उच्चतम न्यायालय ने नियमित सुनवाई मामलों की एक सूची जारी की है जिन पर दो अवकाश पीठ सुनवाई करेंगी.
सूची के अनुरूप उच्चतम न्यायालय छुट्टी के दौरान 5,298 मामलों पर सुनवाई करेगा. 11 मई से शुरू हो रही गर्मी की छुट्टियां दो जुलाई को खत्म हो जाएंगी.
ये 5,298 मामले तीन तलाक, ह्वाट्स ऐप उपयोगकर्ता के डेटा की हिफाजत, अवैध आव्रजन और नागरिकता अधिनियम की धारा 6ए जैसे महत्वपूर्ण मामलों पर सुनवाई के लिए तीन संवैधानिक पीठों के गठन के प्रस्ताव के अलावा हैं.
नोटिस में कहा गया, अगर किसी मामले में पेश हो रहा कोई वकील या पक्ष न्यायालय के निर्देश के अनुरूप सूचीबद्ध मामलों से इतर अग्रिम नियमित सुनवाई मामलों की सूची में शामिल कोई भी विषय हाथ में नहीं लेना चाहता है तो वे गर्मी की छुट्टियों के दौरान अवकाश पीठ के सामने मामला सूचीबद्ध न करने के लिए दूसरे पक्ष को प्रति सौंपने के बाद 28 अप्रैल को या उससे पहले अतिरिक्त रजिस्ट्रार (सूचीकरण) को अपना लिखित अनुरोध दे सकते हैं.
इसमें कहा गया, मामलों की उपरोक्त श्रेणियों के अलावा स्वीकार्य श्रेणियों के तैयार मामले जिनमें छुट्टियों के दौरान मामले सूचीबद्ध करने के लिए पक्षों… दोनों पक्षों के वकीलों की मंजूरी दी गई है, भी अवकाश पीठ के सामने सूचीबद्ध किए जाएंगे और अतिरिक्त रजिस्ट्रार (सूचीकरण) को 28 अप्रैल को या उससे पहले इस तरह के अनुरोध भेजे जाने की जरूरत हो सकती है.
बता दें कि बीते दिनों भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने तीन अलग संविधान खंडपीठ बनाई है जो गर्मियों में मामलों की सुनवाई करेगी. इतना ही नहीं ऐसा पहली बार हो रहा है कि विभिन्न मामलों की सुनवाई के लिए गर्मी की छुट्टियों में 15 न्यायाधीशों को अवकाश नहीं दिया जा रहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)