कर्नाटक से भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने करगिल विजय दिवस कार्यक्रम में कहा कि भारत को बुद्धिजीवियों से खतरा है. वे इसी मुल्क रहते हैं और भारतीय सेना के ख़िलाफ़ नारेबाजी करते है.
बेंगलुरु: कर्नाटक भाजपा के एक विधायक का कहना है कि अगर वो देश के गृह मंत्री होते तो सारे बुद्धिजीवियों को गोली मारने का आदेश दे देते.
भाजपा विधायक का नाम बासनगौड़ा पाटिल यतनाल है, जो कि विजयपुरा विधानसभा से विधायक हैं. विधायक ने करगिल विजय दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में देश के बुद्धिजीवियों को देशद्रोही भी करार दिया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, बासनगौड़ा ने बुधवार को हुए एक कार्यक्रम में कहा, ‘बुद्धिजीवी इसी मुल्क में रहते हैं और हमारे द्वारा चुकाए कर से सभी सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं. फिर वे भारतीय सेना के ही ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करते हैं. भारत के ऐसे लोगों से खतरा है.’
Intellectuals live in this country&use all facilities for which we pay tax.Then they raise slogans against our Army.India faces grave danger from them.If I was Home Min,I would have issued orders to shoot them:Basanagouda Patil Yatna,Karnataka BJP Leader in Vijayapura (26/7/2018) pic.twitter.com/kxxGUKdSvC
— ANI (@ANI) July 27, 2018
वे आगे कहते हैं, ‘अगर मैं गृह मंत्री होता तो मैं ऐसे बुद्धिजीवियों को गोली मारने का आदेश दे देता.’
द न्यूज़ मिनट की ख़बर के मुताबिक, सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और जेडी (एस) ने विधायक बासनगौड़ा पर कार्रवाई की मांग की है.
यह पहली दफ़ा नहीं है, जब बासनगौड़ा ने इस तरह का कोई विवादित बयान दिया हो. पिछले महीने विधायक का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो पार्षदों को कहते नज़र आए कि सिर्फ हिंदुओं का काम करना चाहिए और मुस्लिमों का काम नहीं करना चाहिए.
वीडियो में बासनगौड़ा पत्रकारों से भी कहते नज़र आ रहे थे कि क्या हिंदुओं के पक्ष में बात करना गलत है.
बासनगौड़ा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वस्त्र उद्योग और रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. वे 1994 से 1999 तक विधायक रहे और उसके बाद 1999 से लेकर 2009 तक बीजापुर लोकसभा सीट से सांसद भी रहे.
बासनगौड़ा 2010 में जेडी (एस) में शामिल हो गए थे, लेकिन बाद में विधानसभा चुनाव से पहले वापस भाजपा में आ गए थे. 2015 में पाटिल ने विधान परिषद का चुनाव बतौर निर्दलीय जीता, जिसके बाद हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर विजयपुरा (शहर) से चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंचे.