‘गद्दीनशीं अब्दुल वाहिद दरगाह आने वालों को ‘पाक़’ करने के लिए उनकी मर्ज़ी से उन्हें पीटता था. शनिवार को उसने 20 ज़ायरीनों की जान ले ली’

लाहौर से करीब 200 किलोमीटर दूर जिले पंजाब प्रांत के सरगोधा ज़िले की मुहम्मद अली गुज्जर की दरगाह पर हुई. शनिवार देर शाम हुई इस घटना में दरगाह के मानसिक रूप से बीमार गद्दीनशीं (संरक्षक) ने यहां आए ज़ायरीनों को चाकुओं और डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों समेत करीब 20 लोगों की मौत हो गई. इनमें 3 महिलाएं भी हैं.
सरगोधा के डिप्टी कमिश्नर लियाक़त अली चट्ठा ने बताया कि दरगाह का संरक्षक अब्दुल वाहिद लाहौर का रहने वाला है. वह सरकारी नौकर है. वह मानसिक रूप से बीमार था और दरगाह आने वालों को ‘पाक़’ करने के लिए उन्हें पीटता था. दरगाह में आने वालों का विश्वास है कि उन्हें पीटने पर उनके पाप धुल जाते हैं. अपने पाप धोने के लिए वे अब्दुल वाहिद को ख़ुद को पीटने की इजाज़त देते थे. लेकिन शनिवार शाम अब्दुल वाहिद और उसके सहयोगियों ने पहले लोगों कोई नशीला पदार्थ पिलाया, फिर एक कमरे में बंद करके उन्हें निर्वस्त्र करके चाकू और डंडों से पीट-पीटकर मार डाला.
घटना का पता तब चला जब दरगाह से जान बचाकर एक महिला सरगोधा के अस्पताल पहुंची, जहां उसने डॉक्टरों को दरगाह पर हुई घटना के बारे में बताया. डॉक्टरों की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची. पुलिस अधिकारी मज़हर शाह ने कहा कि अपराध के पीछे का इरादा अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि संदिग्ध पिछले दो साल से अपने शागिर्दों के साथ इलाके में आध्यात्मिक सत्र के लिए आया करता था.
पुलिस ने बताया कि उन्होंने दरगाह की देखरेख करने वाले अब्दुल वाहिद सहित पांच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. घटना से जुड़े अन्य पहलुओं से भी जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस क्षेत्राधिकारी ज़ुल्फ़िकार हमीद ने ‘एएफपी’ से बात करते हुए बताया, ‘अब्दुल वाहिद ने क़ुबूल किया है कि उसने इन लोगों को इसलिए मारा क्योंकि उसे लगा कि वे वाहिद को मारने आए हैं. उसकी हालत देखते हुए लगता है कि उसकी दिमाग़ी हालत ठीक नहीं है. या फिर यह दरगाह पर हक़ जताने से भी संबंधित हो सकता है. हम इस पर जांच कर रहे हैं.’
पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ ने पुलिस को 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. साथ ही हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये मुआवज़ा देने की बात कही है.
(भाषा से इनपुट के साथ)