (24) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत चेंद्रा पुलिस थाने में छह जुलाई को एक प्राथमिकी दर्ज की.’

उन्होंने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाना बाकी है और जांच चल रही है.

उन्होंने शिकायत के हवाले से बताया कि महिला ने दावा किया कि घटना के समय वह नाबालिग थी. महिला के नाबालिग होने के दावे की भी जांच की जा रही है.

पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘जरूरत पड़ने पर आरोपी के खिलाफ प्रासंगिक धाराएं जोड़ी जाएंगी.’

पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि महिला की शिकायत के अनुसार वह सूरजपुर जिले की रहने वाली है और 2014 में चेंद्रा में रहकर अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण कर रही थी.

उन्होंने कहा कि शमोध ने उससे दोस्ती की और कथित रूप से विवाह का वादा करके उसका कई बार यौन उत्पीड़न किया.

पुलिस ने बताया कि जब भी लड़की उससे शादी की बात करती तो वह यह कहकर टाल देता था कि जब तुम बालिग हो जाओगी तब करुंगा.

इस बीच किशोरी गर्भवती भी हो गई. शमोध ने गर्भपात के लिए दबाव बनाया, लेकिन उसने इनकार कर दिया. बाद में एक बच्ची को जन्म दिया.

बच्ची के जन्म के बाद भी शमोध किशोरी का दैहिक शोषण करता रहा. एक साल पहले जब एसईसीएल में उसकी अनुकंपा नियुक्ति पर नौकरी लगी तो उसने किशोरी से शादी करने से मना कर दिया.

अधिकारी ने कहा कि महिला के दावों का पता लगाने के लिए जांच जारी है.

मुद्दे पर टिप्पणी के लिए गृह मंत्री पैकरा को फोन और मैसेज किए गए लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

दैनिक भास्कर के मुताबिक, 2014 में महिला जब किशोरावस्था में थी तब आरोपी शमोध पैकरा की मुलाकात उससे चेंद्रा हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई. शादी की बात कहकर शमोध ने उससे शारीरिक संबंध बनाए.

लेकिन, जब एक साल पहले शमोध की नौकरी एसईसीएल में लग गई तो वह शादी के वादे से मुकर गया.

किशोरी तब शिकायत लेकर पुलिस के पास गई, लेकिन पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बजाय दोनों के बीच समझौता करा दिया.

इस बीच आरोपी ने एक अन्य युवती से शादी भी कर ली.

पता लगने पर युवती चेंद्रा पुलिस चौकी शिकायत लेकर पहुंची तो पुलिस ने पूर्व के समझौते की बात कहकर अपराध दर्ज करने से मना कर दिया. तब से ही परिजन आरोपी पर मामला दर्ज कराने के लिए भटक रहे थे.

पत्रिका के मुताबिक, मामले का खुलासा चार दिन पहले ही हो गया था लेकिन पुलिस विधानसभा सत्र जारी जारी रहने के चलते इसे दबाए रही.

वहीं, यह बात भी सामने आ रही है कि बेटी के जन्म के बाद छात्रा के परिजन फिर थाने पहुंचे थे लेकिन बात गृहमंत्री के भतीजे तक पहुंची और उसने उन्हें तब भी समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)