राजस्थान की एक गोशाला में विषाक्त चारा खाने से 28 गायों की मौत

घटना हनुमानगढ़ ज़िले के भादरा तहसील स्थित एक गोशाला की है. गोशाला प्रमुख ने बताया कि दो बाड़ों में 300 से अधिक गायें अचानक बीमार हो गईं जिनमें से 29-30 गायों की मौत हो गई.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

घटना हनुमानगढ़ ज़िले के भादरा तहसील स्थित एक गोशाला की है. गोशाला प्रमुख ने बताया कि दो बाड़ों में 300 से अधिक गायें अचानक बीमार हो गईं जिनमें से 29-30 गायों की मौत हो गई.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो: रायटर्स)
प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो: रायटर्स)

जयपुर: राजस्थान में भादरा कस्बे की एक प्रमुख गौशाला में बीते दो दिन में कम से कम 28 गायों की मौत हो गई है. प्रथम दृष्टया इसकी वजह फूड पॉयजनिंग बताई जा रही है.

यह घटना हनुमानगढ़ जिले के भादरा तहसील स्थित श्री गौशाला में हुई है. गौशाला अध्यक्ष दयानंद खोखेवाला ने बताया कि दो बाड़ों में 300 से अधिक गायें अचानक बीमार हो गईं जिनमें से 29-30 गायों की मौत हो गई.

खोखेवाला ने बताया कि स्थानीय पशु चिकित्सकों ने पोस्टमॉर्टम के बाद गायों की मौत की वजह फूड पॉयजनिंग बताया है. उनके अनुसार संभवत: इन गायों को दिया गया चारा किसी वजह से विषाक्त हो गया होगा.

गौशाला के लिए हरा चारा हरियाणा से आता है. यहां दो हजार से अधिक पशु हैं. उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल दो ही बाड़ों में हुई. चिकित्सकों की टीम बाकी पशुओं के स्वास्थ्य पर निगाह रखे हुए है.

पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक हनुमानगढ़ मदनलाल खुड़िया ने इस घटना की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि चारे बाजरी के कारण बुधवार को लगभग 50 गोवंश को दिक्कत हुई थी जिनमें से 22 की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला विषाक्त चारे का है.

पत्रिका के मुताबिक, गायों को दिए गए चारे में फंगस लगे होने की बात सामने आ रही है.

गोशाला समिति के अध्यक्ष दयानंद खोखेवाला और संरक्षक जयशंकर फतेहपुरिया ने बताया कि बुधवार को दोनों गौ शालाओं में एक ही स्थान से हरा चारा आया था लेकिन नई गोशाला में दो शेड के नीचे बैठी गायों की तबीयत खराब देखकर गोसेवकों ने पदाधिकारियों को सूचना दी.

पशु चिकित्सक डॉक्टर रंजन देशवाल ने कहा कि मृत गायों के एक जैसे लक्षण होने के कारण एक गाय का पोस्टमॉर्टम किया गया था.

वहीं, घटना के लोकर ग्रमाणों ने गोशाला प्रबंधकों पर गायों की मौत के मामले छुपाने का आरोप लगाया है और प्रशासन से मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है.

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर कहा है कि गोशाला संचालकों ने घोर लापरवाही करते हुए दो दर्जन से अधिक मृत गायों को लावारिस ही फिकवा दिया था. उनका कहना है कि गोशाला में अनियमितताओं की जांच हो.

वहीं, एसडीएम राजकुमार कस्वां का कहना है कि जिन गायों का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है उनका पोस्टमॉर्टम कराने के आदेश दिए गए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)