असीम साहनी जम्मू के चर्चित वकील एके साहनी के बेटे हैं, जो कठुआ मामले के आरोपियों के प्रमुख वकील हैं. असीम भी मामले में आरोपियों की ओर से पेश हो चुके हैं.
कठुआ गैंगरेप और हत्या मामले के आरोपियों के वकील असीम साहनी को जम्मू कश्मीर प्रशासन ने एडिशनल एडवोकेट जनरल बनाया है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को कानून विभाग द्वारा हाईकोर्ट के जम्मू विंग के लिए एडिशनल एडवोकेट जनरल, एडवोकेट जनरल और सरकारी वकीलों की सूची जारी की गयी थी, जिसमें साहनी का नाम 7 नंबर पर था.
असीम साहनी जनवरी महीने में कठुआ के बकरवाल समुदाय की 8 साल की बच्ची के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले के आरोपियों के वकीलों में से एक हैं, जिसकी सुनवाई पंजाब के पठानकोट की अदालत में चल रही है.
Lawyer Aseem Sawhney, a counsel representing the main accused in Kathua rape and murder case, has been appointed Additional Advocate General by Jammu and Kashmir administration
— ANI (@ANI) July 18, 2018
मंगलवार को इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए साहनी ने कहा, ‘2 जुलाई से मैं इस मामले में पेश नहीं हुआ हूं और अब आगे भी नहीं जाऊंगा.’ उन्होंने किसी भी तरह के हितों के टकराव से इनकार किया.
साहनी ने यह भी कहा कि वे इस मामले में केवल ‘चैम्बर काउंसिल’ हैं, प्रमुख वकील उनके पिता हैं.
असीम साहनी जम्मू के चर्चित वकील एके साहनी के बेटे हैं, जो कठुआ मामले के आरोपियों के प्रमुख वकील हैं. असीम ने यह भी कहा कि वे मामले के 51 वकीलों में से एक हैं.
एडिशनल एडवोकेट जनरल की जिम्मेदारी मिलने के बाद असीम ने कहा कि मामले का वकालतनामा वापस ले लिया है और आगे से सरकार के खिलाफ कोई केस नहीं लड़ेंगे.
फर्स्टपोस्ट से बात करते हुए असीम ने कहा, ‘एक वकील के तौर पर (कठुआ के आरोपी) के लिए लड़ना मेरा पेशा है. क्या वकील आतंकवादियों के केस लड़ना बंद कर देते हैं? नहीं, वे ऐसा नहीं करते और अदालत यह फैसला करती है कि कौन दोषी है न कि लोग.’
मालूम हो कि 19 जून को महबूबा मुफ़्ती के इस्तीफे के बाद से राज्य में राज्यपाल शासन है और सभी फैसले राज्यपाल एनएन वोहरा द्वारा लिए जा रहे हैं.