खुले में गोवध की वजह से आई केरल में बाढ़: भाजपा विधायक

कर्नाटक के विजयपुरा से भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा, ‘केरल में लोगों ने खुले में गोवध किया. क्या हुआ? एक साल के भीतर इस तरह (बाढ़) की स्थिति उत्पन्न हो गई. जो भी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा, उसे इसी तरह का परिणाम भुगतना पड़ेगा.’

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भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल (फोटो: फेसबुक)

कर्नाटक के विजयपुरा से भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा, ‘केरल में लोगों ने खुले में गोवध किया. क्या हुआ? एक साल के भीतर इस तरह (बाढ़) की स्थिति उत्पन्न हो गई. जो भी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा, उसे इसी तरह का परिणाम भुगतना पड़ेगा.’

भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल (फोटो: फेसबुक)
भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल (फोटो: फेसबुक)

बेंगलूरू: विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहने वाले विजयपुरा के भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने यह कहकर एक और विवाद खड़ा कर दिया है कि केरल में विनाशकारी बाढ़ खुले में गोवध की वजह से आई.

उन्होंने विजयपुरा में एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘केरल में लोगों ने खुले में गोवध किया. क्या हुआ? एक साल के भीतर इस तरह (बाढ़) की स्थिति उत्पन्न हो गई. जो भी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा, उसे इसी तरह का परिणाम भुगतना पड़ेगा.’

भाजपा विधायक जाहिरा तौर पर केरल में पिछले साल हुई एक घटना का जिक्र कर रहे थे जब लोगों के एक समूह ने खुले में गाय काटी थी. इस घटना से देशभर में विवाद खड़ा हो गया था.

यतनाल ने कहा कि गायों से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हैं और किसी को भी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि यदि कर्नाटक में भाजपा सत्ता में आई तो गोवध पर रोक लगा दी जाएगी. यतनाल विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं.

पिछले महीने उन्होंने कहा था कि यदि वह गृहमंत्री होते तो बुद्धिजीवियों को गोली से उड़वा देते क्योंकि वे आतंकवादियों के मानवाधिकारों की वकालत करते हैं, न कि देश की रक्षा के लिए जान देने वाले सैनिकों के मानवाधिकारों की.

मालूम को कि इससे पहले अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी केरल बाढ़ पर विवादित बयान दिया था. चक्रपाणि ने कहा था कि यह बाढ़ केरल वासियों के कर्मों का फल है. यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि केरल में उन लोगों की मदद नहीं की जानी चाहिए जो कि बीफ खाते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)