संभल ज़िले के पाठकपुर गांव का मामला. पुलिस ने पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया. लापरवाही बरतने को लेकर दारोगा समेत दो सिपाही लाइनहाज़िर.
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पांच लोगों द्वारा एक 30 वर्षीय महिला को कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदा जला देने का मामला सामने आया है. मामले के पांच में से तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.
घटना की वजह के बारे में पूछे जाने पर प्रकाश ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि यह आपसी रंज़िश का परिणाम है. हालांकि अभी कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता. मामले की जांच जारी है.
बताया जा रहा है कि 14 जुलाई की देर रात करीब ढाई बजे संभल के रजपुरा थाना इलाके के पाठकपुर गांव में पांच लोगों ने पहले महिला के साथ गैंगरेप किया और फिर उसे हवनकुंड में डालकर जिंदा जला दिया. इस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है.
गुन्नौर के पुलिस क्षेत्राधिकारी अकील अहमद के अनुसार रजपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने शिकायत देकर आरोप लगाया है कि बीते शनिवार की भोर आराम सिंह नामक व्यक्ति समेत पांच लोगों ने घर में घुस कर पिस्तौल से आतंकित करके उसकी पत्नी से बलात्कार किया.
शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह गाजियाबाद में मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ गांव में रहती है. वारदात के बाद आरोपी चुप रहने की धमकी देकर बाहर चले गए थे.
महिला ने उसी समय अपने ममेरे भाई को सारी घटना फोन करके बतायी थी. महिला ने फोन पर अपने ममेरे भाई से कहा कि वे लोग कह रहे थे कि तुझे जिंदा जला देंगे.
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, बलात्कार के कुछ देर बाद अभियुक्त फिर उसके घर आ गये और पास में बने मंदिर परिसर स्थित झोपड़ी में ले जाकर महिला को जला दिया, जिसमें झुलसने से उसकी मौत हो गई.
रजपुरा के थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि जिस झोपड़ी में महिला की मौत हुई है. उसे यज्ञ और हवन के लिये इस्तेमाल किया जाता था.
इस मामले में आराम सिंह, महावीर, चरणसिंह, गुल्लू तथा भोना उर्फ कुंवरपाल नामक आरोपियों के खिलाफ बलात्कार और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जोनल अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने यहां बताया कि मामले के पांच अभियुक्तों में से आराम सिंह, चरण सिंह और कुंवर पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस अधीक्षक आरएम भारद्वाज ने बताया कि उक्त घटना के गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है. बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाकर दबिश दी जा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में महिला के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है. अब मुरादाबाद की विधि विज्ञान प्रयोगशाला को जांच के लिए नमूने भेजे जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दरोगा धीरेंद्र सिंह और सिपाहियों हेमपाल तथा बसंत कुमार को थाने से हटाकर लाइनहाजिर कर दिया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.
पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप
स्थानीय पुलिस पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप है.
हिंदुस्तान अख़बार के मुताबिक महिला के ममेरे भाई ने दावा किया कि उनकी बहन ने पुलिस को 100 नंबर पर कॉल किया था लेकिन दूसरी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया.
बताया जा रहा है कि जब अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने घटनास्थल पर पहुंच कर पुलिस को फटकरार लगाई तो उसके बाद मामले में कार्रवाई तेज की गई. प्रेम प्रकाश ने कहा कि अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो अन्य पुलिसवालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
इस बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने कहा, ‘जहां तक डायल 100 पर फोन किये जाने का मामला है तो महिला के नम्बर की काल डीटेल खंगाली जा रही है. अब तक की जांच में यह पता लगा है कि महिला के नम्बर से डायल 100 पर कोई काल नहीं की गई थी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)