पूर्व पत्रकार आशीष खेतान ने निजी कारणों से सक्रिय राजनीति से दूर होने की बात कही है. हालांकि आगामी आम चुनाव के लिए दिल्ली की पांच सीटों के लिए चयनित प्रभारियों में नाम नहीं शामिल किए जाने को भी नाराज़गी की वजह बताया जा रहा है.
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता आशुतोष के बाद अब आशीष खेतान ने भी खुद को सक्रिय राजनीति से अलग कर लिया है. दोनों ही नेताओं ने इसके लिए ‘निजी कारणों’ को जिम्मेदार ठहराया है.
खेतान ने बुधवार को कहा कि वह वकालत के पेशे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस वजह से उन्हें सक्रिय राजनीति से अलग रहना पड़ेगा.
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में आशुतोष ने दिल्ली की चांदनी चौक और खेतान ने नई दिल्ली सीट से बतौर आप उम्मीदवार चुनाव लड़ा था. आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी द्वारा पांच सीटों के लिए चयनित प्रभारियों में इन दोनों का नाम शामिल नहीं किए जाने को भी इनकी नाराजगी की वजह बताया जा रहा है.
खेतान ने पार्टी से इस्तीफा देने संबंधी मीडिया में आई खबरों के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए ट्वीट कर कहा, ‘मैंने वकालत शुरू करने के लिए ही गत अप्रैल में दिल्ली संवाद आयोग (डीडीसी) के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.’
I am completely focussed on my legal practice and not involved in active politics at the moment. Rest is all extrapolation. https://t.co/uAPQh8Nba3
— Ashish Khetan (@AashishKhetan) August 22, 2018
उन्होंने सिर्फ इसी एक वजह को हकीकत बताते हुए कहा कि बाकी सब अफवाह है. इन अफवाहों में उनकी कोई रुचि नहीं है. इससे पहले 15 अगस्त को ही आशुतोष ने भी ‘नितांत निजी कारण’ बताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
हालांकि उसी दिन आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आशुतोष के इस फैसले से असहमति जताते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी से अलग नहीं होने के लिए मना लिया जाएगा.
केजरीवाल की अध्यक्षता वाली पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) इन नेताओं के इस्तीफे पर अंतिम फैसला करेगी. केजरीवाल के एक सहयोगी ने बताया कि हाल ही में हुई पीएसी की बैठक में इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ.
हालांकि उन्होंने दोनों नेताओं की निजी कारणों की दलील से सहमति जताते हुए कहा कि संगठन के लिए सक्रिय तौर पर काम नहीं कर पाने की इनकी मजबूरी को समझते हुए पार्टी नेतृत्व दोनों नेताओं से आप से अलग होने के बजाय पार्टी से जुड़े रहने की अपील कर सकता है.
कुमार विश्वास ने कसा तंज
आप नेता कुमार विश्वास ने आशीष खेतान के इस्तीफे को एक और आत्मसमर्पित क़ुरबानी का नाम दिया है. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से एक कविता साझा किया किया है जिसमें आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है.
सब साथ चले, सब उत्सुक थे, तुमको आसन तक लाने में !
कुछ सफल हुए ‘निर्वीर्य’ तुम्हें यह राजनीति समझाने में !
इन आत्मप्रवंचित बौनों का दरबार बनाकर क्या पाया ?
जो शिलालेख बनता उसको अख़बार बनाकर क्या पाया ???
(एक और आत्मसमर्पित क़ुरबानी)?https://t.co/mbG1wvgKJ0— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 22, 2018
कुमार ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को आसन तक पहुंचाने में सबने योगदान दिया. गौरतलब है कि इससे पहले जब आशुतोष के इस्तीफे की खबर आई थी, तब भी कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला था.
हम तो “चँद्र गुप्त” बनाने निकले थे हमें क्या पता था “चँदा गुप्ता” बन जाएगा??
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 22, 2018
कुमार विश्वास ने एक और ट्वीट किया और लिखा हम तो चंद्र गुप्त बनाने निकले थे, हमें क्या पता था चंदा गुप्ता बन जाएगा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)