तमिलनाडु सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि को दफ़नाने के लिए मरीना बीच पर ज़मीन देने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद डीएमके सरकार के फैसले के ख़िलाफ़ अदालत पहुंची थी.
चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि के स्मारक को लेकर चल रहा विवाद अब थम गया है. मद्रास हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए करुणानिधि को मरीना बीच पर दफ़नाने की इजाज़त दे दी.
Madras High Court pronounces verdict: M #Karunanidhi to get a burial at the Marina Beach pic.twitter.com/dXn2c1kfRI
— ANI (@ANI) August 8, 2018
डीएमके के वकील ने बताया कि अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि स्मारक बने.
The DMK's plea for the burial of Kalaignar's body near Anna memorial has been accepted by the Madras High Court. The court further directed Tamil Nadu government to ensure & establish a memorial for Kalaignar's: V Kannadasan, DMK's lawyer pic.twitter.com/FEaLbwDnpy
— ANI (@ANI) August 8, 2018
मंगलवार को तमिलनाडु सरकार ने करुणानिधि को दफनाने के लिए मरीना बीच पर जगह देने से इनकार कर दिया था और करुणानिधि को पूर्व मुख्यमंत्री सी. राजगोपालाचारी और के. कामराज के स्मारकों के समीप जगह देने की पेशकश की. सरकार के इस कदम पर विवाद पैदा हो गया था.
पिछले 11 दिन से अस्पताल में भर्ती 94 वर्षीय एम. करुणानिधि का मंगलवार शाम चेन्नई में निधन हो गया था.
द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने करुणानिधि के लंबे सार्वजनिक जीवन को याद करते हुए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी को पत्र लिखा था और उनसे मरीना बीच पर दिवंगत नेता के मार्गदर्शक सीएन अन्नादुरई के समाधि परिसर में जगह देने की मांग की थी.
डीएमके के वकील ने अदालत में दलील दी थी कि पूर्व मुख्यमंत्री के एक करोड़ से ज़्यादा समर्थक हैं और ज़मीन न देने से वे सभी नाराज़ हो जाएंगे.
सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित कई मामलों और कानूनी जटिलताओं के कारण मरीना बीच पर जगह देने में असमर्थ है इसलिए सरकार राजाजी और कामराज के स्मारकों के समीप सरदार पटेल रोड़ पर दो एकड़ जगह देने के लिए तैयार है.
कुछ खबरों में कहा गया था कि सरकार मरीना बीच पर करुणानिधि को दफनाने के लिए इसलिए जगह देने को अनिच्छुक है क्योंकि वे वर्तमान मुख्यमंत्री नहीं थे.
पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन और उनकी बेहद करीबी जे. जयललिता मरीना बीच पर ही दफन किए गए थे और वहीं उनके स्मारक बनाए गए. ये दोनों राजनीति में करुणानिधि के कट्टर विरोधी थे.
करुणानिधि के समर्थकों का कहना है कि सारे नेताओं के समाधि स्थल मद्रास के मरीना बीच पर बनाए गए हैं, इसलिए उनका भी स्मारक बनाना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी करुणानिधि को श्रदांजलि दी.
Prime Minister Narendra Modi pays last respects to former CM M #Karunanidhi at Chennai's Rajaji Hall. #TamilNadu pic.twitter.com/IlO5LpP93F
— ANI (@ANI) August 8, 2018
अभिनेता और नेता कमल हासन भी चेन्नई के राजाजी हॉल में पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
Tamil Nadu: Actor-turned-politician Kamal Haasan pays last respects to former CM M #Karunanidhi at Chennai's Rajaji Hall. pic.twitter.com/HFms1zmEE7
— ANI (@ANI) August 8, 2018
तमिल नाडु सरकार ने आठ अगस्त को राज्य की औपचारिक छुट्टी भी घोषित कर दी है.
Tamil Nadu Government declares government holiday on August 8 as a mark of respect for late M Karunanidhi, former Chief Minister of the state pic.twitter.com/2LAaOBzSdt
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पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि बीती 28 जुलाई को रक्तचाप में गिरावट के बाद से चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती थे. मंगलवार को अस्पताल द्वारा प्रेस रिलीज़ में बताया गया कि तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. शाम 6:10 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली.