एमके स्टालिन को 2013 में द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और 2017 में द्रमुक का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था.
चेन्नई: द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एमके स्टालिन को मंगलवार को निर्विरोध द्रमुक पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया है. पार्टी की आम सभा की बैठक में द्रमुक के महासचिव के. अंबाजगन ने कहा कि स्टालिन को निर्विरोध चुन लिया गया है.
पार्टी प्रमुख के पद के लिए 26 अगस्त को नामांकन भरने वाले वह एकमात्र उम्मीदवार थे. पार्टी अध्यक्ष और पिता एम. करुणानिधि की मृत्यु के तीन सप्ताह बाद 65 वर्षीय स्टालिन को द्रमुक प्रमुख चुना गया है.
करुणानिधि का सात अगस्त को निधन हो गया था. मालूम हो कि स्टालिन को 2017 में द्रमुक का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था.
पार्टी के संस्थापक सीएन अन्नादुरई और पिता एम. करुणानिधि के बाद द्रमुक के तीसरे अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त हुए हैं.
तीन जनवरी 2013 में पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने एमके स्टालिन को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.
स्टालिन तमिलनाडु विधानसभा में द्रमुक विधायक दल के नेता होने के नाते वे नेता प्रतिपक्ष भी हैं. स्टालिन चेन्नई शहर के 37वें मेयर भी रह चुके हैं और तमिलनाडु के 2009 से 2011 तक राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं.
स्टालिन ने 1984 में पहला विधानसभा चुनाव थाउजेंड लाइट्स सीट से लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
इसके बाद 65 वर्षीय द्रमुक अध्यक्ष 1989 में थाउजेंड लाइट्स सीट से ही चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे. कुल आठ बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके स्टालिन छह बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं.
स्टालिन अभिनेता भी रह चुके हैं और दो फिल्मों और दो टीवी धारावाहिक में अभिनय भी कर चुके हैं.
स्टालिन के बड़े भाई और द्रमुक से निष्कासित नेता एमके अलागिरी ने धमकी दी थी कि यदि उन्हें पार्टी में वापस नहीं लिया गया तो इसके अंजाम सही नहीं होंगे.
द्रमुक के प्रधान सचिव दुरई मुरुगन को पार्टी का नया कोषाध्यक्ष चुना गया है. वह स्टालिन की जगह लेंगे, जिनके अध्यक्ष बनने के कारण पार्टी कोषाध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)