बिहार: लड़की के अपहरण का प्रयास कर रहे तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या

बेगूसराय के छौड़ाही की घटना. लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी सस्पेंड.

बेगूसराय के छौड़ाही की घटना. लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी सस्पेंड.

Begusarai

बेगूसराय: मॉब लिंचिंग पर सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बावजूद भीड़ द्वारा पीटने की घटनाओं में कोई कमी आती नहीं दिख रही है.

शुक्रवार को बेगूसराय के छौड़ाही आउटपोस्ट के तहत नारायणपीपड़ गांव में ग्रामीणों की भीड़ ने स्कूल के अंदर घुसकर 11 वर्षीय लड़की को अगवा करने का प्रयास कर रहे तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी.

बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आदित्य कुमार ने बताया कि यह घटना शुक्रवार दोपहर को हुई. बंदूक के साथ बदमाश प्राथमिक स्कूल में घुस गए और एक स्थानीय निवासी की 11 वर्षीय बेटी के अपहरण की कोशिश की.

दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार हेडमास्टर नीमा देवी ने बताया कि करीब 11 बजे बाइक से पहुंचे तीन बदमाश सीधे क्लास में आकर एक छात्रा को ढूंढने लगे. जब उन्होंने बताया कि बच्ची स्कूल नहीं आयी है तब बदमाशों ने सही जानकारी न देने की बात कहते हुए उनकी कनपटी पर पिस्तौल सटा दी, जिसके बाद बच्चे शोर मचाते हुए स्कूल से बाहर भागे और ग्रामीणों को सूचना दी.

एसपी ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों ने प्रतिरोध किया तो बदमाशों ने गोली भी चलायी थी. इसके बाद स्कूल के बाहर इकट्ठे हुए ग्रामीणों ने इन बदमाशों को पकड़कर उन्हें बुरी तरह पीटा.

ये तीनों कुख्यात बदमाश हैं. इनकी पहचान चेरिबरियारपुर थाने के कुंभी गांव निवासी मुकेश महतो, श्याम सिंह उर्फ बौना सिंह और सीमावर्ती रोसड़ा थाने के दामोदरपुर ढाब मुहल्ला निवासी हीरा सिंह के रूप में की गई है. हीरा सिंह और श्याम सिंह रिश्तेदार हैं. वहीं मुकेश जेल में बंद नागमणि महतो का भाई था, जो आठ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था.

अख़बार के अनुसार जब मुकेश महतो की पिटाई हो रही थी, उसी वक्त छौड़ाही ओपी के एएसआई अमोद कुमार सिंह होमगार्ड के चार जवानों के साथ गश्ती करने घटनास्थल पहुंचे और पुलिस ने श्याम सिंह और हीरा सिंह को भीड़ से बचाकर स्कूल के कमरे में बंद कर ताला लगा दिया था.

लेकिन ग्रामीणों ने ताला तोड़कर दोनों को बाहर निकाला और पीटा. इस बीच पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उन्हें खदेड़ दिया. ये दोनों बचने के लिए बगल के एक मंदिर में भी छिपे थे, लेकिन भीड़ उन्हें वहां से भी खींच ले आयी और मारते रहे.

पुलिस ने इसके बाद घायल मुकेश महतो को अस्पताल भेजा, जहां उसे मृत घोषित किया गया. इसके दो घंटे बाद पहुंची गढ़पुरा और छौड़ाही पुलिस ने बाकी दोनों को इलाज के लिए भेजा, लेकिन गढ़पुरा पीएचसी में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने इन लोगों के पास से एक देसी कट्‌टा, एक बाइक व मोबाइल जब्त किया है. एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि मुकेश महतो व हीरा सिंह पर हत्या, लूट, रंगदारी के 8 मामले दर्ज हैं, साथ ही श्याम सिंह पर भी आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है.

एसपी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि और कानून अपने हाथ में लेने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा.

दैनिक भास्कर के अनुसार 3 बदमाशों की हत्या के तार रंगदारी व गैंगवार से भी जुड़े हो सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि तीनों बदमाश स्कूल के बगल में निर्माणाधीन जलमीनार के ठेकेदार से रंगदारी वसूलने पहुंचे थे. इस दौरान ठेकेदार के मजदूर उनसे उलझ पड़े. यहां से तीनों फायरिंग करते हुए स्कूल पहुंच गए जहां भीड़ ने घेर लिया.

अख़बार के अनुसार सूत्रों के मुताबिक भीड़ में शामिल मुकेश महतो के विरोधियों ने बदले की भावना से तीनों को मार डाला. मुकेश पर कुछ महीने पहले गांव के ही एक जाति विशेष के व्यक्ति की पीटकर हत्या का आरोप लगा था.

मामले की जांच में लापरवाही बरतने पर छौड़ाही थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)