उत्तर प्रदेश में भाजपा की भक्तों पर नज़र, 2019 के आम चुनावों की तैयारी में जुटी पार्टी

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा 40 लाख कार्यकर्ताओं के लक्ष्य के साथ सभी मंदिर और गुरुद्वारों के आंकड़ों के साथ अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आंकड़े भी जुटा रही है, ताकि उनके वोट को साधा जा सके.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा 40 लाख कार्यकर्ताओं के लक्ष्य के साथ सभी मंदिर और गुरुद्वारों के आंकड़ों के साथ अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आंकड़े भी जुटा रही है, ताकि उनके वोट को साधा जा सके.

(फोटो: पीटीआई)
(फोटो: पीटीआई)

साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की तैयारी शुरू हो चुकी है. वरिष्ठ नेताओं के संपर्क फॉर समर्थन अभियान के साथ बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में भाजपा बूथ स्तर पर अब मंदिर, मठों और आश्रमों के आंकड़े जुटा रही है.

इस रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर, मठ और आश्रमों के अलावा अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की जनसंख्या का भी आंकड़ा भी जुटाया जा रहा है.

एक सूत्र के अनुसार पार्टी की प्रदेश यूनिट में 1.4 लाख बूथ इंचार्ज हैं, जिन्हें एक प्रारूप बांटा गया है, जिसमें धार्मिक स्थल, धार्मिक स्थल का पता, वहां के पुजारी या प्रतिनिधि का नंबर और उनके मोबाइल फोन नंबर शामिल हैं.

इसके पीछे पार्टी का इरादा मठों और मंदिर के पुजारी के बदौलत उनके भक्तों के वोट साधना है. साथ ही अब पार्टी एससी और ओबीसी वोटरों को भी लुभाना चाहती है.

पार्टी ने अनिवार्य किया है कि हर बूथ समिति में दो अनुसूचित जाति के सदस्य और दो महिलाएं होनी चाहिए. भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे ऐसे सभी प्रभावशाली व्यक्तियों का संपर्क भी जुटाएं, जो वोटरों को प्रभावित करते हैं.

उत्तर प्रदेश में कुल 1.6 लाख पोलिंग बूथ है. भाजपा ने योजना बनाई है, जिसके अनुसार हर बूथ पर 21 सदस्यों की समिति होगी, जिसमें एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष, एक महासचिव और बूथ एजेंट होंगे.

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौड़ ने बताया कि बूथ सेक्शन कमेटी की बैठक 16 अगस्त से 25 अगस्त के बीच आयोजित की जाएगी. उन्होंने बताया कि बूथ प्रबंधक समिति 29 लाख समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करेगी.

लगभग 11 लाख कार्यकर्ता ब्लॉक और जिला स्तर पर काम करेंगे ताकि पूरे प्रदेश में 40 लाख कार्यकर्ताओं की भर्ती का लक्ष्य पूरा किया जा सके. ये कार्यकर्ता भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार के कामों और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे.

भाजपा ने हर बूथ को एक अलग कोड में बांटा है, जो निर्वाचन क्षेत्र या बूथ पार्टी के पक्ष वाला होगा उसे ‘ए’ कोड में रखा जाएगा. जहां पर पार्टी के 60-40 प्रतिशत चांस होगा उसे ‘बी’ और जो इलाक़ा अल्पसंख्यक बाहुल्य होगा उसे ‘सी’ श्रेणी में रखा जाएगा.

उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रभावी रणनीति के माध्यम से सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी सिर्फ मंदिर नहीं बल्कि गुरुद्वारों का भी आंकड़े एकत्र कर रही है.