दिल्ली: ममता बनर्जी नहीं कर सकेंगी छात्रों से संवाद, सेंट स्टीफेंस कॉलेज ने वापस लिया निमंत्रण

1 अगस्त को कॉलेज की एक सोसाइटी द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम में ममता बनर्जी को बुलाया गया था, लेकिन प्रिंसिपल द्वारा अनुमति न देने पर आमंत्रण वापस ले लिया गया. तृणमूल कांग्रेस ने इसके लिए आरएसएस और भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराया है.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो: पीटीआई)

1 अगस्त को कॉलेज की एक सोसाइटी द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम में ममता बनर्जी को बुलाया गया था, लेकिन प्रिंसिपल द्वारा अनुमति न देने पर आमंत्रण वापस ले लिया गया. तृणमूल कांग्रेस ने इसके लिए आरएसएस और भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराया है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो: पीटीआई)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित सेंट स्टीफेंस कॉलेज में होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने तथा छात्रों के साथ संवाद करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बुलाने की अनुमति प्रिंसिपल ने नहीं दी है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इसे आरएसएस और भाजपा की साजिश करार दिया है.

कॉलेज के एक सोसाइटी की ओर से आयोजित किया जाने वाला यह कार्यक्रम एक अगस्त को होगा. सूत्रों ने बताया कि ममता का इस कार्यक्रम में हिस्सा लेना लगभग तय था लेकिन प्राचार्य ने इसकी अनुमति नहीं दी और उन्हें भेजा गया निमंत्रण रद्द कर दिया गया.

बताया जा रहा है कि कॉलेज के प्लानिंग फोरम ने महाविद्यालय प्रशासन को ऑनलाइन आग्रह किया था कि एक अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में ममता बनर्जी को बुलाया जाए लेकिन कुछ ‘तकनीकी कारणों’ से यह आगे नहीं बढ़ा.

सूत्रों ने बताया कि बाद में उन्होंने पत्र लिखकर ममता को बुलाने की अनुमति मांगी लेकिन प्राचार्य ने इसकी अनुमति नहीं दी. हालांकि, टिप्पणी के लिए कॉलेज के प्राचार्य जॉन वर्गीज़ से संपर्क नहीं हो सका.

तृणमूल कांग्रेस सूत्रों के अनुसार ममता का 31 जुलाई को दिल्ली आने तथा तीन दिन तक राष्ट्रीय राजधानी में रुकने का कार्यक्रम है. पार्टी सूत्रों के अनुसार ममता की योजना जनवरी में कोलकाता में एक रैली की है. इसी रैली में विपक्षी दलों को शामिल होने का न्योता देने वह यहां आ रही है.

इस बीच कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस नेताओ ने कॉलेज के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की अनुमति नहीं मिलने के पीछे भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का हाथ बताया है और कहा है कि उनकी (ममता) आवाज को दबाया नहीं जा सकता है.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा राज्य सभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने बताया, ‘पहले, अमेरिका के शिकागो में विवेकानंद समारोह, इसके बाद उनकी चीन यात्रा और अब सेंट स्टीफन. ममता बनर्जी ने भाजपा और संघ को बेचैन कर दिया है. उन्हें प्रयास करने दीजिए, उनकी (ममता) आवाज को बंद नहीं किया जा सकता है.’

ओ ब्रायन ने बताया कि ममता योजना अनुसार दिल्ली जाएंगी और 31 जुलाई को कैथोलिक बिशप कांफ्रेंस ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित ‘लव योर नेबर’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी.

पिछले महीने ममता ने चीनी सरकार द्वारा उच्च स्तरीय राजनीतिक बैठक को लेकर अनुमति न देने के कारण अंतिम समय पर अपनी यात्रा को स्थगित कर दी थी. अगस्त में ममता को अमेरिका के शिकागो में विवेकानंद समारोह में शामिल होने जाना था, लेकिन वहां भी जाना रद्द हो गया है.

इसके अलावा 1893 में स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो में दिए गए ऐतिहासिक भाषण की वर्षगांठ पर ममता बनर्जी को इस अगस्त में शिकागो में इस समारोह को संबोधित करना था, लेकिन यह कार्यक्रम भी स्थगित हो गया.