चुनौती स्वीकार करते हुए एक फ्रांसीसी सुरक्षा विशेषज्ञ ने ट्राई के प्रमुख आरएस शर्मा के आधार नंबर का इस्तेमाल कर उनका निजी पता, जन्मदिन, फोन नंबर समेत कई जानकारियां सार्वजनिक कर दीं.
नई दिल्ली: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई के प्रमुख आरएस शर्मा ने ट्विटर पर अपना आधार नंबर सार्वजनिक करते हुए हैकरों को चुनौती दी कि वे केवल इस जानकारी के आधार पर उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं.
सोशल मीडिया मंच पर उनका यह ट्वीट तुरंत ट्रेंड करने लगा और एक हैकर ने दी गयी सूचना का इस्तेमाल कर उनका निजी मोबाइल फोन नंबर समेत कई सारी जानकारियां निकाल कर इसे सार्वजनिक कर दी.
The phone number linked to this #Aadhaar number is 9958587977 https://t.co/ijlxGBBl4Z
— Baptiste Robert (@fs0c131y) July 28, 2018
एक फ्रांसीसी सुरक्षा विशेषज्ञ, जिसने ट्विटर पर अपना नाम एलियट एल्डरसन लिख रखा है, ने शर्मा के आधार नंबर का इस्तेमाल करते हुए उनका निजी पता, जन्मदिन, फोन नंबर समेत कई सारी जानकारियों को ढूंढ निकाला.
इसके जरिये एल्डरसन ने ट्राई के चेयरमैन को बताया कि आधार नंबर सार्वजनिक करना कितना ज्यादा खतरनाक है.
एल्डरसन ने लिखा, ‘आपके इस आधार नंबर के जरिये लोगों को आपका निजी पता, जन्मदिन, फोन नंबर जैसी कई जानकारियां मिल गई हैं. मैं यहां पर रुक जाता हूं. आशा करता हूं कि आप समझ जाएंगे कि आधार नंबर को सार्वजनिक करना सही नहीं है.
एल्डरसन के अलावा कुछ अन्य लोगों ने भी शर्मा के आधार नंबर का इस्तेमाल करते हुए उनसे जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक कर दी.
My donation to @rssharma3 's aadhaar via BHIM to build Govt systems with better engineering to protect user privacy.
You can also join in this #DonateToRSS / #GiveToRamSewak drive https://t.co/juDHhzGOEs pic.twitter.com/zz6wkyw63i— 𝗔𝗻𝗶𝘃𝗮𝗿 𝗔𝗿𝗮𝘃𝗶𝗻𝗱 (@anivar) July 28, 2018
People managed to get your personal address, dob and your alternate phone number.
I stop here, I hope you will understand why make your #Aadhaar number public is not a good idea pic.twitter.com/IVrReb4xIM
— Baptiste Robert (@fs0c131y) July 28, 2018
बीते शनिवार को शर्मा ने अपना आधार नंबर ट्विटर पर डालते हुए लिखा था, ‘अब मैं आपको यह चुनौती देता हूं कि आप कोई ठोस उदाहरण दें कि आप किस तरह मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं.’ हालांकि शर्मा ने विषय पर ज्यादा कुछ कहने से इनकार करते हुए कहा, ‘चुनौती कुछ समय चलने दें.’
आरएस शर्मा भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के महानिदेशक भी रह चुके हैं और वे आधार योजना के सबसे बड़े समर्थकों में से एक माने जाते हैं. उनका अब भी कहना है कि यह विशिष्ट संख्या किसी की निजता का उल्लंघन नहीं करता है और सरकार को इस तरह के डेटाबेस बनाने का अधिकार है, ताकि वह सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत नागरिकों को सब्सिडी दे सके.
(समाचार एजेंसी भाषा की इनपुट के साथ)