असम: गाय चोर होने के संदेह पर भीड़ ने चार लोगों को पीटा, एक की मौत

असम के बिस्वनाथ ज़िले में भीड़ द्वारा डंडे और लोहे की रॉड से की गई पिटाई में एक युवक की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं.

असम के बिस्वनाथ ज़िले में भीड़ द्वारा डंडे और लोहे की रॉड से की गई पिटाई में एक युवक की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं.

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बिस्वनाथ: असम के बिस्वनाथ जिले में बुधवार को गाय चोर होने के संदेह पर भीड़ ने एक की हत्या कर दी और तीन लोग बुरी तरफ जख्मी हो गए हैं. गुरुवार को पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, यह घटना राज्य की राजधानी से लगभग 230 किमी दूर डिप्लोंगा चाय बागान में हुई थी.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सुटेया पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया, ‘सुटेया के चार लोग एक टेंपो में यात्रा कर रहे थे जब उन पर सुबह चार बजे एक भीड़ ने हमला कर दिया. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पीड़ितों ने गायों को चुराया था.’

पुलिस ने बताया कि वैन से दो चोरी हुई गायों को बरामद किया गया था. जबकि वाहन का चालक घटना स्थल से बच निकला. लगभग 20 लोगों की भीड़ ने छड़ और डंडों के साथ साथ चारों पर हमला कर दिया.

घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि पीड़ित जमीन पर बैठे हाथ जोड़कर छोड़ देने की मांग कर रहा था जबकि अन्य लोग उसकी पिटाई कर रहे थे.

एक घायल पीड़ित ने एक स्थानीय टीवी न्यूज चैनल को कहा, ‘हम बुधवार सुबह डिप्लोंगा चाय बागान से सुअर खरीदने जा रहे थे, तभी भीड़ ने डंडों और लोहे की रॉड लेकर हमें रुकवाया और गाय चोर कहकर हमला कर दिया.’

हालांकि, पुलिस यह मानती है कि पीड़ितों ने गायों को चुराया था और उन्हें ले जा रहे थे.

पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘उन लोगों पर गाय चोरी का मामला दर्ज किया गया है. हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि पीड़ित सुअर खरीदने के लिए जा रहे थे. चूंकि वे घायल हो गए हैं, हमने अभी उनका बयान दर्ज नहीं किया है.’

घायल पीड़ितों को बिस्वनाथ चरियाली शहर में एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया, जहां उनमे से एक, देबेन राजबोंगशी की मृत्यु हो गई. अन्य तीन फूलचंद साहू, बिजॉय नायक और पूजेन राजबोंगशी, जिन्हें सिर, पैरों और बाहों पर चोट आई है, उनका इलाज चल रहा है.

सभी पीड़ित ‘आदिवासी’ समुदाय के हैं जो मुख्य रूप से क्षेत्र के चाय बागानों में काम करते हैं.

बिस्वनाथ के एसपी दिगन्ता कुमार चौधरी ने बताया, ‘हमने पीड़ितों पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है. अभी तक कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ है.‘

आपको बता दें कि दो महीने पहले गुवाहाटी के दो युवकों की कार्बी आंगलोंग जिले में भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.

इससे पहले पिछले साल अप्रैल में केंद्रीय असम के नगांव जिले में गाय चोरी के आरोप में भीड़ ने दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.