तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री पर गोहत्या को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. साथ ही बकरीद पर गोवंश न काटने की चेतावनी देते हुए कहा है कि गोरक्षा के लिए मरेंगे या मारेंगे.
हैदराबाद: तेलंगाना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक टी. राजा सिंह लोध ने रविवार को कहा कि उन्होंने पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और आरोप लगाया कि उनकी पार्टी गोरक्षा को लेकर कोई सहयोग नहीं दे रही है.
उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए हिंदू धर्म और गोरक्षा प्राथमिकताएं हैं और राजनीति बाद में आती है. गोरक्षा के लिए मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. मैं मुद्दा कई बार सदन में लाया लेकिन पार्टी ने मुझे कोई सहयोग नहीं दिया.’
तेलंगाना विधानसभा में गोशामहल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राजा सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के. लक्ष्मण को भेज दिया है.
उन्होंने कहा, ‘मैं और गोरक्षकों की मेरी टीम सड़कों पर उतरेंगे और राज्य में गोहत्या पर रोक लगाएंगे.’
वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं, ‘इस बार हमें मरना है लेकिन हमें अपनी गाय को बचाना है. आने वाली 22 तारीख को बकरीद के दिन सड़कों पर सुबह और शाम तेलंगाना के सभी हाईवे पर हम लोग काम करेंगे और हम खुद गोरक्षा करेंगे. चाहे मारेंगे या मरेंगे. ये हमारा कंसेप्ट है लेकिन गाय को हम मरने नहीं देंगे, ये हमारा लक्ष्य है.’
वे आगे कहते दिखते हैं, ‘कुछ मीडिया के मित्रों ने कहा है कि भाजपा वाले सिर्फ दंगा या फसाद करना चाहते हैं क्या? तो मीडिया के उन मित्रों को मैंने जवाब दिया कि हमारे लिए पहले धर्म, हमारी गाय, बाद में हमारे लिए राजनीति है.’
आगे वे अपने इस्तीफे के संबंध में कहते हैं, ‘मैं आपको कहना चाहूंगा कि मैंने चार दिन पहले ही तेलंगाना राज्य के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष लक्ष्मण जी को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है और कहा है कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं, अब मेरी तरफ से न मोदी जी को समस्या होनी है, न राज्य में हमारी पार्टी को. क्योंकि हम कुछ भी कहते हैं तो राष्ट्रीय मीडिया में एक बवाल सा मच रहा है और कई लोग ऐसे सवाल जबाव करते हैं जिससे हमारी पार्टी के प्रवक्ता को समाधान देने में बहुत सी दिक्कत हो रही है तो इन सभी चीजों को देखते हुए पहला काम मैंने भाजपा से इस्तीफा दिया.’
फिर वे चेतावनी भरे लहजे में कहते हैं, ‘आज मैंने बिगुल फूंका है और कल से गोरक्षा के लिए मेरी पूरी टीम कार्य पर उतर जाएगी.’
वे लाइव वीडियो के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री, पुलिस प्रशासन और यहां तक कि इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) तक को चुनौती दे रहे हैं.
उनका कहना है, ‘मेरा यह लाइव तेलंगाना के मुख्यमंत्री की इंटेलीजेंस टीम, हमारे कमिश्नर, डीजीपी की भी टीम देख रहे हैं और जितने भी इंटेलीजेंस वाले देख रहे हैं जैसे कि आईबी, मैं उनको भी निवेदन करना चाहता हूं कि तेलंगाना में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ या दंगा-फसाद हम नहीं चाहते और अगर ये सब नहीं होना है तो कृपा करके तेलंगाना राज्य के क़ानून के तहत आप खुद गोरक्षा करें और जो बैलों को काटने का प्लान है उनको आप बचाइए. अगर आप बचाते हैं तो सड़क पर हम लोग नहीं उतरेंगे.’
वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर गोहत्या को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहते हैं, ‘पहले तेलंगाना के चारों ओर पुलिस चेकपोस्ट लगाए जाते थे. आज देखिए 12 तारीख है और 22 तारीख को बकरीद है, एक भी चेकपोस्ट लगाया नहीं गया. इसका कारण कि हमारे तेलंगाना के मुख्यमंत्री ये चाहते हैं कि इस बार बकरीद में ज्यादा से ज्यादा गाय और ज्यादा से ज्यादा बैल कटें.’
वे मुख्यमंत्री केसीआर से चुनौती भरे लहजे में कहते हैं, ‘आप सोच रहे होंगे कि तेलंगाना में हिंदू नहीं हैं, आज भी ऐसे कई गोभक्त तेलंगाना में जिंदा हैं जो गोरक्षा के लिए अपनी पदवी को लात मार सकते हैं. गोरक्षा के लिए कुछ भी कर सकते हैं और हम एक इतिहास रचेंगे और मेरे मीडिया के मित्रों मैं जो भी काम करता हूं उससे भाजपा को मत जोड़िए ये व्यक्तिगत काम है.’
वहीं, उनके द्वारा अपने लेटर हैड पर लिखे गए पत्र, जिसका विषय है मेरे इस्तीफे के पीछे के कारण, में भी वे प्रदेश के सत्तारूढ़ दल टीआरएस पर आरोप लगाते हुए लिखते हैं कि टीआरएस, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ मिलकर अवैध तौर पर गोहत्या को बढ़ावा दे रही है और पड़ौसी राज्यों में गोमांस पहुंचाने में अवैध कत्लखानों को मदद कर रही है.’
वे कहते हैं कि आज कांग्रेस के षड्यंत्र के चलते फर्जी गोरक्षकों के कारण सच्चे गोरक्षकों का नाम खराब हो रहा है.
वे कहते हैं, ‘हम वो नाम ऊंचा करेंगे. हमारे तेलंगाना में मैं एक विधायक होते हुए खुद गोरक्षा के लिए सड़क पर उतरूंगा और गाय की रक्षा करूंगा. कोई भी कसाई किसी भी प्रकार से कैसी भी तैयारी में आ सकता है. आइए, मैं तैयार हूं. किस चीज से लड़ना चाहते हो बोलो, मैं तैयार हूं. क्योंकि मैं अब आजाद हूं. मैं किसी पार्टी से बंधा हुआ नहीं हूं. गोरक्षा के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं.’
वे बकरीद पर मुसलमानों को चुनौती देते कहते हैं, ‘मिलके रहेंगे या लड़के रहेंगे, ये आपके ऊपर है.’
गौरतलब है कि राजा सिंह इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं. बीते वर्ष राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर उन्होंने कहा था कि मंदिर के लिए जान दे भी सकते हैं और जान ले भी सकते हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)