नरोदा पाटिया दंगों की दोषी माया कोडनानी अपने बचाव में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत 14 लोगों की गवाही चाहती हैं.
2002 में गुजरात के नरोदा पाटिया में हुए दंगों की दोषी माया कोडनानी ने स्पेशल कोर्ट में अपील की है कि वे अपने बचाव में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत 14 लोगों की अदालत में गवाही चाहती हैं, जिसके लिए उन्हें समन भेजा जाना चाहिए. कोडनानी ने विशेष नामित अदालत में यह याचिका मार्च महीने की शुरुआत में दायर की थी.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कोडनानी द्वारा भेजी गई इस याचिका पर अदालत ने गुरुवार को उनके वकील अमित पटेल को कहा है कि वे साबित करें कि कैसे इन 14 लोगों का इस मामले से संबंध है. अदालत ने मामले की सुनवाई 3 अप्रैल को करेगी. कोडनानी ने भारतीय दंड संहिता 233 (3) के तहत की गई इस अपील में कहा है कि भाजपा अध्यक्ष को भी गवाही देनी के लिए आना चाहिए क्योंकि दंगों के समय वे उस दिन विधानसभा में शाह से मिली थी.
गौरतलब है कि भारतीय दंड संहिता की इस धारा के तहत कोई आरोपी किसी व्यक्ति को बतौर गवाह या किसी सबूत को पेश किए जाने के लिए अदालत से अपील कर सकता है और जज उसे अनुमति देंगे. हालांकि अगर जज को यह लगे कि यह अपील केस की दिशा भटकाने या उसमें देर करने के मकसद से की जा रही है तो इसे ख़ारिज भी किया जा सकता है.
कोडनानी ने अदालत में दायर की गई याचिका में कहा है कि 28 फरवरी 2002 यानी जिस दिन अहमदाबाद के नरोदा गाम और नरोदा पाटिया दंगे हुए थे, उस दिन वे गुजरात विधानसभा, सोला सिविल अस्पताल और उनके द्वारा संचालित अहमदाबाद के असरवा के में नर्सिंग होम में थी, जिसके बाद वे अपने घर चली गई थीं.
कोडनानी पर आरोप है कि उन्होंने एक प्रदर्शन में हज़ारों की भीड़ का नेतृत्व किया था, जिससे गोधरा कांड के अगले दिन नरोदा पाटिया और नरोदा गाम में हिंसा भड़की, जिसमें 100 के करीब लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में उन पर दंगे भड़काने के आरोप साबित हो चुके हैं और उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा भी हुई थी. पर कोडनानी जुलाई 2014 से गुजरात हाईकोर्ट से मिली ज़मानत पर बाहर हैं.
ऐसा बताया गया था कि 28 फरवरी 2002 को कोडनानी, शाह और कुछ अन्य नेता पिछले रोज़ गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में हुए हादसे में जले हुए लोगों के शव देखने सोला सिविल अस्पताल गए थे. कोडनानी ने अपने बचाव में जिन 14 लोगों को समन भेजना चाहती है, उनमें अमित शाह के अलावा पूर्व विधायक अमरीश गोविंद भाई पटेल का नाम भी शामिल है.
कोडनानी पेशे से डॉक्टर है इसलिए उन्होंने एक महिला रईबेन सोमाजी चौहान को भी समन भेजने को कहा है. उनके अनुसार 28 फरवरी को अपने अस्पताल में कोडनानी ने उनकी डिलीवरी करवाई थी. इसके साथ इन लोगों की सूची में उनके अस्पताल की स्टाफ जसूबेन जयंतीभाई जादव, उनके सहयोगी डॉक्टर धवल रजनीकांत, उनके पति सुरेंद्र ताहिलराम कोडनानी और असरवा सरकारी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. अनिल चड्ढा का नाम भी है.
ज्ञात हो कि इस मामले में उनके अलावा 82 लोगों पर भी हिंसा भड़काने के आरोप लगे थे.