…जब वाजपेयी ने दी थी मोदी को राजधर्म निभाने की नसीहत

वीडियो: गुजरात दंगों के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर गए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जब एक पत्रकार ने पूछा कि मुख्यमंत्री के लिए क्या संदेश है तब उन्होंने कहा, ‘राजधर्म का पालन करें.’

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वीडियो: गुजरात दंगों के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर गए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जब एक पत्रकार ने पूछा कि मुख्यमंत्री के लिए क्या संदेश है तब उन्होंने कहा, ‘राजधर्म का पालन करें.’

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(फोटो साभार: यूट्यूब वीडियो)

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपनी वाकपटुता के लिए हमेशा याद किए जाते हैं. उनके शब्द विरोधियों के साथ-साथ दोस्तों को भी सीख दे देते थे.

आज भी जब 2002 के गुजरात दंगों की चर्चा होती है तो अटल बिहारी वाजपेयी के राजधर्म की सीख की चर्चा भी जरूर होती है. यह वाकया तब का है जब गुजरात में हुई हिंसा के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राज्य का दौरा किया था. उस समय गुजरात में भी भाजपा की सरकार थी और नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे. गुजरात में अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तब एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि क्या आप मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कोई संदेश लेकर आए हैं.

इस सवाल का जवाब वाजपेयी ने अपनी चिरपरिचित शैली में दिया. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री के लिए मेरा सिर्फ एक संदेश है कि वह राजधर्म का पालन करे…राजधर्म… ये शब्द काफी सार्थक है. मैं उसी का पालन कर रहा हूं. पालन करने का प्रयास कर रहा हूं. राजा के लिए, शासक के लिए प्रजा-प्रजा में भेद नहीं हो सकता. न जन्म के आधार पर, न जाति के आधार पर,न संप्रदाय के आधार पर.’

जब वाजपेयी राजधर्म का संदेश दे रहे थे तब उनके बगल में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठे थे. बीच में ही नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हम भी वही कर रहे हैं साहेब.’ इसके बाद वाजपेयी जी ने आगे कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नरेंद्र भाई यही कर रहे हैं.’