देश में बढ़ रही लिंचिंग पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर तिल का ताड़ बना रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि मॉब लिंचिंग या पीट-पीटकर हुई हत्या की घटनाओं को बेवजह का महत्व दिया जा रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मॉब लिंचिंग योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘इन घटनाओं को बेवजह तूल दिया जा रहा है. अगर आप मॉब लिंचिंग की बात करते हैं, तो 1984 क्या था? कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य की जिम्मेदारी होती है. कांग्रेस मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर तिल का ताड़ बना रही है. इसमें वे कभी भी सफल नहीं होंगे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम सभी को सुरक्षा मुहैया कराएंगे लेकिन ये हर व्यक्ति, समुदाय और धर्म की जिम्मेदारी है कि वे एक-दूसरे की भावनाओं का ध्यान रखे. इंसान और गाय दोनों ही महत्वपूर्ण हैं. दोनों की कुदरत में अपनी-अपनी भूमिका है. हर किसी की सुरक्षा होनी चाहिए.’
We'll provide protection to everyone, but it's responsibility of every individual, every community & every religion to respect each other sentiments. Humans are important & cows are also important. Both have their own roles in nature. Everyone should be protected: Yogi Adityanath pic.twitter.com/s12OwaZxwc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 25, 2018
बता दें कि 20 जुलाई को राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में तथाकथित रूप से गो तस्करी के संदेह में भीड़ द्वारा अकबर खान नाम के एक शख्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई.
इंडियास्पेंड की रिपोर्ट के मुताबिक 2010 से गो-हत्या के शक में अब तक भीड़ द्वारा हमले की 87 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें 34 लोग की मौत हुई और 158 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इन आंकड़ों के अनुसार देश में 2014 से पहले गो हत्या के नाम पर हिंसा की दो घटनाएं हुई थीं. गो-हत्या के शक में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हुई हत्याएं साल 2014 के बाद हुई हैं.
इस तरह की बढ़ती घटनाओं को गंभीरता से लेते बीते हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने ‘भीड़तंत्र’ से निपटने के लिए सरकार को कानून बनाने को कहा था, जिसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लिंचिंग की घटनाओं से निपटने के लिए दो उच्च स्तरीय समितियां गठित करने की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ज़रूरी हुआ तो मॉब लिंचिंग पर क़ानून भी बनाया जाएगा.